मोदी जी का परिवार!! Profile picture
My Enfield Bullet,Laptop, backpack and the roads-- the world becomes the classroom, and PEOPLE-- my teachers ... (😀😀😀Based on a true story)
Yash Vikram 🇮🇳 Profile picture 1 subscribed
Nov 12, 2022 21 tweets 12 min read
होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि तर्क बढ़ावै साखा|
अस कहि लगे जपन हरिनामा। गईं सती जहँ प्रभु सुखधामा|| ......

कुछ दिनों से चल रहे एक प्रसंग ने रामायण,श्री रामचरितमानस , महाभारत , अध्यात्मरामायण और न जाने किन किन ज्ञान स्त्रोतों के दर्शन कराये जिसके लिए मैं इसे प्रारंभ 1/n ..करने वाले महानुभावों को साष्टांग दंडवत कर प्रणाम करता हूँ|
उनके कारण मैं मैया सीता और प्रभु श्री राम के विषय में और पढ़ पाया,जान पाया!

तो आगे बढ़ते हैं!

विवाद/टिप्पणी का विषय बना यह श्लोक-

सुवृत्तामसुवृत्तां चाप्य त्वामय मैथिलि|
नोत्सहे परिभोगाय श्वावलीढं हविर्यथा|| 2/n
Jan 21, 2022 16 tweets 7 min read
इन ट्वीट्स के लिए मुझे 2-2 रूपये मिलेंगे।पहले ही बता दिया है इसलिए कमलगड्डा, अंधभक्त और अन्य गालियाँ दीजिए और आगे न पढ़िए।

नही मानते तो अपनी रिस्क पर पढ़िए।

इंडिया गेट अँग्रेजों ने बनाया था 1921 में काम शुरू हुआ, 1931 में खत्म हुआ!

ब्रितानिया सल्तनत के लिए जान देने वाले 1/n ज्ञात और अज्ञात सैनिकों के लिए!
तब अमर जवान ज्योति मेमोरियल नहीं हुआ करता था।
26 जनवरी की परेड धूम धाम से होती थी पर भारत की आज़ादी,भारत के लिए स्वयं को न्यौछावर करने वालों की स्मृति में कोई उल्लेखनीय स्मारक न था
शायद 1930 की है ये फोटो,ध्यान से देखिए अमर जवान ज्योति नहीं है 2/n
Jul 6, 2021 12 tweets 6 min read
ज़बरदस्त !!

पत्रकारिता की एक नई विधा - बदहवास पत्रकारिता

दीपक जी का मैं फैन हूँ, और रहूँगा भी क्योंकि ये जो करते हैं उसको एक्सट्रीम स्तर पर ले जाते हैं| (उच्चतम या निम्नतम के पचड़े में मैं नहीं पडूँगा!

पूरे वाराणसी स्टेशन के परिसर को खोजने के बाद इन्होंने पूरे विश्वास के 1/n ... साथ डिक्लेअर कर दिया की "क्योटो" के आधुनिक कैंट रेलवे स्टेशन में पीने के पानी के लिए "एकमात्र" नलका लगाया गया है|

सब कुछ अच्छी तरह जानते हुए इन्होने जिस "बौद्धिक बेईमानी" का प्रदर्शन किया है वो अगर आप गंभीरता से सोचें तो वास्तव में पीड़ादायक हैं| ऐसा इसलिए है क्योंकि 2/n
Jul 4, 2021 15 tweets 7 min read
आइए आज बताता हूँ की कैसे मोदी जी काशी की कुछ पुरानी परम्पराओं का सर्वनाश कर रहे हैं।
इस थ्रेड को ध्यान से पढियेगा!!

कैसी लग रही हैं यह तस्वीरें देखने में?
है ना अद्भुत?
बरसों से लोग आते थे,इस स्थान के आसपास से बोट राइड करते हुए'Wow!awesome'के उद्गारों के साथ वापस चले जाते थे 1/n आप भी अगर पिछली ट्वीट को ध्यान से देखेंगे तो दशाश्वमेध घाट का वह सुंदर सा प्लेटफॉर्म दिखेगा, जहां से गंगा जी के आरती का सबसे अच्छा व्यू मिलता है।
जहाँ खड़े होकर गंगा जी को बैकग्राउंड में रख कर सबसे बढ़िया तस्वीरें आती हैं।
शायद आप ने भी खिंचवाई होगी।
मैंने मार्क किया है।

2/n
Apr 30, 2021 11 tweets 6 min read
सनातन संस्कृति में हर वृक्ष, पौधा विशिष्ट है। इसका कोई प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं।
लेकिन कुछ वृक्षों को विशेष माना गया है -
वृंदावने वटोवंशी प्रयागेय मनोरथा:।
गयायां अक्षयख्यातः कल्पस्तु पुरुषोत्तमे ।।
निष्कुंभ खलु लंकायां मूलैकः पंचधावटः ।
स्तेषु वटमूलेषु सदा तिष्ठति माधवः ।। प्रयाग का अक्षयवट,अवंतिका(उज्जैन) का सिद्धवट, नासिक का पंचवट(पंचवटी),गया का बोधिवृक्ष, वृंदावन का वंशीवट!
Apr 13, 2021 8 tweets 5 min read
कुम्भ के कारण कोरोना फैल रहा है!

ऐसे या इस प्रकार के भावों से भरे उद्गार ट्वीट और पोस्ट में देख रहा हूँ।
कुछ विचार मेरे मन में भी आये जो शेयर कर रहा हूँ।

लोग इकट्ठे होंगे तो रिस्क अधिक है इसको कोई न नकार सकता है, न नकार रहा है।
ऐसे में कुम्भ में इंतज़ाम क्या हैं,जाने वालों 1/n .. का उद्देश्य क्या है (क्या वह शहीद होने की कामना लेकर जा रहे हैं?), कुम्भ में आने वाले अन्य लोगों के मन में उनके लिए क्या भाव हैं?द्वेष है क्या?? क्या कहीं से भी मरने मारने के भाव हैं??क्या ऐसी कोई सौगंध खाई है की किसी भी नियम का पालन नहीं करेंगे??
मैं और आप इन सब बातों के 2/n
Apr 12, 2021 4 tweets 2 min read
दिल्ली से दो लोग पूर्वोत्तर के एक राज्य के अपने गाँव में गए। SOP होने के बावजूद कोई टेस्ट नही कराया और न एंट्री पर ये डिक्लेअर किया की बाहर से आये हैं।
फिर हल्की तबीयत बिगड़ी, उनकी माता का देहांत हो गया।
दोनों संक्रमित थे और माँ को भी उन्हीं से हुआ कोरोना। कोई आरोग्य सेतु का मज़ाक बना रहा है तो कोई टीकाकरण का, कोई एक राज्य के बढ़ते केसों की तुलना दूसरे राज्य से कर के सिद्ध करने में लगा है।
मौत के ऐसे प्रैफरेंसेज नहीं है।वो सबको घेरती है - धर्म,जात , पार्टी , विचारधारा से कोई मतलब नही।
और ये बात जिन्हें समझ आती है या आयी है..
Mar 10, 2020 12 tweets 15 min read
While most of us in North are either disconnected or in dark about what is being done on the political front by @BJP4TamilNadu and volunteers, any visitor who just tries to have a look will be impressed by those innovative efforts to promote and propagate @narendramodi jis vision In this thread I will try to mention a few that I met and came back impressed with their efforts. Most of you already know about @Mahesh10816 ji and how he has positively impacted thousands of people through PM @narendramodi jis @AyushmanNHA yojana ,by simple awareness camps
Nov 21, 2019 16 tweets 20 min read
बुलावा !!!

जय सिया राम !!!

हर हर महादेव !!

#Ayodhya

#Tweevalogue जय सिया राम

दैवीय योजना सदैव सुगम,सरल व दिव्य होती है।
इसकी अनुभूति जीवन भर करता आया हूँ।मर्यादाओं,परंपराओं,अतीत के गर्व व वैभव की पावन भूमि अयोध्या🙏🙏🙏
यहाँ की विशेष अनुभूति हेतु मनःस्थिति भी विशेष रखनी होगी..

#Ayodhya #Tweevalogue

Pic - सरयू किनारे!
May 5, 2019 12 tweets 5 min read
ऐसे रेस्पोंस होते थे , आतंकवादी हमलों के ! सैनिकों के हत्यारे, खुलेआम पाकिस्तान के नापाक इरादों का साथ देने वाले प्रधानमंत्री के घर जा के शान से हाथ मिलाते थे।
Jan 17, 2019 8 tweets 4 min read
कुंभ में ध्यान रखने योग्य कुछ बातें -
1) एक दम स्नान के समय पहुँचने की योजना न बनायें। एक दिन पहले पहुँचें।
2) अगर अपनी गाड़ी से आ रहे हैं तो उसे निश्चिन्त हो शहर के बाहर आधिकारिक पार्किंग स्थलों में पार्क कर के संगम तक चल रही निशुल्क शटल सेवा का लाभ लें।

#KumbhMela2019 1/n करोड़ो लोगों का आना जाना है, सुरक्षा से कोई समझौता अनेकों का काल बन सकता है, इसलिए @Uppolice के साथ सहयोग करें। ट्रैफिक इत्यादि की सुचारू व्यवस्थाएँ हैं। थोड़ा अगर चलना भी पड़े तो इसको इस महायज्ञ में अपनी आहुति समझें।
#KumbhMela2019 2/n
Jan 4, 2019 9 tweets 2 min read
बहुत अच्छे से याद है की पिताजी को भैया बहुत मना के एक सेकंड हैंड साइकिल खरीदे थे 120 रुपये की। किसी हवाई जहाज से कम नहीं लगती थी। पूरा पेंट छूट चुका था पर खूब पोंछते थे उसकी रिम वगैरह।
उस ज़माने में गाँव के प्रधान जी के दुवार पर 3-4 ट्रेक्टर खड़े रहते थे। 1/n दिमाग पर प्रधान जी के रुतबे की ऐसी छाप कि आज 30 साल बाद भी"प्रधान जी"ही निकल रहा है दिमाग से!
माँ,बड़की माई,दीदी का मुँह अंधेरे खेत(शौच) जाना।खुद हम भी खेत ही जाते। पीतल के भारी लोटा लेकर रुतबे वाले लोग और जैसे तैसे पानी ले जाते बाकी सब।
प्रधान जी व उनका परिवार पैदाइशी ओडीएफ थे!
Jul 3, 2018 14 tweets 9 min read
आप सभी प्रबुद्ध हैं, संभव हो सके तो इस प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करें- इन तस्वीरों में आप क्या देख पा रहे हैं?
All of you are educated .. if possible ,try answering this question - What do you see in these pics? #Kashi आग्रह है, इस वीडियो को पहले म्यूट कर के देखिए। उसके बाद जो बोला जा रहा है उसके साथ ।


हो सकता है की मैं गलत हूँ , ये वीडियो गलत हो, आप स्वयं काशी जा के देखें, क्या मंदिरों का अतिक्रमण उचित है??
आस्था क्या मात्र व्यवसाय है??
सभी प्रबुद्ध हैं ,स्वयं सोचें।