2)
भेदाभेद तथा वाद निर्माण हुए उन्हें आपसी सामंजस्य से
दोनों पंथ के लोगों ने समाप्त किया और तब उनके मध्य अंशतः ऐक्य निर्माण हुआ। ये घटना पहली सदी की है। इन दोनों पंथ के
3)
रमणिक 'वेलुरक 'पर्वत के मध्य,काले पाषाण के प्रवेश द्वार के दोनों तरफ ---दायीं बायीं तरफ धम्मचक्र जहाँ थे और जहाँ दो सिंहस्तंभ बनवाये गये थे। याद रहे संपूर्ण जंबूदीप में यह सबसे भव्य
4)
5)
6)
'धम्मचक्र' जिस पर सिंहस्तंभ थे।
7)
8)
-- अशोक नगरे..
अपना इतिहास ----अपनी संस्कृति
मराठी से हिंदी रूपान्तरण :
राजेंद्र गायकवाड़..
वॉल #Prem_Prakash