लक्षद्वीप:
1970 के उत्तरार्ध की बात है। लक्षद्वीप के कवरत्ती से हिंसा की खबर आई। केरल राजभवन में सुरक्षा बलों की एक कम्पनी तैनात थी जिसके कम्पनी कमांडर गढ़वाल के रावत साहब थे। रात को 10 बजे कम्पनी को मूव करने का आदेश आया। जो जिस हालत में था लाठी और राइफल लेकर तैयार हुआ।
राजभवन से बसों में सवार होकर रात के 12 बजे मूवमेंट शुरू हुआ। 4 बजे सभी कोचीन बन्दरगाह पर पहुंचे। भारतीय नौसेना का जहाज कृष्णा खड़ा था। वहां पर पूरे कम्पनी का फ्रेश पर्टिकुलर्स तैयार किया गया। राशन की लोडिंग हुई और 2 बजे जहाज चल पड़ा। अगले दिन कम्पनी कवरत्ती पहुंची।
वहां छोटे-छोटे बोट के मदद से सामानों को किनारे लगाया गया। कम्पनी कमांडर ने पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट किया। बिहार के बड़हिया के रहने वाले थे वो। उन्होंने मामले की जानकारी दी। और कहा कि तुरंत दंगा नियंत्रण का काम शुरू हो। जो भी दिख जाए उसको 4-6 लाठी लगाना है। आवश्यकता पड़ने पर फायर।
शांतिप्रिय समुदाय ने उपद्रव मचाकर रख दिया था। केरल के कई निवासियों की हत्या कर दी गई थी।
कारवाई के तौर पर रुई की तरह धुनाई हुई। बड़ी आबादी का पिछवाड़ा लाल किया गया। दो दिन में स्थिति नियंत्रण में हो गई। इंटरनेट आदि का जमाना नहीं था सो किसी का मजहब खतरे में नहीं आया।
तीसरे दिन प्रशासन ने सेक्टर IG के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्रालय को शांतिपूर्ण स्थिति की सूचना दिया। एक हफ्ते पूरी कम्पनी को रखी गई और लक्षद्वीप भ्रमण हुआ।
कुछ अराजक तत्व थे जो व्यापारिक जहाजों से पैसे, समान आदि ऐंठा करते थे। नौसेना और तटरक्षक बल के प्रयास से यह भी बंद हुआ।
इनदिनों स्थानीय निवासियों, कम्युनिस्ट और कांग्रेस पार्टी के द्वारा लक्षद्वीप के प्रशासक को हटाने की मांग हो रही उसी संदर्भ में पूर्वकाल की घटना याद आई है तो सोचा कि शेयर कर दिया जाए।
ढीले हाथों की बागडोर से शासन नहीं चल पाता।

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16 Sep 20
ऋषि: - शङ्खो यामायनः
देवता - पितरः
छन्द: - विराट्त्रिष्टुप्
स्वर: - धैवतः

आहम्पि॒तॄन्सु॑वि॒दत्राँ॑ अवित्सि॒ नपा॑तं च वि॒क्रम॑णं च॒ विष्णोः॑।
ब॑र्हि॒षदो॒ ये स्व॒धया॑ सु॒तस्य॒ भज॑न्त पि॒त्वस्त इ॒हाग॑मिष्ठाः॥
(#ऋग्वेद १०.१५.०३)
#पितृपक्ष
उत्तम ज्ञान से युक्त पितरों को तथा अपान पात् और विष्णु के विक्रमण को, मैंने अपने अनुकूल बना लिया है । कुशासन पर बैठने के अधिकारी पितर प्रसन्नापूर्वक आकर अपनी इच्छा के अनुसार हमारे-द्वारा अर्पित हवि और सोमरस ग्रहण करें।
ऋषि: - शङ्खो यामायनः
देवता - पितरः
छन्द: - विराट्त्रिष्टुप्

बर्हि॑षदः पितर ऊ॒त्य॒र्वागि॒मा वो॑ ह॒व्या च॑कृमा जु॒षध्व॑म्।
त आ ग॒ताव॑सा॒ शंत॑मे॒नाथा॑ नः॒ शं योर॑र॒पो द॑धात॥
(#ऋग्वेद १०.१५.०४)
#पितृपक्ष
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21 Jun 20
बिहार रेजीमेंट के जवानों की शौर्यगाथा, कर्नल बी. संतोष बाबू के शहीद होने के बाद तोड़ी 18 चीनी सैनिकों की गर्दन:

पिछले दिनों गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने एक सोची-समझी साजिश के तहत भारतीय जवानों पर हमला किया।
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उस रात बिहार रेजीमेंट के जवानों ने बहादुरी की कहानी,
पूरी दुनिया में सैन्य अभियानों के लिए मिसाल बन गयी है। उस रात चीनी सैनिकों की तादाद भारतीय सेना की तुलना में पांच गुणा ज्यादा थी, लेकिन फिर भी हमारे बहादुर जवानों ने चीनी सेना को ऐसा मारा कि अब वह शांति से बातचीत को सुलझाने की बात कर रहा है।
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16 Jun 20
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9 Jun 20
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29 Apr 20
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#रागदरबारी
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26 Apr 20
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