इस पोस्ट की पूरी आर्टिकल पोस्ट नहीं की गई थी, अगर आपने इस 👇आर्टिकल को पढ़ लिए है तो अब ये बाकि आर्टिकल पढने की कोशिश करें, जो 25 ट्वीट होने के बाद बाकि add ट्वीट नहीं हो पा रही थी, जिसके कारण मैंने पूरी आर्टिकल पोस्ट नहीं कर सकीं___1/14
किस तरह शरफाराज ने टाईम रहते अपनी होशियारी दिखाई है, अगर मेरी उससे बात नहीं होती तो अल्लाह बेहतर जानने वालों मैं से है क्या होती शरफाराज की फैमली के साथ क्या गुज़रती उसके मां बाप पर___"शरफाराज मुझसे बात करना चाहता था अल्लाह का शुक्र है कि उस दिन मैंने गुस्से में ही सही,
मैंने उसे ब्लॉक नहीं की और मैंने सभी स्क्रीन शॉट पहले देखनी चाही अगर बिना देखे उसे ब्लॉक कर देती तो आज मैं सबसे बड़ी गुनाहगार होती अगर ज़ैनब मुर्तद हो जाती तो____😭
मैं बता नहीं सकती हूं शरफाराज किस तरह से टूट चुका था वो मुझसे कॉल पर बात करना चाहता था, लेकिन मैं मजबूर थी
अपनी नंबर किसी को नहीं दें सकती हूं, संघी लोगों ने मुझे धमकी दिए है इसलिए मुझे एक डर भी सताती रही थी, कि कहीं शरफाराज भी तो उन्हीं लोगों मैं से नहीं है इसलिए मैं नंबर नहीं दें सकीं, शरफाराज कहता रहा बहन मुझे अपना नंबर दो क्या करूँ इस पर बात करना है मुझे कैसे अपनी बहन को बचाए__"
मैं मजबूर थी नहीं दी नंबर लेकिन अपनी बात रखी शरफाराज के सामने बोली अपने अबु को सारी बात बताओ, कहा कि मैं नहीं बताये होगे सब को बताये है हम यहा तक मेरी बहन को भी अबु खूब पीटे है मोबाइल छीन लिया गया है____"
लेकिन बहन को ना जाने क्या हुआ है वो कुछ समझने को तैयार नहीं है,
उसे अकेले नहीं छोड़ सकते है रूम मैं बंद हो कर कुछ कर ना ले इसी बात का डर है हमे बहन, मेरी अम्मी अभी भी रो रही है क्या करूँ आप यहा आए मेरी बहन को समझने की कोशिश करें, मैं कहीं मैं काफी दूर हूं नहीं आ सकती हूँ मेरे अब्बु इजाज़त नहीं देंगे नहीं तो मैं आ जाती भाई___"
शरफाराज अचानक अपनी अम्मी की वॉयस मेसेज दिए सुन कर मैं रो गई मुझसे रही नहीं गई फिर मैंने कॉल कर दी मेसेंजर पर, शरफाराज की अम्मी बहुत रो रही थी, मैंने समझने की कोशिश की लेकिन वो मां है वो हमे समझने की काबिल है भाला मैं क्या समझाती उन्हें___"
मैंने मशवरा दी आपने आसपास के लोगों को
अपनी हालात से वाकिफ़ कराए ताकि वो लो कुछ समझाने की कोशिश करे आपकी बेटी को, लेकिन शरफाराज की मां सिरे से मेरी बात को नकार दिए, कहे ये नहीं हो सकती है यहा लोग बदनामी पर तालियां बजाते है, और मैं ये सब उन्हें बताऊंगी तो हमारी क्या इज्जत रहेगी लोग समझाने तो दूर यहा और हमे ही उल्टा
सीधा बोल जायेगे____"
ये सब बाते सुन कर मुझे भी अफसोस हो रही थी, मैंने साफ साफ लफ़्ज़ों मैं कहीं अपनी बेटी से बात कराये हमे लेकिन ज़ैनब पर संगी प्यार की भूत सवार थी कहा से बात करती मुझसे माना कर दी, ज़ैनब की अम्मी कहीं क्या करे बेटा बताओ हमे कैसे इसे समझाये__,
फिर मैंने कहीं
की मेरे पहचान के कुछ लोग है अगर मैं उन्हें आपके के घर भेजीं तो आपको को तकलीफ तो नहीं ना होगी, शरफाराज की अम्मी सोच मैं पढ़ गई मैंने कहीं इतना मत सोचे बताये हाँ या ना___" काफी समझाने के बाद शरफाराज की अम्मी मान गई बोली ठीक है__"
फिर मैंने फिरोज भाई और फिरोज भाई के करीबी दोस्त
और रिश्तेदार आलिम-ए-दीन सय्यद हसनैन सर और उमर परवेज़ यही तीन लोग अपनी जिम्मेदारियों को पूरा कर के आए____"
कल रात उन्हीं लोगों से बात करने मैं देरी हो गई थी इसलिए पोस्ट नहीं कर पाई और सारी मामलात नहीं बता सकी, और मैं अपनी मोबाइल भाभी को दे दी थी और अपने भाई के मोबाइल से
सभी जिम्मेदारो से बात करने लगी थी, मैंने भाभी को कहीं थी एक ट्वीट कर दें कि पोस्ट करने मई देरी हो जाएगी, उन्हें हिन्दी नहीं आती है काफी लोग ये समझ लिए की मेरी I'd हैक हो गई___"
खैर, अल्हम्दुलिल्लाह मैं बेहद खुश हूं ईन भाईयों के ही वजह से एक बहन मुर्तद होने से बच गई____"
बाते तो बहुत है लिखने को लेकिन इतनी ही काफी है लड़की को बचा ली गई है मुर्तद होने से पहले, आज सुबह ही लड़की के वालिद से बात हुई है मेरी शरफाराज के अब्बु धनबाद मैं नहीं रहते है वो भी कल ही पहुंचे थे फिरोज भाई के पहुचने से पहले___'
शरफाराज के अब्बु मुझे हद से ज्यादा दुआ दिए,
यहा तक कि मुझे मदद कर रहे थे, मैंने मना कर दी और फिरोज भाई भी पैसे लेने से इन्कार कर दिए,
क्युँकि हम या हमारे साथ और भी तंजीमें या यूं कहीं जाए मुंबई की शेरनी शबाना अनस कुरैशी भी पैसों के लिए काम नहीं कर रही है हमे फिक्र है इसलिए_,
मुस्लिम शाहज़ादियो के नाम से ग्रुप बनाते है ये संघी लोग और भगवा लव ट्रेप को बड़ी आसानी से अंजाम दे जाते है, लेकिन अफसोस उन बेहयाई ल़डकियों पर जो बिना जाने ऐसी ऐसी हजारों ग्रुप से जुड़ जाते है, लेकिन ये कभी नहीं देखती है__1/18
कि अखिर ग्रुप admin कौन है मुस्लिम या गैर मुस्लिम____"
जरा गौर करिए आज Facebook पर अनगिनत ऐसे मुस्लिम नाम से ग्रुप हमारी नजरों के सामने होती है, लेकिन फिर भी जाने बेगैर हम ग्रुप मैं add हो जाते है, वहां पर अनजाने मैं ऐसे ऐसे ल़डकियों से और लडक़ो से बात करने लगते है ये सोच कर की
ये मुस्लिम ग्रुप है तो मुस्लिम ही सब होगे लेकिन हम ईन संघीयो के चलो से काफी अंजान होते है, ये कैसे कैसे चाल चलते है खबर नहीं हमे जरा भी इल्म नहीं है, मैने ईन संघीयो के साजिशों पर काई बार अपनी आर्टिकल मैं जोर दी है ये मीठी मीठी बात करते है इस्लाम को लेकर___"
नीचे दिए स्क्रीन शॉट पढ़िए इस भाई का नाम शरफाराज खान है, ये धनबाद (झारखंड) से ताल्लुकात रखते है, ये भाई मुझे आज से ठीक 23 दिन पहले एस.एम.एस किए थे फेसबुक मेसेंजर पर जैसा कि सब को मालूम है मैं किसी की एस.एम.एस की जवाब नहीं देती हूं___1/25
लेकिन इस भाई की बात ही कुछ और थी मैंने इनकी एसएमएस की जवाब नहीं देती थी तो ये ठीक शाम मैं मुझे मग़रिब बाद मेसेंजर पर कॉल करने लगते थे, लेकिन मैं तो ट्विटर पर ही पोस्ट पहले करती थी जब पोस्ट लिख रही होती थी तो इनका कॉल आती रहती थी मैं कट कर देती थी,एक दिन हद से ज्यादा कॉल इनका आने
पर मैंने जवाब देनी चाही तो मेसेंजर पर बहुत ज्यादा एसएमएस और स्क्रीन शॉट थी कुछ WhatsApp की तो कुछ Messenger की मैंने रीप्ले देने से पहले सारी स्क्रीन शॉट पढ़नी मुनासिब समझी उस वक़्त,
खैर मैं एक एक कर के सारी स्क्रीन शॉट पढ़ने की कोशिश की लेकिन इतनी बुरी बुरी चैटिंग की हुई थी,
इस पोस्ट पे बात करूंगी की लड़की वाले भी कम नहीं होते हैं, कई बार लड़का भले ही कितना भी नेक, मेहनतकश क्यूँ ना हो, लेकिन उसको सिर्फ इसलिये #रिजेक्ट कर दी जाती है, क्यूंकि उसके पास सरकारी नौकरी नहीं है, य़ा फिर____1/11
___आजकल ये चलन एक फैशन बन चली है मुआशरे मैं, दरअसल ये भी एक तरीके की खरीद फरोखत है, इसमे लड़के वाले नहीं खरीदते हैं बल्कि इसमें लड़की वाले अपनी लड़की के लिए बेहतर लड़का खरीद लेते हैं, और एक तरह की बज़ार की नई क़ीमत मुकर्रार
हो जाती है, जिस तरह पहले कोई दुल्हा अगर 2 लाख के खर्चे मैं आ जाते थे, लेकिन इसके बाद कोई भी दूल्हा 3 य़ा उससे भी ज़्यादा मैं खरीद ली जाती है, लड़की वाले भी अपने पैसों और रूतबे की ताकात दिखाने से आजकल पीछे नहीं हटते दिखाई दे रहे हैं___"
जैसे कि हमने निकाह पार्ट___6 मैं कहीं है कि कुवांरी लड़कियों से शादी कौन करेंगे___, दरअसल दीन ए इस्लाम मे एक से ज़्यादा निकाह करने मैं ये हिकमत भी छुपी हुई है, क्यूंकि जैसे कि हमने आपको बताई है कि दीन ए इस्लाम मे औरत का रूतबा___1/11
बहुत ज़्यादा है, जो आज तक किसी भी मज़हब मैं नहीं दी गई है, बल्कि दीगर मज़ाहिब मे तो औरत को बड़ी ही हिकारत की नज़रों से देखी जाती हैं, इसके बारे मे मैं बाद मे तफसील से पोस्ट करूँगी इंशाअल्लाह___"
•आज हम निकाह के बारे मे ही बात करेंगे, जब औरत को इतना ऊँचा दर्जा दि गई है,
तो आखिर फिर उन सौ(100) औरतों की हक़ इस्लाम कैसे छीन सकती है___• इसलिए अल्लाह ने एक से ज़्यादा निकाह करने की हुकुम अपने बन्दों को दिया है, लेकिन इसमे सबसे बड़ी रुकावट एक तो मुआशरा बनते है और दुसरी जो सबसे बड़ी रुकावट है खुद ख्वातीन हैं, उनके लौजिक भी बड़े ही अजीब होते हैं,
आए थोड़ी तवज्जो दी जाए ये तमाम वीडियो पर जो काफी भाईयों ने मुझे ईन वीडियो पर Mention किए है___"
जानते है आखिर ये सब वीडियो पर मुझे ही क्यूँ mention करते है, तो जान ले आज, क्यूंकि मैंने इस मुहिम को छेड़ रखी है___और मारते दम तक इस मुहिम में शामिल रहूँगी___1/13
जब तक संगी द्वारा फैलाई गई गंदगी साफ ना हो जाए हमारी मुआशरों से तो, आए एक नई वीडियो के साथ अपनी बात रखती हूं जो वीडियो मऊ की बताई जा रही है__"लेकिन इस तरह की हज़ारो वीडियो मेरे पास आती रहती है, लेकिन मैं शेअर नहीं करती हूं, क्योंकि अपने ही लोग सबसे पहले मुझे नसीहत करने लगते हैं
खैर इस वीडियो पर या mention किए गए तमाम वीडियो पर मैं कुछ नहीं कहूँगी, लेकिन एक बात जरूर कहूँगी___••…
तो आए आगे बड़ने की कोशिश करती हूं''
1___:-आज इस बदलते वक्त के साथ मुसलमानों ने खुद को बदलने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, आलीशान मकान बनवाने में मुसलमान पीछे नहीं,
जैसे कि हमने अपनी पिछली पोस्ट मे बात की थी एक से ज़्यादा निकाह की तो आज हम अपनी बात को आगे बढ़ाते हैं और बात करते हैं, इस सुन्नत के पीछे छिपी हुई हिकमत की, जैसे कि हमसब जानते हैं की कोई भी सुन्नत बिना हिकमत के नहीं है____1/11
यानि हर सुन्नत के पीछे कोई ना कोई बेहतरीन हिकमत ज़रूर होती है___"
•अलबत्ता हमे उसको समझने मे या उसको जानने मे परेशानी की सामना करनी पड़ती है,कई बार तो ऐसा भी होती है कि हम हिकमत भी जानते हैं और उसकी अजर भी जानते हैं जो हमे रोज़े हश्र मे मिलेंगी, लेकिन उसके बावाजूद
हम ऐसी सुन्नतो पर अमल करने से कतराते हैं, क्यूंकि हमे मुआशरे से डर लगता है, क्यूंकी आजकल हमने अपने रब से डरना छोड़ दिया है बल्कि मुआशरे से बहुत ज़्यादा डरने लगे हैं, और जब तक ऐसे ही रहेगी हमारी हालत बद से बदतारीन होती जाएगी___"