1/ 14: हिन्दू पर्व-त्यौहारों पर ज्ञान देने का सिलसिला कम तो हुआ है लेकिन रुका नहीं है। अब दीवाली आ रही है। जल्द ही पटाखों का रोना शुरू होगा। फिलहाल नवरात्रि चल रही है। रेप की बातें चलाई जा रही हैं कि जिस देश में देवी की 9 दिन पूजा होती है, वहाँ बाकी दिन लड़कियों का...
2/ ...बलात्कार किया जाता है। दशहरा आते रावण को न जलाने की बातें की जाती हैं। नवरात्रि में महिषासुर को मूलनिवासी बताया जाता है। होली में रंगों को लेकर और पानी की बर्बादी का ज्ञान दिया जाता है। न्यू ईयर में सारे ज्ञान कहीं और घुस जाते हैं।
3/ ये वही बात हुई कि जब स्पेन में 1 ही घण्टे में 40 मीट्रिक टन टमाटर को फेंक-फेंक कर बर्बाद कर दिया जाता है तो बड़ा कूल लगता है और यहाँ शिवलिंग पर जल चढ़ाने में उन्हें दूध की बर्बादी दिखती है। गाय को हम खिलाते हैं, दूध लेते हैं और चढ़ाते हैं। क्या ये शरीर मे बम बाँध कर...
4/ ...फटने से भी बड़ा अपराध है? आज इसी दूध के कारण 12 ज्योतिर्लिंगों वाले शहरों की पूरी अर्थव्यवस्था टिकी है। इसके अलावा बाकी हजारों शिव मंदिर तो छोड़ ही दीजिए। एक लिटर दूध चढ़ा कर हम सैकड़ों के पेट में दाना डाल देते हैं। कुम्भ में एक डुबकी लगा कर सरकार को ₹2 लाख करोड़ दे...
5/ ...देते हैं। इसीलिए, ज्ञान नहीं।
6/ नवरात्रि पर मैंने ऐसे इतने सारे ट्वीट्स और पोस्ट्स देखें कि पूछिए मत। आपने भी देखे होंगे। लेकिन, इसके लिए नवरात्रि का इस्तेमाल क्यों? एक भी रेप दुःखद है लेकिन भारत मे राजनीति सिर्फ हाथरस जैसे मुद्दे पर होती है। साथ ही नवरात्रि के समय तंज कसा जाता है कि रेप करने...
7/ ...वाला समाज देवी की पूजा कर रहा। यहाँ मैं बताता हूँ कि दिक्कत क्या है और आँकड़े क्या कहते हैं। भारत में 2019 में रेप के कुल 32,000 के करीब मामले दर्ज किए गए। ये आँकड़ा शून्य होना चाहिए। लेकिन, इनमें से 94.2% मामलों में जान-पहचान वालों ने ही ऐसा किया।
8/ ऐसा कृत्य करने वालों में से 1000 के करीब नाबालिग थे। भारत वो देश है, जहाँ प्रति 1 लाख की जनसंख्या में सबसे कम रेप होते हैं। जी हाँ, एकदम सही पढ़ा आपने। इनमें से भी राजस्थान में अधिकतर मामले आते हैं। दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका जैसे देश इन मामलों में बदतर हालत में...
9/ ...हैं। अमेरिका में तो कोरोना से भी भारत से दोगुनी से भी ज्यादा मौतें हुई हैं। जबकि जनसंख्या का अंतर खुद देख लीजिए आप। असल में भारत में रेप की संस्कृति ही पश्चिम से आई है। उन्हीं देशों से, जिनसे तुलना कर नीचा दिखाया जाता है।
10/ इसी तरह अब दीवाली आ रही है। प्रदूषण पर ज्ञान रेला जाएगा। जब यही पटाखे लोगों के शादी-ब्याह में फटते हैं और नए साल पर दुनिया भर में फटते हैं तो उनसे सूर्य की किरणें निकलती हैं। प्रदूषण किसने शुरू किया? AC से सबसे ज्यादा होता है तो क्या हम अपने घरों और दफ्तरों से...
11/ ...हटा दे रहे हैं? नहीं न। गाड़ियाँ निकल रही हैं न? तो पटाखे भी फूटेंगे। आतिशबाजी का इतिहास रहा है हमारा। जो चीजें पश्चिम से आईं, वो सही हो गईं। और जो यहाँ सालों से चले आ रहे हैं, उनसे दिक्कत है? इसे ही Inferiority Complex कहते हैं। खुद के समाज को लेकर हीन भावना...
12/ ...है ये।
13/ हमारे त्यौहारों पर ज्ञान देना बंद करो। ज्ञान बहुत है हमारे पास। ज्ञान चाहिए तो ले लो, हर तरह के मिल जाएँगे। ज्ञान देना है तो ईद पर जो दुनिया भर में करोड़ों जानवरों को एक ही दिन में काट डालते हैं, उन्हें दो। हम न तो किसी त्यौहार पर नकली पेड़ सजाते हैं और न ही...
14/ ...जानवरों को लाखों-करोड़ों की संख्या में काटते हैं। हम असली तुलसी की पूजा करने वाले लोग हैं और गाय को पहली रोटी खिलाते हैं। इसीलिए, ज्ञान देने से पहले अपना ही इतिहास पढ़ लो। प्रदूषण, रेप कर पानी पर जाकर उन्हें ज्ञान दो, जिन देशों को देख कर लार टपकती है तुम्हारी।

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2/ ...गुलाम हैं हिन्दू और और ये सारी सम्पत्तियाँ उनकी ही तो है। वहाँ IAS अधिकारी मंदिर में घुस कर पंडितो से बहस करती है और जबरन हवन में बैठ जाती है। फिर मीडिया में आकर Patriarchy और हिन्दुओं के 'रूढ़िवाद' पर ज्ञान देती है। जनता वाह-वाह कर उठती है।
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