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में रही होती।
इस प्रकार की कोशिशें महाराणा प्रताप के स्वतंत्रता के लिए किए गए दीर्घकालीन संघर्ष का उपहास है। बिंदा झाला के बलिदान एवं राणा प्रताप के युद्ध क्षेत्र से पलायन का वर्णन समकालीन स्रोत एवं सभी इतिहासकार करते हैं।
ने संघर्ष के दौरान उन्हें जाति और धर्म की संकीर्णताओं परे सोचना सिखाया. उसकी झलक उनके काव्य में स्पष्ट दिखाई देती है. उन्होंने सीखा कि भाषाओं को संकीर्ण दायरों में नहीं बांधा जा सकता. उनके काव्य में भारत के विभाजन की पीड़ा भी
ताकि आपके भ्रम दूर हो सकें - https://twitter.com/irfaniyat/status/1523345370469724163कि हमारे बीच में ही अलग अलग टुकड़े हो गए हैं.. ये होना नहीं चाहिए.. आई थिंक एट द एंड ऑफ इट..हम सब एक ही मिट्टी के बने हुए हैं..सबको एक साथ.. इस देश का नागरिक बनके एक साथ भाईचारे से हम सबको रहना चाहिए।

छोटे से हिस्से को शिक्षित करना था ताकि एक ऐसा वर्ग तैयार हो जो रंग और खून से भारतीय हो लेकिन विचारों, नैतिकता तथा बुद्धिमत्ता में ब्रिटिश हो.https://twitter.com/BBCHindi/status/1460079483134820355गोखले जी आप भी कंगना की तरह बिना इतिहास को जाने मूँह उठाकर चले आए. आइये आपको इतिहास भारतीय स्वतन्त्रता के समय ब्रिटिश प्रधानमंत्री रहे क्लीमेंट एटली के 'भारतीय स्वतंत्रता विधेयक ' के विषय में आधिकारिक रूप से व्यक्त किए गए वक्तव्य से अवगत कराता हूँ.

की गंध थी। लौ थी एक ऐसे दीपक की जो रात भर जलता रहा, हर अँधेरे से लड़ता रहा और हमें रास्ता दिखाकर, एक प्रभात में निर्वाण को प्राप्त हो गया। लेकिन क्या यह ज़रूरी था कि मौत इतनी चोरी छिपे आती? जब संगी-साथी सोए पड़े थे, जब पहरेदार बेखबर थे, हमारे जीवन की एक अमूल्य निधि लुट गई।+

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सहयोग किया . @irfaniyat साहब .@mayurpuri जी .@varungrover जी .@Sujata1978 जी .@puru_ag सर .@PuneetVuneet जी .@DrRakeshPathak7 जी .@Mdzeeshanayyub जी सहित उन सभी का बहुत बहुत आभार एवं धन्यवाद कि इतिहास की सच्चाई को फैलाने में मेरा साथ दिया .
आधिपत्य की शुरुआत कर दी इस डकैत ने. 1556 से 1563-64 तक ये डकैत कुछ महिला डकैतों ,(अतका खेल) और बैरम खां जैसे डकैत के प्रभाव में रहा.इनके प्रभाव से मुक्त होते ही इस ग्लोरि-फाईड़ डकैत का दिमाग़ फ़िर गया और अच्छी भली आमदनी के साधन ,तीर्थयात्रा और जज़िया कर वसूलना बंद कर दिया+

साथ ही वेस्टर्न कपड़े, चीज़ें जो विदेशों से ख़रीदे हैं वापस भेज देना चाहिए... बिकनी सहित..