#HistoryFacts : The devastation caused by Indian naval raids of Srivijaya in 1025, marked the end of Shailendra Empire as the ruling dynasty in Sumatra.
In 1025, Rajendra Chola I, the Chola king from #TamilNadu in South India, launched naval raids on the
city-state of Srivijaya in maritime Southeast Asia, Rajendra's overseas expedition against #Srivijaya was a unique event in India's history and its otherwise peaceful relations with the states of Southeast Asia.
To sail from #India to the Indonesian Archipelago,
vessels from India sailed eastward across the Bay of Bengal and called at the ports of Lamuri in Aceh or Kedah in Malay peninsula before entering Strait of Malacca. But the Chola armada sailed directly to the Sumatran west coast. The port of Barus in the west coast of North
Sumatra at that time belonged to Tamil trading guilds and served as a port to replenish after crossing the Indian Ocean. The Chola armada then continued to sail along Sumatra's west coast southward and sailed into Strait of Sunda. The Srivijaya navy guarded Kedah and
surrounding areas on the northwest opening of the Malacca strait completely unaware that the Chola attack was coming from the Sunda Strait in the south. The first Srivijayan city being raided was Palembang, the capital of Srivijaya empire. Thanjavur inscription states that
Rajendra captured King Sangrama Vijayottunggavarman of Srivijaya and took a large heap of treasures including the Vidhyadara Torana, the jeweled 'war gate' of Srivijaya adorned with great splendor.
The tactic of a fast-moving
unexpected attack was probably the secret of Cholan success, since it did not allow the Srivijayan mandala to prepare the defences, reorganize themselves, provide assistance or to retaliate.
The war ended with a victory for the Cholas and major losses for the Srivijaya Empire ending the Srivijaya maritime monopoly in the region.
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★सरसों का तेल मंहगा क्यूँ हुआ ?...जानिये सच्चाई ★ 👇
हम भारत के लोग... पिछले 30 सालों से सरकार द्वार मान्यता प्राप्त मशीन ऑयल... सरसों के तेल के नाम पर खा रहे थे...
मोदी सरकार ने 30 साल पुराना फैसला पलट दिया है इसलिए अब शुद्ध सरसों का तेल महंगा हो गया है...
- हमारे देश में जिन पार्टियों ने राज किया है उन्होंने देश के साथ क्या क्या धोखेबाजी की है... ये जानकर आपको आश्चर्य होगा कि साल 1990 में वी पी सिंह की सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया था और इस नोटिफिकेशन के माध्यम से सरसों के तेल में ब्लेंडिंग को मान्यता दे दी गई थी
- ब्लेंडिंग का मतलब होता है मिलावट करना... दरअसल मिलावट शब्द का यूज जब पॉजिटिव तरीके से किया जाता है तो उसे ब्लेंडिंग कहा जाता है... लेकिन इस ब्लेंडिंग के नाम पर भारत के लोगों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया गया
अर्थात : जब हनुमान जी ने लंका को अग्नि के हवाले कर दिया तो --
भगवान की प्रेरणा से उनपचासों पवन चलने लगे।
हनुमान जी अट्टहास करके गर्जे और आकार बढ़ाकर आकाश से जा लगे।
मैंने सोचा कि इन उनचास मरुत का क्या अर्थ है ? यह तुलसी दास जी ने भी नहीं लिखा। फिर मैंने सुंदरकांड पूरा करने के बाद समय निकालकर 49 प्रकार की वायु के बारे में जानकारी खोजी और अध्ययन करने पर सनातन धर्म पर अत्यंत गर्व हुआ। तुलसीदासजी के वायु ज्ञान पर सुखद आश्चर्य हुआ,
આપણા આદરણીય વડાપ્રધાન નરેન્દ્રભાઇ મોદી જી કેવી રીતે કામ કરે છે તેનો અદ્ભુત અનુભવ થયો તારીખ 6.6.21 માં રોજ મે એક tweet કરી અને લખ્યું કે પ્રભાસ ક્ષેત્ર માં 11 સૂર્ય મંદિરો છે અને તેને ફરીથી પુનઃ જીવિત કરવા જોઈએ.
આજે સવારે 7 વાગ્યે ગુજરાત ટુરિઝમ ની ટીમ નો ફોન આવ્યો કે
પ્રધાનમંત્રી શ્રી ની કચેરી માંથી કહેવામાં આવ્યું છે કે સોમનાથ જઈ બધા સૂર્ય મંદિરો ની તપાસ કરી PMO માં 3 દિવસ માં રીપોર્ટ કરવાનો છે.
આજે એ પણ જાણવા મળ્યું કે આર્કીઓલોજી સર્વે ઓફ ઈન્ડીયા ની ટીમ પણ સોમનાથ માં સૂર્ય મંદિરો ની તપાસ કરે છે.
એક જ Tweet થી આર્કીઓલોજી સર્વે ઓફ ઈન્ડીયા અને ગુજરાત ટુરિઝમ ટીમ પ્રધાનમંત્રી શ્રી ની કચેરી ના આદેશ થી કામ પર લાગી ગયા છે.
સાંજે નગરપાલિકા માં ગુજરાત ટુરિઝમ ની ટીમ મળવા આવી હતી અને સૂર્ય મંદિરો વિશે વિસ્તૃત ચર્ચા કરી હતી.
राम प्रसाद बिस्मिल जी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के क्रान्तिकारी धारा के एक प्रमुख सेनानी थे,इन्हें ३० वर्ष की आयु में ब्रिटिश सरकार ने फाँसी दे दी। मैनपुरी षड्यन्त्र व काकोरी-काण्ड जैसी कई घटनाओं में शामिल थे तथा हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सदस्य भी थे।
राम प्रसाद बिस्मिल जी एक कवि, शायर, अनुवादक, बहुभाषाभाषी, इतिहासकार व साहित्यकार भी थे। बिस्मिल उनका उर्दू तखल्लुस (उपनाम) था जिसका हिन्दी में अर्थ होता है आत्मिक रूप से आहत। बिस्मिल के अतिरिक्त वे राम और अज्ञात के नाम से भी लेख व कवितायें लिखते थे,राम प्रसाद बिस्मिल द्वारा
रचित रचनाए:-
मन की लहर
प्रतिनिधि रचनाएँ
कुछ अशआर
ऐ मातृभूमि! तेरी जय हो
तराना-ए-बिस्मिल
न चाहूं मान
मातृ-वन्दना
मुखम्मस
बिस्मिल की उर्दू गजल
बिस्मिल की अन्तिम रचना
विद्यार्थी बिस्मिल की भावना
सर फ़रोशी की तमन्ना
हे मातृभूमि
गुलामी मिटा दो
आज़ादी
👉 भारत से 13.26 हजार किलोमीटर दूर डोमिनिका पुलिस की हिरासत में सूजी हुई आंख और लगभग अधमरी हालत में लंगड़ाते लड़खड़ाते हुए चल रहे मेहुल चौकसी का वीडियो लगभग पूरा हिन्दूस्तान देख चुका है।
मेहुल चौकसी की वह हालत यह बता रही है कि डोमिनिका पुलिस की हिरासत में पहुंचाने से पहले उसे एंटीगुआ से उठा लेने वाली टीम ने रुई की तरह धुना है। उसकी भरपूर कुटाई बहुत जमकर की है। चौकसी की बीबी और वकील लगातार यह कह रहे हैं कि चौकसी को उठाने वाले लोगों में
भारतीय एजेंसियों के कुछ अफसर थे।
👉 ढाई वर्ष पहले की एक और घटना है। मां बेटा बेटी दामाद की दो नंबरी कमाई को खपाने, सेट करने का काम करने वाले कुख्यात अंतरराष्ट्रीय दलाल राजीव सक्सेना को उसके घर के बाथरूम से घसीट कर दुबई के एक निजी हवाई अड्डे पर खड़े