#ChhathPuja#Economics
Considering greater Bihar population (including part of UP east) at 15 cr and migration of 20% as not all could celebrate Chhath (and not only 20 pc are migrant),it happens to be around 2.5 cr household. (1)
#ChhathPuja#Economics
Reducing 15 % Muslim population brings us at 2.1 cr household. A conservative estimate would be the expense of Rs 1000 household each. So, it may stand out at 2500 cr rupees minimum.(2)
#ChhathPuja#Economics
I have not added crackers, sound, keertan, celebrity singers and Darbhanga-Patna air travel cost and Railway revenues! Also, the cost of cleanliness, water body cleaning, lesser crime scenerio may be add to another thousand crore rupees (3 )
#ChhathPuja#Economics
This is the worship of nature, Sun God & our reverence for the river. If the whole nation adopts it like other TV-Cinema induced celebrations, we can have a great stride towards river-water body cleanliness and a good response to the pollution.(4End)
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#ChhathPuja
1.प्रश्न ये है,आखिर बिहार/आसपास के क्षेत्र में ही छठ क्यों? यह कब से मनाया जा रहा है और इसकी सर्वव्यापकता का राज क्या है? छठ की कुछ बातें उल्लेखनीय हैं- सूर्योपासना, पुरोहित या कर्मकांड का न होना, व्यापक समाज की भागीदारी और स्थानीय वस्तुओं, फलों और उत्पादों का प्रयोग
#ChhathPuja 2. कह सकते हैं कि यह पर्व 'सभ्यता-पूर्व' पर्व है- उस समय का पर्व, जब समाज अपने ठोस रूप में संगठित होना शुरू नहीं हुआ था. शायद इसलिए भी इसमें सभी जाति-वर्ण के लोग एक जैसी श्रद्धा से भाग लेते हैं.
#ChhathPuja 3. रामधारी सिंह दिनकर अपनी किताब ''संस्कृति के चार अध्याय'' में संकेत देते हैं कि हो सकता है इस प्रकार के पर्व उन अनार्य और जनजातीय महिलाओं द्वारा आर्यों की संस्कृति में प्रविष्ट किए गए हों जिनसे विवाह आर्य लोगों ने इन क्षेत्रों में आगमन के बाद किया था.
#BhagalpurAirport
कल ट्विटर पर भागलपुर एयरपोर्ट ट्रेंड कर रहा था और मेरा मत है कि वहाँ एक एयरपोर्ट होना ही चाहिए। बल्कि मैं इसमें कुछ संशोधन के साथ(अगर संभव हो तो) इसे भागलपुर और मुंगेर के बीच में कहीं बनाने की मांग करता हूँ। (1)
#BhagalpurAirport
भागलपुर बिहार का एक प्रमुख व्यापारिक शहर है और दक्षिण पूर्वी बिहार का तो सबसे बड़ा शहर है। इसकी आबादी करीब 5 लाख है और हस्तशिल्प से लेकर, शिक्षा, साहित्य, कला आदि में इसका बड़ा योगदान रहा है। यहां शरतचंद्र जैसे बड़े लेखक भी आकर रहे, जिनका यहीं पर ननिहाल था। (2)
#BhagalpurAirport
भागलपुर से देश के अन्य हिस्सों में जाने के लिए अभी ट्रेन से 25 से 50 घंटे तक लगते हैं। यहाँ से सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट पटना या बंगाल में बागडोगरा है जहाँ जाने में कम से चार-पाँच घंटे लगते हैं। दरभंगा का नया एयरपोर्ट भी वहाँ से करीब पाँच-छह घंटे की दूरी पर है। (3)
बिहार में खासकर मिथिला क्षेत्र की बात करें तो किसानी की हालत खराब तो है, लेकिन वृक्षारोपण/बागवानी बढ़ रही है। ख़ासकर लोग आम, जामुन, महोगनी और सागवान के पेड़ लगा रहे हैं। मछली पालन बढ़ रहा है, लोग तालाब खुदवा रहे हैं।आंध्र की मछली अब नहीं दिखती, बंगाल से मछली की आमद बढ़ी है। (1)
बंगाल से उत्तर बिहार में मछलियों की आवक का कारण चार लेन हाईवे है और बेहतर ग्रामीण सड़कों का होना है। वहाँ से जिंदा मछलियाँ आती हैं और यहाँ के तालाबों में 3-4 दिन तक रखी जाती हैं। स्वाद में बहुत फर्क नहीं है। आज से 10-15 साल पहले तक यहाँ पर आँध्र की मछलियों का राज था। (2)
सरकार भले ही बिहार में ज़मीन की चकबंदी न कर पाई हो, पर लोग निजी स्तर पर ज़मीन को एक जगह लाने की कोशिश कर रहे हैं। पलायन ने आबादी का घनत्व घटाया है, समाज में बाहरी पैसों से ही सही, थोड़ी समृद्धि दिखती है। कानून व्यवस्था तुलनात्मक रूप से ठीक है। ज़्यादातर झगड़े भूमि विवाद के हैं(3)