🔹४. पूजा के दौरान शिवलिंग को शंख से कभी नहीं छूना चाहिए|
🔸५. ध्यान रखें कि कभी भगवान शिव और सूर्य देवता को शंख से जल अर्पण न करें|
🔹६. यह कुछ रहस्य है जिनका कारण शायद ही कोई जल्दी से दे
#शंख बजाने से क्या लाभ होते हैं इस संबंध में हम थोड़ी सी चर्चा कर सकते हैं
👇
👉 हिन्दू धर्म में पूजा के समय शंख बजाने की परम्परा काफी समय से चलती आ रही है| शंख को घर के पूजा घर में रखना और बजाना बहुत शुभ माना जाता है| आइए जानते हैं पूजा में शंख बजाने और इसके इस्तेमाल से क्या फायदे होते हैं|
👉 लक्ष्मी जी सागर से उत्पन्न हुई थी| शंख की गिनती
समुद्र मंथन से निकले चौदह रत्नों में होती है| शंख का भी लक्ष्मी जी की तरह सागर से उत्पन्न होने के कारण शंख को लक्ष्मी जी का भाई कहा जाता है| इसलिए धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जिस घर में शंख होता है, वहां लक्ष्मी का वास होता है|
👉 विष्णु जी तथा देवी लक्ष्मी दोनों ने अपने
हाथ में शंख को धारण किया हुआ है| इसलिए हिन्दू धर्म में शंख को बहुत शुभ माना जाता है|
👉 ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार शंख में जल रखने तथा छिड़कने से घर का वातावरण शुद्ध होता है|
👉 शंख की ध्वनि से मन में सकारात्मक विचार पैदा होते हैं|
👉 धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शंख के
जल से शिव, लक्ष्मी आदि का अभिषेक करने से ईश्वर प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है|
👉 कहा जाता है कि शंख की ध्वनि से वातवरण पवित्र होता है जिससे नकारात्मक ऊर्जा और दुष्ट आत्माएं घर से दूर रहती हैं|
👉 शंख बजाने से फेफड़ों का व्यायाम होता है| श्वास रोगी यदि
नियमित रूप से शंख बजाएं तो उन्हें इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है|
👉 वास्तु के अनुसार शंख को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है| शंख की आवाज से ‘सोई हुई भूमि’ जागृत होकर शुभ फल देती है|
👉 आयुर्वेद के अनुसार शंखोदक के भस्म के उपयोग से पेट की बीमारियां,
पथरी, पीलिया आदि कई तरह की बीमारियां दूर होती हैं|
👉 शंख में कैल्शियम, फास्फोरस व गंधक के गुण पाए जाते हैं| शंख में रखे पानी को पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं|
👉 शंख में रातभर रखे पानी को तीन चम्म्च सुबह खाली पेट पीने से कब्ज से राहत मिलती है|
👉 रात भर शंख में रखे
पानी में बराबर मात्रा में सादा पानी मिलाकर आँखों को धोने से आँखे स्वस्थ रहती हैं|
👉 नहाने के बाद त्वचा पर हल्के से शंख रगड़ने से त्वचा में निखार आता है और त्वचा से संबंधित समस्याओं से राहत मिलती है|
👉 शंख के जल से शालीग्राम को स्नान कराएं और उस जल को गर्भवती स्त्री को
पिलाएं| इससे पैदा होने वाला शिशु पूरी तरह स्वस्थ होता है| साथ ही बच्चा कभी मूक या हकला नहीं होता|
👉 दक्षिणावर्ती शंख में दूध भरकर शालीग्राम का अभिषेक करें| फिर इस दूध को निरूसंतान महिला को पिलाएं| इससे उसे शीघ्र ही संतान का सुख मिलता है|
👉 शंख बजाने से शरीर तथा दिमाग
में रक्त संचार ठीक तरह से होता है| जिससे बाल झड़ने जैसी समस्या से राहत मिलती है|
👉 शंख बजाने से चेहरे की मांसपेशियों की कसरत होती है| जिससे झुर्रियों से बचाव होता है|
💥 #अस्त्र :-
👇👇 #अस्त्र उसे कहते हैं, जिसे मन्त्रों के द्वारा दूरी से फेंकते हैं। वे अग्नि, गैस और विद्युत तथा यान्त्रिक उपायों से चलते हैं। दैवी अस्त्र वे आयुध हैं जो मन्त्रों से चलाये जाते हैं। प्रत्येक शस्त्र पर भिन्न-भिन्न देव या देवी का अधिकार होता है और
मन्त्र-तन्त्र के द्वारा उसका संचालन होता है। वस्तुत: इन्हें दिव्य तथा मान्त्रिक-अस्त्र कहते हैं।
ब्रिटिश पार्लियामेंट में 1872 में ब्रिटिश एविडेंस एक्ट 1872 पारित किया था इसके अनुसार अपराधी के पास बरामद सारी चीजें एविडेंस के तौर पर पेश की जाएंगी और उन्हें सुरक्षित रखा जाएगा और उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा
मुझे लगता है 1872 में साईकिल का भी अविष्कार नहीं हुआ था फिर
जब यही कानून ब्रिटिश सरकार ने भारत पर लागू कर दिया फिर यह भारतीय एविडेंस एक्ट 1872 बन गया
यानी यदि कोई अपराधी अपराध किया है फिर उसे पकड़ा जाता है तो वो जिस गाड़ी में होगा उस गाड़ी को भी एविडेंस बना लिया जाता है या किसी गाड़ी में अपराध हुआ है तो उसे भी एविडेंस एक्ट के तहत
बहुतों को शायद ये पता न हो कि दरगाहो मे एक बेड़ी बाँधने और काटने की रस्म होती है। दरगाह मे जाकर मन्नत माँगने वाली लड़की के पैर मे काले रंग के धागे से बेड़ी बाँध दी जाती है। #Thread
ये बेड़ी कथित मन्नत के पूरा होने पर दरगाह मे जाकर खादिम से कटवाई जाती है, तब जाकर वो लड़की बेड़ी कटवाकर मुक्त होती है। ये मजारों के खादिमों का नया टंटा है, जिसमे अधिकतर हिन्दू लड़कियां दरगाहों पर बेड़ी बँधवा रही हैं।
इसकी शुरुआत कलियर शरीफ से हुई थी..यह भोली भाली हिन्दू
लड़कियों को फ़साने का टोटका है जो बहुत हद तक कामयाब हो रहा है। आजकल हर छोटी बडी दरगाह मे यही बाँधने -काटने का धंधा चाल रहा है ।
पैर के पास जहां पायल या धागा पहनते है उस जगह पर मंगल ग्रह का निवास माना जाता है और मंगल ग्रह को काली चीज पसंद नही इसलिए काला धागा पैरों में नही
🔸5. #भीगे पैर नहीं सोना चाहिए। सूखे पैर सोने से लक्ष्मी (धन) की प्राप्ति होती है। *(अत्रिस्मृति)* टूटी खाट पर तथा *जूठे मुँह* सोना वर्जित है - #महाभारत