आदरणीय राहुलजी @RahulGandhi , मै महाराष्ट्रसे काँग्रेसका हितचिंतक हॉनेके नाते यहाकी कुछ बाते आपके ध्यानमे लाना चाहता हूं। पिछले साल शिवसेनाके नेतृत्वमे यहा जो सरकार बनी है, उसका हिस्सा होकर काँग्रेसने बहुत बडी गलती की है। हर दिन शिवसेना और राष्ट्रवादी काँग्रेस के लोग...
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... काँग्रेसका मझाक उडा रहे है। २ दिन पेहले ही, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेलने कहा की "काँग्रेस के वरिष्ठ नेताओने शरद पवार को प्रधानमंत्री बनने नाही दिया"। उसके बाद उद्धव ठाकरेके नौकर संजय राऊतने भी कहा की "काँग्रेसको बडे दिलसे शरद पवारका नेतृत्व मान लेना चाहिये"।
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इस सबके कूछ दिन पेहले शरद पवारने खुद कहा की "राहुल गांधी के नेतृत्वमे Consistency नही है"। हमारी आदरणीय नेता @AdvYashomatiINC जी ने उनको कडी भाषामे जवाब दिया। लेकिन उसके बाद भी संजय राऊतने कहा की "काँग्रेसको अब यह बात मान लेनी चाहिये कि अब वह कमजोर हो चुकी है"।
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इस सबके वजहसे काँग्रेसके नेता और सच्चे कार्यकर्ता बहुत गुस्सेमे है। शिवसेना जैसी चिल्लर पार्टीकी क्या औकात है की देशकी सबसे पुराने और इज्जतदार पार्टीको ऐसी बाते केहते है। और वो ४ सांसद वाले शरद पवारकी क्या हैसीयत है की उसको २०० सांसदवाली काँग्रेसने प्रधानमंत्री बनाना चाहिये था।
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पृथ्वीराज चव्हाण अशोक चव्हाण, बाळासाहेब थोरात और नितीन राऊत जैसे बडे नेताओंको इनके सामने चूप रेहना पड रहा है। और यहा शिवसेनाके साथ जानेके वजह से काँग्रेसको दुसरे राज्योमे नुकसान हो रहा है। ऊत्तर भारतीयोंको पिटनेवाली शिवसेनाके साथ सरकार बनवायी इसलीये बिहारमे नुकसान हुआ।
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अगर ऐसाही चलता रहा तो २०२२ मे ऊत्तर प्रदेशमे प्रियांकाजी मुख्यमंत्री नही बन सकती। शिवसेनाने लॉकडाऊनमे UP-बिहारके मजदूरोंके साथ बुरा व्यवहार किया। इसके वजहसे उन राज्योमे नुकसान हो रहा है। अबतो तामिळनाडूमे भी DMK के कुछ नेता केह रहे है की १९७० मे तमिळ लोगोनको परेशान....
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...करने वाली शिवसेनाके साथ सरकार बनाने वाली काँग्रेसके साथ चुनाव मत लडो। ये सब हातके बाहर जानेसे पेहले इसे रोकलो राहुलजी। आप ही एकमेव व्यक्ती हो जो मेरी इस भावना को समझ सकते हो। और वैसेभी इस सबके बदले महाराष्ट्रमे कुछ फायदा भी तो नही हो रहा। राज्य के कूल बजटके सिर्फ...
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...१०% बजट के Portfolios काँग्रेसको दिये गये है। काँग्रेसके पास कोई महत्वपूर्ण मंत्रालय नही है। लेकिन उसके बावजूद हर बातपे काँगेस बदनाम हो रही है चाहे वो कोरोना के खिलाफ की लडाई हो और कोई प्रश्न हो। हर बात पे जब भी आप मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हो तो हर बार महाराष्ट्र..
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... सरकार का रिपोर्ट कार्ड दिखाके आपको और बाकी काँग्रेस नेताओंको चूप कराया जाता है। मतलब खायापिया कुछ नही, ग्लास तोडा बारा आना। ये सब से बाहर आनेके लिये एक ही रास्ता है कि महाराष्ट्र सरकारसे समर्थन निकालना और काँग्रेसका संगठन मजबूत करना। जब तक इस मनहुस सरकारमे है तब तक...
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... काँग्रेसका कुछ भला नही हो सकता। पेहले सत्तामे रेहने के बावजुद शिवसेना मोदी को रोज गाली देती थी। लेकिन मोदी कायर था और शिवसेना से डरता था इसलीये कुछ कर नही पाया। लेकिन आप मोदी के तरह कायर नही हो और शिवसेना जैसी चिल्लर पार्टीसे डरने का कोई सवाल ही नही है।
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देशको काँग्रेस की जरूरत है। काँग्रेस देश की सबसे पुरानी और इज्जतदार पार्टी है। इसिलिये काँग्रेस के भलाई के लिये मै आपसे ये आशा करता हूं की आप महाराष्ट्र सरकार से सपोर्ट निकाल दे और सभी काँग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओंका मनोबल बढाये।
आपको और सोनियाजी को सादर प्रणाम 🙏
११/११
भाऊ तोरसेकर एकदा म्हणलेले की पवार हे काही ब्राम्हणद्वेषी नाहीत. मतांच्या राजकारणासाठी ते काही विधान करत असतील, परंतु देवेंद्रजी ब्राम्हण आहेत म्हणून पवार त्यांचा द्वेष करत नाहीत. तर त्यामागचं खरं कारण असं आहे की पवारांना फडणवीसांमध्ये तरुणपणीचा शरद पवार दिसतो.
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तशीच अभ्यासू वृत्ती, धडाडी, अफाट मेहनत, बोलण्यावर ताबा, शांतपणे संयम ढळू न देता राजकारण करणं हीच तर पवार यांची देखील वृत्ती होती. त्यात फडणविसांना पक्ष नेतृत्वाचा पूर्ण पाठिंबा आहे. त्यामुळे आपल्या हयातीत एक माणूस पुढे येऊन आपल्या पद्धतीचं राजकारण करून, आपण केलेल्या चुका..
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...टाळून अपल्यापेक्षा पुढे जातोय हे पवारांना खटकत आणि त्यामुळे ते फडनविसांचा द्वेष करतात असं भाऊ म्हणलेले. त्यावेळी काही मला ते पटलं नव्हतं. परंतु पवारांच्या आणि फडणवीसांच्या काही उत्कृष्ट मुलाखती ऐकून हे पूर्णपणे पटलं. त्या मुलाखती शेअर करतो आहे. इच्छुकांनी ऐकाव्यात.
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In WB assembly elections, BJP will either win 180+ seats or less than 50. There is not way in between. BJP can't win 100 or 125. Bengalis will either give full majority to BJP or TMC. They will never give fractured mandate.
1/n
To know the reason behind this, we need to understand how Dictatorial regimes like those of TMC & CPM work. These parties ensure that all the benefit of govt schemes goes only to those who vote for Party. They never let voters of other party reap the benefits of govt schemes.
2/n
Not just that, these parties maintain boothwise record of voting. If on any booth, people vote against that party, then after coming to Power, they Harass those people with Power cuts, Water Cuts, unnecessary raids of govt officials, non-coperation from govt agencies....
3/n
We are seeing a lot of outrage over GST Compensation issue these days. Let us analyze whats this GST Compensation issue actually is. As we all know, India replaced almost all Indirect Taxes with GST in 2017. Except the tax on Fuel, Alcohol & Customs,..
(1/n)
... all other Indirect Taxes were replaced with GST. There is uniform rate of GST across India on a particular product or service. As we all know, GST is divided into CGST, SGST/UTGST & IGST. IGST is levied on Interstate trade of goods or provision of services.
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Whereas CGST & SGST/UTGST combined are levied on Intrastate trade of goods or provision of services.
Let us take example of a product/service which charged at 18% GST. If seller and buyer are from different states/UTs, then 18% IGST will be levied which will then be....
(3/n)
I don't know why People (incl RWs) blame #NirmalaSitharaman so much for Economic slowdown & mock her continuously.
IMO, it's the policy failures in the first term of Modi Govt which is responsible for slowdown & not #NirmalaSitharaman .
I will explain why.
(1/n)
Contrary to general perception of layman that #DeMonetisation & #GST are responsible for slowdown, I feel there are other policy failures more responsible - 1. Delayed Payments to Industry by Govt Depts & PSUs. When govt itself never follows payment discipline, how....
(2/n)
.. how can we expect Payment discipline in Private Sector? According to one estimate, Govt owed more than 5 lac cr to MSMEs alone. Nirmala had nudged Govt Depts for faster clearances last year. I don't know it's current status tbh.
(3/n) financialexpress.com/industry/sme/d…
One of the major indicator of Economic Development of a country is the % of Population dependent on Agriculture. No country can really call itself a developed country unless it has minimum Population depending on Agriculture & yet producing better.
(1/n)
During WWII, Germany had almost 30% Population depending on Agriculture while USSR had 50-60%. This is the reason Germany could give so much hell to USSR even though it didn't have enough land & resources especially Oil. On the other hand, Britain had only 3% population...
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... depending on Agriculture and I am sure it would be similar number for US too. This is why Britain could eventually win with lesser losses than USSR (USSR won because of blunders committed by Hitler & not because of its own efficiency). A country's % of Population...
(3/n)
Today is the 320th Birth Anniversary of Shrimant #BajiraoPeshwa who was 2nd Peshwa of Chatrapati Shahu Maharaj.
Born on 18th August, 1700 at Shrivardhan, Maharashtra.
Died on 28th April, 1740 at Raverkhadi on the banks of Narmada River in Madhya Pradesh.
(1/n)
He was appointed as Peshwa (Prime Minister) of Maratha Empire by Chatrapati Shahu Maharaj at a young age of 20 after death of his father Balaji Vishwanath. Chatrapati Shahu Maharaj ignored all the naysayers who were against Bajirao's appointment.
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In his career of 20 years, Bajirao expanded Maratha Empire in India, successfully weakened the Mughals and kept Nizam of Hyderabad in check. He never lost a battle in his life and always enjoyed victory. Malwa (1723), Dhar (1724), Aurangabad (1724), Palkhed (1728),...
(3/n)