साथियों! वंदेमातरम 🙏🚩🇮🇳अभी-अभी ये लंबी पोस्ट What's app पर मिली, जिसने भी लिखी खूब लिखी। आपके पढ़ने और समझने के लिए प्रस्तुत है। 🇮🇳🇮🇳
दृश्य #1
वर्ष 2007 ।उत्तर प्रदेश विधान सभा का आम चुनाव । शराब व्यापारी पौंटी चड्ढा ने ₹200 करोड़ रुपये की 🇮🇳👇1
कैश फंडिंग बहन मायावती की बहुजन समाज पार्टी को प्रदान की इसका उपयोग कर ₹100/-प्रति प्रतिभागी की दर से करते हुए बहन मायावती ने ताबड़ तोड़ रैलियां की हर रैली में लाखों की भीड़ जुटी। भीड़ के बीच जो कैश बटा उसे मीडिया ने लोकतंत्र का उत्सव नाम दिया।
बहन मायावती जीत गयीं 🇮🇳👇2
मुख्यमंत्री बन गयी।उन्होंने उत्तर प्रदेश के आबकारी विभाग से प्रदेश की मदिरा की बिक्री और सप्लाई चेन का पूरा काम छीनकर मोंटी चड्ढा के ग्रुप को दे दिया।मोंटी चड्ढा रातो रात ₹15000 करोड़ का टर्नओवर करनेवाले बड़े शराब व्यापारी और रियल एस्टेट टाइकून बन गए। इससे मात्र 6-7 साल 🇮🇳👇3
पहले तक उनके पिता मुरादाबाद शहर की एक शराब दुकान के बाहर चखना (मूंगफली, प्याज और नमकीन सेव का मिश्रण ) बेचा करते थे । अंतत: व्यापार की पराकाष्ठा के दौर में ही पोंटी चड्ढा अपने ही भाई की गोली से मारे गए पर आज नोयडा सेक्टर 18 मे सबसे ऊंचा कॉमर्शियल काम्प्लेक्स 🇮🇳👇4 @rs414317
कॉम्प्लेक्स "वर्ल्ड वन" उनके स्वामित्व वाली कम्पनी का ही है ।
दृश्य#2
नोटबन्दी का समय ₹2100 करोड़ रुपये का कैश फण्ड समाजवादी पार्टी से जुड़े ,भदोही निवासी महिला पदाधिकारियो और पार्टी से सहानुभूति रखने वाले निर्यातकों के एक गुट द्वारा काठमांडू ,नेपाल के 🇮🇳👇5 @kamleshrahang15
होटल एम्पायर में शिफ्ट किया गया।लॉजिस्टिक में महिला पदाधिकारियों और नारी संरक्षण संवासिनो के निरीह समूह का इस्तेमाल किया गया। इस कुचक्र में भी #भदोही से ताल्लुक रखने वाले निर्यातक परिवार की महिलाएं शामिल थी।2017 में समाजवादी सरकार चली गयी पर #भदोही निवासी 🇮🇳👇6 @Kashi_Ka_Pandit
निर्यातक जिन्हें समाज आवारा, छिछोरे और चरित्रहीनों की श्रेणी में रखता था , वे सभी करोड़पति हो गए । लगभग सभी के सभी ₹25 - ₹50 करोड़ के व्यापारी हो गए । बड़े घर, आलीशान जीवन शैली, बला की खूबसूरत पत्नियां, उससे भी सुंदर सालिया
दृश्य #3
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022. 🇮🇳👇7
चुनावी गतिविधि अपने चरम पर है समाजवादी पार्टी की रैलियों में लाखों की भीड़ जुट रही है। मीडिया का एक वर्ग भी आई पी एल की चीयर लीडर की तरह आकर्षक और उत्तेजक परिधानों मे अखेश भैया को, जहा वो जाते है उस हर जगह उन्हें ढूढ़कर,कभी बस के अंदर, कभी बस की छत पर ,कभी 🇮🇳👇8 @ManjuSh37235221
लायन सफारी की चमकती हुई कॉन्क्रीट वाली सड़को पर घेरकर दिन प्रतिदिन के लिहाज से डेली उनके इंटरव्यू की बाइट ले रही है ।
बाइट में कही बातें न उत्साह जगाती है,न आशा और न ही विजन।सो मीडिया का कैमरा अपना फोकस भीड़ की ओर मोड़ देता है,दिखाता है कि लाखो की भीड़ जुट रही है 🇮🇳9 @BablieV
अखेश भैया की सभाओं में।
टीवी विजुअल के बल पर उत्साहित अखेश भैया कहते है कि जनता उनकी पार्टी को 350 की जगह 400 सीट भी दे देगी तो किसी को आश्चर्य नही होना चाहिए
अक्ल लैस भैया की जनसभाओं में भाग लेने का कैश डिसबर्सल रेट ₹500/- प्रति व्यक्ति है।मैनपावर अरेंज करने वाले 🇮🇳👇10
कॉन्ट्रेक्टर को ₹10,00,000/- से ₹50,00,000/- प्रति रैली अलग से। मीडिया के लोगो की आवभगत में ₹500,000/- प्रति चैनल अलग । सो प्रति रैली ₹5 करोड़ से ₹10 करोड़ का खर्च आ रहा है ।
दृश्य#4
मोदी मंच से घोषणा करते है । योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के लिए बहुत उपयोगी है। 🇮🇳👇11
पर मोदी ने यह नही कहा कि योगी बहुत ही निर्मम भी है ।
योगी की दी हुई लीड पर आयकर विभाग समाजवादी पार्टी के 4 - 5 फंड मैनजर के यहां छापा मार देता है । किसी के यह 68 करोड़ अघोषित कैश का कबूलनामा मिलता है । किसी के यहां ₹120 करोड़ का ।अखेश बिलबिलाते कहते है हारती हुई 🇮🇳👇12
भाजपा अभी ई डी और आई बी को भी लगाएगी। फोन टैपिंग का आरोप लगाते है। समर्थन में प्रियंका वाड्रा आगे बढ़कर एक और इल्जाम लगाती है कि फोन टैपिंग की तो छोड़ो , मेरे तो बच्चो के इंस्टाग्राम अकाउंट तक हैक हो रहे है । निर्मम योगी के साथ मोदी भी कठोर हो जाते है और भारत सरकार के 🇮🇳👇13
साइबर अपराध आपात नियंत्रण टास्क फोर्स को तुरंत जांच में लगा देते है ।
उत्तर प्रदेश सरकार में पदासीन विभिन्न विभागों के अधिकारी मुलायम को मामले की गभीरता संमझाते है । क्या चल रहा है यह भी बताते है । उन्हें व्यक्तिगत रूप से डी ए केस के दौरान मिली जलालत और हरारत का पिछला 🇮🇳👇14
अनुभव भी है।उस समय के डी ए केस में तब जिन अमर सिंह ने मामला सम्भाला था वह स्वर्गवासी हो चले।मुलायम आसन्न विपत्ति को भाप लेते है ।भागे भागे उपराष्ट्रपति की पोती की शादी में शामिल होते है ,संघ प्रमुख के साथ एक ही सोफे पर बैठ चाय पीते है शायद जीवन में दूसरी बार कहा होगा 🇮🇳👇15
"लड़के है गलती हो जाती है"
पर निर्मम योगी नही मानते कानपुर के व्यापारी के यहां आई टी डिपार्टमेंट की टीम के साथ जी एस टी इंटेलिजेंस की टीम लगा देते है। टीम दो दिन में आधा दर्जन कैश कॉउंटिंग मशीन की मदद से ₹179 करोड़ कैश की रिकवरी कर लेती है
टी वी न्यूज चैनल इस घटना की 🇮🇳👇16
ब्रेकिंग न्यूज बाइट वाली नही चलाते।वो अखेश भैया के इटावा सफारी में लिए गए इंटरव्यू वाली बाइट को दिन में दो बार और चलाते है
पर भाजपा का आई टी सेल शोशल मीडिया में नोटो के पहाड़ और कॉउंटिंग मशीनों के इस्तेमाल का विजुअल वायरल कर देता है ।
शाम तक टी वी मीडिया हार मान लेता है 🇮🇳👇17
और "समाजवादी इत्र" के जनक और व्यापारी पीयूष जैन के घर से ट्रकों में भर भर कर जब्त किये रुपयों का सीन चलाने को मजबूर हो जाता । साथ में बनारस के क्रूज पर भाजपाई नेताओ के इंटरव्यू बाइट भी चलाने लगता है । शाम होते होते योगी बाबा भी उसी क्रूज पर अंजना ओम कश्यप को मुस्कराते 🇮🇳👇18
हुए इंटरव्यू देते दिख जाते है । उस इंटरव्यू की बाइट अब आजतक चैनल पर कल शाम से लगातार चल रही है । कल शाम को भी,रात में भी और आज सुबह भी ।
सवाल #1
लगभग 500 करोड़ कैश की रिकवरी ने आने वाले समय मे कम से कम 50 राजनैतिक रैलियों की भ्रूण हत्या कर दी है ? लोकतंत्र के उत्सव में 🇮🇳👇19
जन सामान्य को मिलने वाले "रैली भागीदारी बख्शीश" को खत्म कर दिया है ? और शायद क्या चुनाव बाद उभरने वाले एक और पोंटी चड्ढा को खत्म कर दिया है ?
सवाल #2
क्या यह बाहुबली आपराधिक माफियाओं की अबैध सम्पत्तियों पर बुलडोजर चलवाने वाले योगी संस्करण 1.0 का यह संस्करण 2.0 है जो 🇮🇳👇20
आर्थिक माफियाओ पर भी सरकारी मशीनरी को बुलडोजर के रूप में इस्तेमाल कर रहा है ?
सवाल#3
या फिर यह कदम मीडिया + राजनीतिज्ञ गठजोड़ के द्वारा धनबल के सहारे एक फाल्स पोलिटिकल नैरेटिव को जनता के सामने परोसते रहने ,अकूत धन कमाने की रागा शैली को धराशायी कर एक और नया टिकैत या एक और 🇮🇳👇21
नया केजरीवाल खड़ा करने की कवायद को शुरुआत में ही धराशायी करने की ओर एक साहसिक कदम है ?
🙏🚩🇮🇳 रामजी जाने
पर ओमिक्रोन के दौर में हम सभी आमजन लोकतंत्र के इस महाउत्सव से आनंदित जरूर हो रहे है।
वाकई राजनीति बहुत मायावी है। आप का क्या ख्याल है?👇 #सनातन_की_शान_योगीजी @naubatrai
साथियों! जय माता की 🙏🚩🚩यह मैसेज what's app से मिला आप भी सच्चाई जानिये। लंबी थ्रैड है लेकिन आखिर तक पढ़िये 🙏🇮🇳
*लखीमपुर काण्ड का मुख्य उद्देश्य - केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री मनोज मिश्रा को उनके पद से हटाना, क्योंकि मनोज मिश्रा ने ऐसा बयान दिया था 🙏🇮🇳👇1
कि तराई में अवैध कब्जेधारी खालिस्तानियों और अफजल गुरु के समर्थक भयग्रस्त हो गये थे, ऐसे में हाइकमान राकेश टिकैत से विचार विमर्श के बाद लखीमपुर काण्ड कि पटकथा लिखी गई मेरा निवेदन है कि इस लेख को अवश्य पढ़ें यदि आपको इस षड्यंत्र और षड्यंत्रकारियों के 🙏🇮🇳🚩👇2
बारे में जानना है* लखीमपुर कांड: ये किसान नहीं, दुधवा नेशनल पार्क की सैकड़ों-हजारों एकड़ जमीन कब्जा कर बैठे भिंडरावाला तथा अफजल गुरु के समर्थक भूमाफिया तथा पाकिस्तान के HB एजेंट थे!
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लखीमपुर की हकीकत🙏🚩🇮🇳👇3
साथियों! ये कहानी उन लोगों की सोच पर एक करारा तमाचा है जो कभी किसी चीज या परिस्थिति में संतुष्ट होते ही नहीं, उन्हें और बस और और चाहिए वो भी तब जब कुछ साथ नहीं जायेगा ।😡😡
*आत्मा से तृप्त लोग..*
बस स्टैंड पर बैठा मैं अपने शहर जाने वाली बस का इंतजार कर रहा था। अभी... 1👇😊
बस स्टैण्ड पर बस लगी नहीं थी।
मैं बैठा हुआ एक किताब पढ़ रहा था।
मुझे देखकर लगभग 10 साल की एक बच्ची मेरे पास आकर बोली, "बाबू पैन ले लो,10 के चार दे दूंगी। बहुत भूख लगी है, कुछ खा लूंगी।"
उसके साथ एक छोटा-सा लड़का भी था, शायद भाई हो उसका।
मैंने कहा: मुझे पैन तो नहीं चाहिए।
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आगे उसका सवाल बहुत प्यारा सा था,
*फिर हम कुछ खाएंगे कैसे ?*
मैंने कहा: मुझे पैन तो नहीं चाहिए पर तुम कुछ खाओगे जरूर..।
मेरे बैग में बिस्कुट के दो पैकेट थे, मैने बैग से निकाल एक-एक पैकेट दोनों को पकड़ा दिए, पर मेरी हैरानी की कोई हद ना रही जब उसने एक पैकेट वापिस करके कहा,*"
हमारा धर्म पहले संपूर्ण धरती पर व्याप्त था।
पहले धरती के सात द्वीप थे- जम्बू, प्लक्ष, शाल्मली, कुश, क्रौंच, शाक एवं पुष्कर। इसमें से जम्बूद्वीप सभी के बीचोबीच स्थित है। राजा प्रियव्रत संपूर्ण धरती के और राजा अग्नीन्ध्र सिर्फ जम्बूद्वीप के राजा थे।
जम्बूद्वीप में
नौ खंड हैं- इलावृत,भद्राश्व, किंपुरुष,भारत, हरि,केतुमाल, रम्यक, कुरु और हिरण्यमय। इसमें से भारतखंड को भारत वर्ष कहा जाता था।भारतवर्ष के 9 खंड हैं- इसमें इन्द्रद्वीप, कसेरु, ताम्रपर्ण, गभस्तिमान, नागद्वीप, सौम्य, गन्धर्व और वारुण तथा यह समुद्र से घिरा हुआ द्वीप उनमें भारत नौवां है