तुजुक-ए-जहाँगीरी (1623) कहती है—‘कश्मीर में इस्लाम के आगमन के पहले बने शानदार मंदिर अब भी खड़े हैं और सभी पत्थर के बने हैं।’
1834-38 के बीच कश्मीर की यात्रा पर आए विग्नेट ने 1842में लिखे अपने संस्मरण में 70 से 80 मंदिरों की उपस्थिति की बात की है।
दस सालों तक कश्मीर के शासक रहे++
मिर्ज़ा हैदर दुगलत ने अपनी किताब तारीख-ए-रसीदी में लिखाहै:
“कश्मीर के अचरजों में सबसे शानदार चीज़ है उसके मंदिर। कश्मीर के भीतर और उसके आसपास डेढ़ सौ से अधिक मंदिर हैं।बाकी दुनिया में ऐसी इमारत देखने या सुनने को नहीं मिलती। कितना आश्चर्यजनक है कि यहाँ डेढ़ सौ ऐसी इमारतें हैं।”
++
आईन-ए-अकबरी में अबुल फ़ज़ल कहते हैं कि उनमें से कई एकदम सही तरीके से संरक्षित हैं।
मोहम्मद इशाक खान का मानना है कि सिकंदर के राज्य में मंदिरों का ध्वंस तो हुआ था लेकिन मार्तंड और अवंतीपुर के मंदिरों को बारूद से तोड़े जाने की बात इसलिए सच नहीं हो सकती कि उस दौर में कश्मीर तक +++
बारूद पहुँचा ही नहीं था। ये मंदिर भूकंप में नष्ट हुए थे।
स्टेन भी भूकंप जैसी घटनाओं के कश्मीर में मंदिरों के टूटने की वजह बताते हैं।
#कश्मीर_और_कश्मीरी_पंडित
@Ashok_Kashmir

• • •

Missing some Tweet in this thread? You can try to force a refresh
 

Keep Current with Sushil trivedi

Sushil trivedi Profile picture

Stay in touch and get notified when new unrolls are available from this author!

Read all threads

This Thread may be Removed Anytime!

PDF

Twitter may remove this content at anytime! Save it as PDF for later use!

Try unrolling a thread yourself!

how to unroll video
  1. Follow @ThreadReaderApp to mention us!

  2. From a Twitter thread mention us with a keyword "unroll"
@threadreaderapp unroll

Practice here first or read more on our help page!

More from @s_kumar2083

11 Sep
#कश्मीरनामा
#कश्मीर_और_कश्मीरी_पंडित
क्या #ब्राह्मण कश्मीर के मूलनिवासी हैं ?
आम तौर पर कश्मीरी पंडितों के नैरेशन में यह बताया जाता है कि कश्मीर में ब्राह्मणों के अलावा कोई जाति नहीं थी और ये ब्राह्मण कहीं और से नहीं आए थे बल्कि यहीं के मूल निवासी थे। उदाहरण के लिए 1996 से 1999+
तक कश्मीरी एसोसिएशन के अध्यक्ष तथा1997से 2000तक ऑल इंडिया कश्मीरी समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रहे शिया पोस्ट-ग्रेजुएट कॉलेज,लखनऊ से सेवानिवृत डॉ.बैकुंठनाथ शर्गा कश्मीरी ब्राह्मणोंको #सरस्वतीनदी के किनारे रहने वाले संत-महात्माओं की संतानें बताते हैं जो कश्मीर में जाकर2000 ईसा-पूर्व++
बस गए थे। वह इन्हे शुद्ध #आर्य नस्ल का बताते हैं और इनकी उत्पत्ति भारतीय मानते हैं। इसी आधार पर वह दावा करते हैं कि कश्मीर में सिर्फ़ ब्राह्मण निवास करते थे।
लेकिन इस दावे की बाक़ी आलोचनाओं को छोड़िये, #राजतरंगिणी का एक सावधान पाठ भी इसे आधारहीन साबित करदेता है। #कल्हण न केवल+
Read 8 tweets
10 Sep
#कश्मीरनामा
#कश्मीर_और_कश्मीरी_पंडित
कश्मीर उद्भव कथा : मिथक से विज्ञान तक

बुर्जहोम उत्खनन और वैज्ञानिक साक्ष्य :
1961 में आरम्भ हुई बुर्जहोम की खुदाई से प्राप्त चीज़ें कश्मीर के प्रागैतिहासिक काल की सबसे विश्वसनीय जानकारी का स्त्रोत हैं। टी एन खजांची कश्मीर मे 1960से1970
++
के बिच में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की उस टीम के निदेशक थे जिसने कश्मीर में बुर्जहोम में पुरातत्व सर्वेक्षण का काम शुरू किया। एम. के. कॉ. द्वारा सम्पादित किताब 'कश्मीर एन्ड इट्स पीपल' में वह कश्मीर के प्रागैतिहासिक युग के बारे में विस्तार से बात करते। 1935 में येल-कैंब्रिज
++
द्वारा गए संयुक्त अध्ययन में एच.डी.ई. टेरा, टी. चार्डिन और टी.टी. पैटरसन ने कश्मीर में 'करेवा फॉर्मेशन' को लेकर रोचक निष्कर्ष निकाले। प्रतिनूतन काल, जिसमें चट्टानों का निर्माण हुआ के आरंभिक काल में जहाँ हिमालय जैसे पर्वतों का निर्माण हुआ, वहीँ कश्मीर में नदियों, झीलों और

+++
Read 15 tweets

Did Thread Reader help you today?

Support us! We are indie developers!


This site is made by just two indie developers on a laptop doing marketing, support and development! Read more about the story.

Become a Premium Member ($3/month or $30/year) and get exclusive features!

Become Premium

Too expensive? Make a small donation by buying us coffee ($5) or help with server cost ($10)

Donate via Paypal

Or Donate anonymously using crypto!

Ethereum

0xfe58350B80634f60Fa6Dc149a72b4DFbc17D341E copy

Bitcoin

3ATGMxNzCUFzxpMCHL5sWSt4DVtS8UqXpi copy

Thank you for your support!

Follow Us on Twitter!

:(