आज एक ऐसे झूठ की बात करते है जिसे फ़ैलाने का श्रेय केवल आरएसएस को ही नहीं बल्कि अरुण जेटली और रविशंकर प्रसाद को भी जाता है
दावा किया जाता है की पंडित नेहरु ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की सदस्यता दो बार ठुकराई, इसके सत्य पर प्रकाश डालते है इस थ्रेड में. #NehruFacts 1/n
नियमों के मुताबिक सुरक्षा परिषद में बदलाव के लिए संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में संशोधन की आवश्यकता होती है. जिसे कुल सदस्यों के दो तिहाई बहुमत के समर्थन के साथ-साथ पांचों स्थायी सदस्यों का समर्थन जरूरी है. #NehruFacts 2/n
27 सितंबर, 1955 को संसद सदस्य डॉ. जेएन पारेख की तरफ से पूछे गए सवाल के जवाब में पंडित नेहरू कहते हैं, 'इस तरह का कोई प्रस्ताव, औपचारिक या अनौपचारिक नहीं है. कुछ अस्पष्ट संदर्भ इसके बारे में प्रेस में दिखाई दिए हैं जिनका वास्तव में कोई आधार नहीं है. #NehruFacts 3/n
इसमें (सुरक्षा परिषद) कोई भी परिवर्तन चार्टर में संशोधन के बिना नहीं किया जा सकता. इसलिए सीट की पेशकश और भारत का इससे इनकार का कोई सवाल ही नहीं है. सदस्यता के लिए योग्य सभी देशों के प्रवेश का समर्थन करना है.' aajtak.in/india/story/di… #NehruFacts 4/n
बताया जाता है एक बार अमेरिकी राष्ट्रपति और दूसरी बार सोवियत रूस ने भारत को सुरक्षा परिषद् की सदस्यता देने की बात अवश्य की मगर ये उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर था. इनमे से किसी ने औपचारिक सदस्यता की पेशकश नहीं की बल्कि राजनितिक वक्तव्य दिया. #NehruFacts 5/n
अमेरिका की बात को स्वीकार करने का अर्थ था रूस और चीन के खिलाफ जाना, और रूस की बात को स्वीकार करने का अर्थ था अमेरिका के खिलाफ जाना, और इस खिलाफत का भारत को कोई फायदा होना नहीं था, क्योंकि सदस्यता के लिए स्थायी सदस्यों का मत आवश्यक था. #NehruFacts 6/n
ये आरोप में उतना ही झूठा है जितने पंडित नेहरु पर लगाये गए अन्य आरोप, मगर आश्चर्य ये है की जेटली और प्रसाद जैसे कद के नेता भी इस स्तर तक गिर सकते है. आखिर आरएसएस की शिक्षा का असर तो होना ही है #NehruFacts 7/n
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संघ से जुड़े लोग WhatsApp और फेसबुक के माध्यम से एक बात को बार बार फैलाते है की गांधी जी चाहते तो शहीद भगत सिंह की फांसी की सजा रुकवा सकते थे. चलिए आज इसी की सत्यता को परखा जाए #BhagatSinghAndGandhi 1/n
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को लोग खूब जानने लगे थे. जेल में कैदियों को लेकर उनकी लंबी भूख हड़ताल. और ब्रिटिश कोर्ट में उनका मिजाज. ये मामला बहुत चर्चित हो गया था. गांधी जी उस समय के सबसे बड़े नेता थे, सो लोगों ने उम्मीद लगाई हुई थी कि वो कुछ करेंगे. #BhagatSinghAndGandhi 2/n
17 फरवरी, 1931 को गांधी जी और वायसराय इरविन के बीच राउंड टेबल कांफ्रेंस हुई, 18 फरवरी को गाँधी जी ने इरविन से कहा "इस मुद्दे का हमारी बातचीत से संबंध नहीं है. मेरे द्वारा इसका जिक्र किया जाना शायद अनुचित भी लगे. लेकिन #BhagatSinghAndGandhi 3/n
#Thread
हिंदुत्व महज 100 साल पहले, सावरकर के राजनैतिक दर्शन से उपजा राजनैतिक पंथ है। इसकी जड़ें प्राचीन हिन्दू धर्म मे नही, इटालियन डॉक्ट्रिन ऑफ फासिज्म में हैं। हिंदुत्व उस दौर में सफलता के चरम पर खड़े फासिज्म से चुंधियायी आंखों का स्वप्न है। #HindutvaIsNotHinduism 1/n
हिंदुत्व, हिन्दू धर्म नही है। हिन्दू शब्द पर आस्था रखने वाली जनता, शब्दो के महीन खेल से विचलित हो रही है। सचाई यही है, कि हिंदुत्व, हमारा सनातन धर्म नही है। हमारी वैदिक परम्पराएँ, हमारा कल्चर, हमारे आदर्श और शिक्षाएं, हिंदुत्व नही है। #HindutvaIsNotHinduism 2/n
बेझिझक इसमे हिन्दू धर्म के प्रतीकों, नारों, श्लोक का इस्तेमाल होता है। हमारे ईश्वर, देवताओं, हमारी मान्यताओं, हमारी वेशभूषा, गाय, तिलक, श्लोक, और तमाम सिंबल का इस्तेमाल होता है। चुराकर, कब्जा करके, धोखे से, प्रोपगेंडे के साथ इस्तेमाल होता है। #HindutvaIsNotHinduism 3/n
तमाम रियासतों के एकीकरण का श्रेय सरदार पटेल को और काश्मीर और 370 का दोष पंडित नेहरु को, ये है भाजपा से जुड़े लोगो की सोच, आज इसी पर सत्य की चर्चा करते है #NehruFacts 1/n
सबसे पहली बात, जब संविधान सभा में आर्टिकल 370 पर चर्चा हुई थी, तब पंडित नेहरु देश के बाहर थे और देश के कार्यकारी प्रधानमंत्री सरदार पटेल थे. #NehruFacts 2/n aajtak.in/india/story/sa…
इतना ही नहीं, कांग्रेस ने आर्टिकल 370 का पुरजोर विरोध किया मगर सरदार पटेल ने इसे संविधान सभा से पास कराया #NehruFacts 3/n
नेहरु और काश्मीर का सच पार्ट 1
हमारी TL और सर्वत्र मोदीभक्त नेहरु को नीचा दिखाने के लिए पटेल को नेहरु से अलग कर दिखाने का प्रयत्न करते रहते है. आज उनके एक बड़े झूठ की बात करते है, और वो झूठ है काश्मीर:
शुरुआत करते है काश्मीर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी से #NehruAndKashmir 1/n
१. आर्टिकल 370 को श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने पूर्ण समर्थन दिया था.
२. मुखर्जी ने नेहरू को अनुच्छेद 370 पर एक समयबद्ध शर्त लगाने का सुझाव दिया था।
Reference: A Constitutional History J&K, published by Oxford University Press in 2011 By Historian A G Noorani #NehruAndKashmir 2/n
"हम शेख अब्दुल्ला के साथ घाटी में किसी विशेष तरीके से व्यवहार करने के लिए तत्परता से सहमत है, लेकिन जम्मू लद्दाख को पूरी तरह से भारत के साथ एकीकृत हो।" मुखर्जी का पत्र नेहरु को जनवरी 9, 1953
हमेशा की तरह एक बार फिर आरएसएस से जुड़े अंध मोदीभक्त नयी कहानी ले कर आये है. AIIMS की स्थापना में पंडित नेहरु नहीं बल्कि तत्कालीन स्वास्थमंत्री राजकुमारी अमृत कौर का योगदान था. अर्धसत्य..... भ्रमित करने के लिए यही हथियार ये हमेशा इस्तमाल करते है.
एम्स की स्थापना THE ALL INDIA INSTITUTE OF MEDICAL SCIENCES ACT, 1956 के माध्यम से हुई थी, जिसे संसद ने पास किया था, और स्वास्थ मंत्री की हैसियत से अमृत कौर ने इसे संसद के पटल पर रखा था,
संघी झूठ: नेहरु एम्स के खिलाफ थे इसलिए कौर ने अपनी सम्पत्ति बेच कर एम्स का निर्माण कराया
सच: नेहरु सरकार में स्वास्थ मंत्री अमृत कौर ने एम्स की स्थापना के लिए न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, वेस्ट जर्मनी, डच सरकारों के साथ साथ Rockefeller और फोर्ड फाउंडेशन से अनुदान प्राप्त किया था
बीजेपी नेहरू जी को बदनाम करने में क्यों जुटी रहती है हर समय केवल झूठ, फोटोशोप, इत्यादि का सहारा ले कर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री और प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का अपमान करती है..क्योंकि_ #NehruFacts 1/n
●नेहरू का बसाया_
देश का पहला वेलप्लांड शहर चंडीगढ़ का श्रेय तो लेना है..
पर..नेहरू..? #NehruFacts 2/n
●नेहरू का बनवाया गया_
देश का नम्बर वन चिकित्सा संस्थान एम्स का लाभ, श्रेय तो लेना है..
पर..नेहरू..? #NehruFacts 3/n