"The question that my friend had asked me still remained unanswered: did I feel proud of this hero worship of crowd? I disliked it and wanted to run away from it, and yet I had got used to it, and when it was wholly absent, 1/5
I rather missed it. Neither way brought satisfaction, but of the whole, the crowd has filled some inner need of mine. The notion that I could influence them and move them to action gave me a sense of authority over their minds and hearts; 2/5
and this satisfied to some extent, my will to power. In their past, they exercised a subtle tyranny over me, for their confidence and affection moved inner depths within me and evoked emotional responses. 3/5
Individualist as I was, sometimes the barriers of individuality seemed to melt away, and I felt that it would be better to be accursed with these unhappy people than to be saved alone. 4/5
But the barriers were too solid to disappear, and I peeped over them with wondering eyes at this phenomenon I failed to understand": Jawahar Lal Nehru.
An Autobiography, chapter number, 28, Independence And After, page number 217. 5/5
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जब सेंसर बोर्ड के पास ये फिल्म गयी तो उन्होंने कहा अगर रक्षा मंत्रालय को कोई आपत्ति ना हो तो ही ये फिल्म पास हो सकती है.
फिल्ममेकर ओमप्रकाश मेहरा रक्षा मंत्रालय गये, जहाँ उनसे प्राइवेट स्क्रीनिंग करने को कहा गया, जिसकी उन्होंने तत्काल व्यवस्था की 2/n
तत्कालीन रक्षा मंत्री प्रणव मुखर्जी, तीनो सेना प्रमुख और कुछ अन्य अधिकारीयों को ये फिल्म दिखाई गयी, फिल्म देखने के बाद रक्षा मंत्रालय के कुछ अधिकारीयों को रक्षा मंत्री एवं रक्षा मंत्रालय को भ्रष्ट दिखाने पर आपत्ति थी, और वो फिल्म के कुछ दृश्यों में बदलाव चाहते थे,3/4
#KashmirDiary 1/n
राजा नही फकीर है, देश की तकदीर है के नारे के साथ वीपी के जनता दल ने 140 सीटें जीत ली। कांग्रेस अब भी 195 सीट के साथ पहले नम्बर पर रही। लेकिन कहाँ 415 और कहाँ 195.. देश ने कांग्रेस को बैकसीट लेने का आदेश दिया था।
85 सीटो वाली भारतीय जनता पार्टी ने वीपी को समर्थन दिया। वामपन्थी दल भी उसके साथ आये। वीपी पीएम बन गए, और भाजपा ने सरकार की चाभी घुमानी शुरू की।
पंजाब इस वक्त जल रहा था। कश्मीर में छिटपुट आतंकवादी घटनायें शुरू हो गयी थी। #KashmirDiary 2/n
कुछ पुलिस अफसर, कुछ आईबी अफसर, एक जज मारे जा चुके थे। ये ज्यादातर मक़बूल भट मामले से जुड़े लोग थे। इस वक्त कश्मीर में असंतोष था, पर आतंकवाद शुरू न हुआ था। #KashmirDiary 3/n
Broadcast from Delhi, 15 Aug 1948. All India Radio
Ref~ Selected Works of Pt. Nehru, Second Series, Volume 7, page number 178.
"देश के युवाओं से, मैं एक विशेष अपील करता हूं, क्योंकि वे कल के नेता हैं और उन पर भारत के सम्मान और स्वतंत्रता को बनाए रखने का भार डाला जाएगा। 1/5
मेरी पीढ़ी गुजर रही है, जल्द हम भारत की उज्जवल मशाल, जो भारत की महान और शाश्वत आत्मा को प्रस्तुत करती है, छोटे हाथों और मजबूत हाथो में सौंप देंगे। आशा है वे इसे ऊंचा, प्रकाशित और बेदाग रखेंगे, ताकि इसकी रोशनी हर घर तक पहुंचे, लोगों में विश्वास, साहस और भलाई लाए।" पंडित नेहरू 2/5
" To the Youth of the country, I would make a special appeal, for they are the leaders of tomorrow and on them will be cast the burden of upholding India's honor and freedom. 3/5
एयर इंडिया के बिकते ही भक्तों ने नेहरूजी पर झूठ फैलाना शुरू कर दिया है..पर झूठ का सर्वनाश ही हमारा मिशन है..
1. झूठ : नेहरूजी ने टाटा से एयर इंडिया छीन लिया था
● सच : 1950-1990 तक प्राइवेट कंपनियों के पास पैसा नही होता था.. 1/7
राष्ट्रीयकरण एक सरकारी नीति थी..विश्व मे अलग अलग देश ट्रांसपोर्ट का राष्ट्रीयकरण कर रहे थे..इसी नीति के तहत एयर इंडिया का राष्ट्रीयकरण हुआ..LIC भी सरकारी बनाई गई.. 2/7
2. झूठ : एयर इंडिया का सरकारीकरण गलत था
● सच : एयर इंडिया अनोखा प्रयोग था..इसीसे प्रेरित हो कर Cathay Pacific, Thai Airways जैसी विदेशी सरकारी एयरलाइन बनी थी..एयर इंडिया एशिया की पहली सरकारी एयरलाइन थी जिसने 1960 में बोइंग-707 खरीदा था..नेहरूजी ने इसका नाम "गौरीशंकर" रखा था 3/7
चलिए आज बात करते है भाजपा के एक संस्थापक सदस्य की, सिकंदर बख्त साहेब की, क्योंकि उनकी इस कहानी में शामिल है आरएसएस का दोमुंहापन और भाजपा की असलियत. 1/11
1952 में सिकंदर बख्त कांग्रेस से एमसीडी चुनाव जीते सिकंदर बख्त 1969 में कांग्रेस के टूटने तक कांग्रेस में रहे और फिर कांग्रेस ओ में चले गये. आपातकाल के समय एक साल जेल में रहे फिर जनता पार्टी में चले गये. 2/11
1980 में जब भाजपा बनी तब अटल बिहारी वाजपयी ने उन्हें राष्ट्रिय महासचिव बनाया और इस तरह वो भाजपा के संस्थापक सदस्य बन गए, अब बात करते है भाजपा ने इस संस्थापक के साथ क्या किया इसकी. भाजपा ने जीवन के अंत तक रहे बख्त को भाजपा ने एक चुनाव तक लड़ने का मौक़ा नहीं दिया. 3/11