एक कोशिश #FarmBills2020 समझाने की
🙏🙏🙏🌹
किसी गाँव में बाहर जाने का सिर्फ एक ही रास्ता था. उस रास्ते पर एक पहलवान लट्ठ लेकर बैठा रहता था. वो हर आने जाने-वालों से कमीशन लेता था.
कुछ समय बाद गाँव का प्रधान बदल गया औऱ नये प्रधान ने बाहर जाने का एक नया रास्ता और बनवा दिया, जिस पर कोई लट्ठधारी पहलवान नहीं था.
कुछ गाँव वाले प्रधान के इस नए मार्ग का विरोध करने लगे तो प्रधान जी ने स्पष्ट कर दिया कि... "मैंने सिर्फ नया रास्ता बनवाया है, लेकिन पुराना बंद नहीं किया है.
अब गाँव वालों को फैसला करना है कि उनको लट्ठ खा कर आना-जाना है या बिना लट्ठ खाये."
लेकिन कुछ लोग अब भी नये रास्ते का पुरज़ोर विरोध कर रहे हैं और उसी पहलवान के साथ धरना भी दे रहे हैं. वे जिद्द पर अड़े हुए हैं कि लोकतंत्र में कोई हमें लट्ठ खाने के अधिकार से कैसे वंचित कर सकता है!
पहलवान का लट्ठ खाए बिना अब हमें चैन ही नहीं मिलता!
जब हम ख़ुद लट्ठ खाना चाहते हैं तो नया प्रधान इसमें अड़ंगे क्यों डाल रहा है!
किसान आंदोलन से इसका को लेना देना नहीं है लेकिन उसके सन्दर्भ में ये उदाहरण बुरा नहीं है...❗️🙏🙏👍👍
• • •
Missing some Tweet in this thread? You can try to
force a refresh
कोई अगर पूछे की Modi ने 2022 तक "किसानों" की आय दोगुनी करने के लिए क्या क्या प्रयास किये ...
- जनधन एकाउंट्स
- उन्नत भारत अभियान
- फसलों का MSP बढाया
- किसान सम्मान निधि से ₹6,000
- फसल बीमा योजना
- MGNREGA में ज्यादा वेतनमान
- किसान क्रेडिट कार्ड
- डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर
- नीम कोटेड यूरिया
- शौचालय एवं गैस सिलिंडर
- eNAM की सुविधा
- बिजली और पानी की व्यवस्था
- सॉइल हेल्थ कार्ड
- 37 मेगा फ़ूड पार्क्स
- 297 कोल्ड चेन प्रोजेक्ट्स
- किसान Train
- आयुष्मान भारत मेडिकल बीमा
- गाव में ऑप्टिकल फाइबर
- ग्राम आवास योजना PMAY
- ग्राम सड़क योजना
- पीएम कुसुम योजना
- पर ड्रॉप मोर क्रॉप - माइक्रो इरीगेशन
- किसान पेंशन योजना
- कृषि सिंचाई योजना
- परंपरागत कृषि विकास योजना
- वन Nation वन Ration Card
- बिचौलिया मुक्त नया किसान बिल
- 'स्वामित्व', प्रॉपर्टी कार्ड स्कीम
अहमद शाह अब्दाली का साथ दिया था आला सिंह ने जिसने लाखों सिक्खों का क़त्लेआम किया....❗️
जिसके एवज में अब्दाली ने इनको 300 गाँव भेंट में दिए थे जिससे नींव पड़ी पटियाला स्टेट की.....
⚫️⚫️⚫️⚫️⚫️🙏
इन्ही की पीढ़ी में आगे चल के महाराजा ऑफ पटियाला हुए भूपेंद्र सिंह...
इनका नाम इतिहास में हुवा जलियांवाला कांड को मूक सहमति देने के कारण....इन्होंने जनरल डायर को लेटर लिख के जलियावाला कांड को ब्रिटिश की तरफ़ से सही उठाया गया कदम माना था ..जिसके एवज में इनको भी ब्रिटिश सरकार ने पैसा शौहरत और कई उपाधियों से नवाजा था........❗️
इन्ही भूपेंद्र सिंह के पोते है कैप्टन अमरिंदर सिंह..अंतर बस इतना है कि इनके दादा अंग्रेजो की चाटते थे ये इटेलियन की...अभी दो दिन पहले हरियाणा सीएम खट्टर जी ने फोन पे इनसे बात की इन्होंने बोला "खट्टर तू अपना राज्य संभाल मुझे नसीहत मत दे"....एक्जेक्टली सेम वर्ड.....
क्या आप जानते हैं कि नए कृषि कानून में ऐसा क्या है जो पुराने कानून में नही था.......❗️
🙏🙏🙏
पहले किसान अपनी उपज मंडी , ( मंडी समिति य्या APMC ) में बेचने के लिये बाध्य था ।
मने मंडी की चारदीवारी के बाहर उपज बेचना ग़ैरकानूनी था ।
मंडी में अपनी उपज बेचने पे किसान को 8.5% tax देना पड़ता था ।
इसमे से लगभग 2.5%मंडी में बैठे आढ़तियों बिचौलियों की जेब मे जाता था और शेष 6% मंडी समिति और राज्य सरकार की जेब मे ।
पंजाब जैसे राज्य में यदि 2 लाख करोड़ रु की फसल खरीदी जाती थी तो उसमें से लगभग 17000 करोड़ रु आढ़तिये, बिचौलिए, मंडी समिति और राज्यसरकार ले जाती थी और ये 17000 करोड़ रु किसकी जेब से जाता था❓❓❓
भारत के न्याय तंत्र में वामपंथियों और कट्टरपंथी मुस्लिमों की घुसपैठ किस कदर हो गई है सोचिए....
🙏🙏🙏
भारत की अदालतें सिर्फ उन्हीं मामलों का सुओ मोटो लेती हैं
जिन मामलों में मुस्लिम पीड़ित हो और यदि हिंदू दलित पीड़ित होते हैं तब उन्हीं मामलों में Suo-moto लेती है जिसमें आरोपी जनरल क्लास के हिंदू हो❗️
यदि किसी दलित पर मुस्लिम ने अत्याचार किया है तब उन मामलों में वह कभी suo-moto नहीं लेते❗️
उत्तर प्रदेश में एक ही दिन 2 घटनाएं हुई ...एक बलरामपुर में एक हाथरस में ..हाथरस की घटना पूरी तरह से संदिग्ध है क्योंकि परिवार ने 8 दिनों के बाद बलात्कार होना बताया गया और मेडिकल रिपोर्ट में और यहां तक की डॉक्टरों ने भी बताया कि उनके पास बलात्कार की कोई पुष्टि नहीं है❗️❗️
डा. राजकुमारी बंसल या नकली भाभी को हम लोग हँसी में ले रहे हैं लेकिन यह है बहुत गभ्भीर विषय...🙏🙏🙏🙏
यह नक्सल, अर्बन नक्सल, वामपंथ और कांग्रेस का पुरा नेक्सस है जो ऊपर से देश में कांग्रेस के लिए वौद्धिक और सैनिक रुप से काम करता है.. इसके पास लुटा हुआ धन है समर्पित लेखक पत्रकार,
ब्यूरोक्रट्स जज और वकील हैं विशेष रुप से मुस्लिम जो सभी जगह बिरजमान हैं । अटल सरकार के बाद जब कांग्रेस की सरकार बनी तब सोनिया के नेतृत्व में इन लोंगो ने अपना काम करना शुरु किया और दूसरे कार्यकाल में तो इन्होने सभी संवेदनशील जगहों तक पर अपने आदमी बैठा दिए ।
दुर्भाग्य से मोदी प्रथम कार्यकाल से ही शिक्षा विधि और कार्मिक मंत्रालय किसी शातिर मंत्री के हाथ में नही रहा ।
कोरेगाँव के बाद दिल्ली हाथरस यह सब कोरेगाँव की ही तर्ज पर किए गए हैं एकदम सुनियोजित धन और बुद्धि का अनुठा समिश्रण है इनमें.. ❗️
हम सभी प्राचीन मिस्र के महान पिरामिड के बारे में जानते हैं।
🙏🙏🙏🙏
हममें से कितने लोग प्राचीन भारत के महान पिरामिड के बारे में जानते हैं?
बरेली, जिसे पहले अहिछत्र के रूप में जाना जाता था, का उल्लेख महाभारत में द्रौपद के राज्य पांचाल की राजधानी के रूप में किया गया था।
बाद में इसे अर्जुन ने जीत लिया और द्रोण को दे दिया। द्रुपद को अपनी राजधानी को दक्षिणी पांचला में कंपिलिया में स्थानांतरित करना पड़ा। अहिच्छत्र एक महान शहर के रूप में वर्णित किया गया था
बरेली में उत्खनन से एक विशाल पिरामिड के रूप में एक विशाल प्राचीन मंदिर का पता चला है।
इसके अलावा खंडहर 22 मीटर ऊंचाई (तुलना के लिए, काबा 13 मीटर है) और शीर्ष पर एक लिंग है। साइट 187 हेक्टेयर है। तुलना करके, रोमन युग का लंदन सिर्फ 140 हेक्टेयर था
यदि १२ वीं शताब्दी में जिहादी आक्रमणकारियों द्वारा इसके विनाश के बाद भी ईंट मंदिर खंडहर इतना विशाल है,