सरकार की चुनावी प्रचार की योजना स्वनीधि योजना का सबसे ज़्यादा आवेदन स्वीकार करने वाली बैंक -
SBI
Union Bank Of India
Bank Of Baroda
Bank Of India #India_Needs_PublicSectorBanks
विफल ministries से बनी विफल योजनाएं उनमें से एक है सवनिधि लोन योजना । जिन्होंने पब्लिक बैंक का NPA बढ़ाया । #StopPrivatizationOfPSBs
निजी बैंक ऐसे लोन ना के बराबर करती हैं । सरकारी बैंक में circular आता है कि लोन का आवेदन मत ठुकराए । चुनावी प्रपंच खेलने के लिए सरकारी बैंक को बलि का बकरा बनाया जाता है । #stopprivatization
और बाद में उसी बैंक को बेचे जाने की योजना बनाई जाती है ।
सरकार को वेलफेयर भी करना है और प्रॉफिट ना मिलने पर उसी बैंक को बेचना भी है।
ये तो वही बात हो गई मुर्गी भी खानी है बाद में अंडा भी चाहिए ।
ऐसे कैसे चलेगा मोदी जी ? #StopPrivatization_SaveGovtJob
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बैंकों के निजीकरण करने को लेकर सरकार की एक और दलील है कि पब्लिक बैंक पर सरकार बहुत capital लगा रही है पर कोई प्रॉफिट नहीं आ रहा
2017-18 - 80000cr
2018-19 -106000cr
2019-20 - 65443cr
और govt को 22000 cr ka इंटरेस्ट भरना पड़ रहा है। #modi_jawab_do #India_Needs_PublicSectorBanks
2006 से दो हज़ार 11 तक बैंकों का NPA 1 lakh करोड़ ही रहा पर पीछले 6 सालों में वो बढ़ कर 8 लाख करोड़ हो गया ऐसा क्यूं हुआ क्युकी कॉरपोरेट्स का wilful defaulters का लोन सरकार ने माफ कर दिया। #India_Needs_PublicSectorBanks
उसके बाद देखते हैं सरकार की जन कल्याण योजनाएं जिसे वो जलकल्यान कम चुनावी प्रचार ज़्यादा करने के लिए इस्तेमाल करती है #India_Needs_PublicSectorBanks
YES BANK #4th LARGEST PRIVATE BANK
Total Deposit - 2 Lakh Crore
35% UPI Transactions Yes bank के द्वारा कि जाती थी जैसे कि
Phone pe
Flipkart
Swiggy
Redbus #India_Needs_PublicSectorBanks
आरोप - लोन जान बूझ कर ऐसी कंपनीज को दिया गया जो की लोन नहीं भर रही थीं ।
लोन लेने वाले कोई और नहीं हमारे वर्तमान पीएम के कुछ दोस्त भी हैं।
अनिल अंबानी - लोन default Rs 12,800 crore
Essel Group - Rs8,400cr
DHFL Group - Rs 4,735cr IL&FS - Rs 2,500 cr
Jet Air - Rs 1,100 cr
सन् 1947 से 1969 तक 559 बैंकें असफल रहीं । और कुल 736 बैंक ऐसी रही जिनपर या तो रोक लगा दिया गया या उनका एकीकरण कर दिया गया या परिसमापन कर दिया गया । #India_Needs_PublicSectorBanks
1969 के बाद भी 36 निजी बैंकों पर रोक लगाना पड़ा । और कुछ निजी बैंकों को सरकारी बैंकों में मिला दिया गया ताकि जनता का पैसा ना डूबे । #India_Needs_PublicSectorBanks
शुरू से ही सरकारी बैंक समाज में नीलकंठ की तरह रही है जो देश को हर मुमकिन तरीके से बचाती रही है । निजी बैंकों को डूबने से बचाती है तो राष्ट्र के विकास में भी योगदान देती है । #India_Needs_PublicSectorBanks
Fraud complained by
State bank of india
Bank of india
Indian overseas Bank
ये वही रिलायंस कंपनी है जिसकी तरक्की के लिए BSNL जैसी सरकारी कंपनी का पतन किया गया । #StopPrivatization_saveGovjob #StopPrivatizationOfPSBs
नीरव मोदी ने 7409.07 करोड़ का fraud किया था विजय माल्या ने 9000 करोड़ का fraud किया था अनिल अंबानी का ये fraud उससे कहीं ज़्यादा बड़ा है । लगभग 10 गुना ज़्यादा बड़ा। #StopPrivatization_saveGovjob #StopPrivatizationOfPSBs
सन 1969 में बैंकों का राष्ट्रीकरण किया गया कारण था कि निजी बैंकों में जो जनता का पैसा होता था वो अर्थव्यस्था में इस्तमाल नहीं हो पाता था कुछ पूंजीपतियों के हाथो में ही रह जाता था गाओ और गरीब लोगों को बैंक कि सुविधा का लाभ नहीं मिल पाता था उस बीच #StopPrivatization_SaveGovtJob
बीच बहुत से बैंकों ने फ्रौड़ भी किया तो कुल मिला कर जनता का पैसा सुरक्छित रहे और सबको बैंकिंग सेवाओं का लाभ मिले इसलिए राष्ट्रीयकरण किया गया । राष्ट्रीयकरण की दिशा में बैंकों ने काम भी बहुत कुशलता से किया लोगों तक सरकार की हर सुविधा पहोचाई । गांव को किसानों को भी बैंकों से जोड़ा
पर पीछले सात सालों से सरकारी बैंक पतन के रास्ते पे हैं और इसका पतन कर रही है वर्तमान सरकार चुकी ये सरकार व्यापार में विश्वास रखती है इस सरकार को हर संस्था से लाभ चाहिए पर सरकारी बैंक तो जनकल्याण के लिए बनी है । तो बड़े ही सोचे समझे तरीके से निजीकरण की तरफ बैंकों को धकेला जा रहा