लालू यादव चुनावी जनसभाओं में अपनी ताकत झोंकने के लिए जाने जाते थे। 2015 विधानसभा चुनाव में लड़खड़ाते हुए, किसी तरह माइक पकड़ कर बोलते 68 वर्षीय 'जंगलराज के मसीहा' ने रोज 7-8 रैलियाँ की..
पर तेजस्वी यादव का 24 घण्टे में 19 जनसभाएँ करना बड़ी बात है..उन्होंने पूरा जोर लगा दिया है।
बिहार भाजपा के नेताओं को डूब मरना चाहिए। न किसी का जनाधार है न कोई मेहनत करना चाहता है। साधारण नेता भी 'राम मंदिर' के नाम पर वोट माँग रहे हैं।
एक बात याद रखो निकम्मों, भले अबकी मोदी तुम्हें बचा ले लेकिन हर चुनाव में जंगलराज का डर काम नहीं आएगा।
धो देगा तेजस्वी किसी दिन तुम्हें।
नरेंद्र मोदी की चुनावी जनसभाओं में भी तेजस्वी यादव ही निशाना हैं। नीतीश उन्हें ही ललकार रहे।
तेजस्वी ज्यादा से ज्यादा जनता से कनेक्ट होने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकतर भाषण भोजपुरी में होते हैं।
उनका हमला नीतीश पर होता है, उन्होंने 'रोजगार' को हथियार बनाया है। अब देखते जाइए...
कोसी बेल्ट में पप्पू यादव 'भीम आर्मी' के साथ मिल कर यादव वोटों में सेंधमारी कर रहे। उपेंद्र कुशवाहा ने ओवैसी के साथ मिल कर कोइरी-मुस्लिम वोटों को काटा है। रंजन यादव अलग लड़ रहे।
अगर ये सब फैक्टर नहीं होते तो RJD 2015 से भी अधिक सीटें ला सकता था।
BJP बिहार के नेता नकारे हैं।
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1/ 21: हिमाचल प्रदेश में दुर्गाष्टमी के दिन दिन एक IAS अधिकारी #RitikaJindal सलोन स्थित माँ शूलिनी देवी के मंदिर में आ धमकती है। वो मंदिर में 'निरीक्षण' करने गई थी और 'व्यवस्थाओं का जायजा' भी लेना था। जाए भी क्यों ना, आखिर IAS-IPS अधिकारियों के बाप-दादाओं के ही तो...
2/ ...गुलाम हैं हिन्दू और और ये सारी सम्पत्तियाँ उनकी ही तो है। वहाँ IAS अधिकारी मंदिर में घुस कर पंडितो से बहस करती है और जबरन हवन में बैठ जाती है। फिर मीडिया में आकर Patriarchy और हिन्दुओं के 'रूढ़िवाद' पर ज्ञान देती है। जनता वाह-वाह कर उठती है।
3/ क्या उस IAS अधिकारी ने ये जानने का प्रयास किया कि अगर उन्हें महिला होने के कारण हवन में बैठने से रोका गया है, जैसा कि उनका दावा है, तो इसके पीछे का कारण क्या रहा होगा? शूलिनी देवी मंदिर में तो महिलाओं के प्रवेश या पूजा-पाठ पर कोई पाबन्दी तो हक़ी ही नहीं। फिर बात का...
1/ 14: हिन्दू पर्व-त्यौहारों पर ज्ञान देने का सिलसिला कम तो हुआ है लेकिन रुका नहीं है। अब दीवाली आ रही है। जल्द ही पटाखों का रोना शुरू होगा। फिलहाल नवरात्रि चल रही है। रेप की बातें चलाई जा रही हैं कि जिस देश में देवी की 9 दिन पूजा होती है, वहाँ बाकी दिन लड़कियों का...
2/ ...बलात्कार किया जाता है। दशहरा आते रावण को न जलाने की बातें की जाती हैं। नवरात्रि में महिषासुर को मूलनिवासी बताया जाता है। होली में रंगों को लेकर और पानी की बर्बादी का ज्ञान दिया जाता है। न्यू ईयर में सारे ज्ञान कहीं और घुस जाते हैं।
3/ ये वही बात हुई कि जब स्पेन में 1 ही घण्टे में 40 मीट्रिक टन टमाटर को फेंक-फेंक कर बर्बाद कर दिया जाता है तो बड़ा कूल लगता है और यहाँ शिवलिंग पर जल चढ़ाने में उन्हें दूध की बर्बादी दिखती है। गाय को हम खिलाते हैं, दूध लेते हैं और चढ़ाते हैं। क्या ये शरीर मे बम बाँध कर...
1/ 23: अधीर होकर काम करने से न तो काम बनता है और न ही इच्छानुसार परिणाम प्राप्त होते हैं। जनता है। गुस्सा होती है। गुस्सा होकर चाहती है कि फलाँ पार्टी ने धोखा किया तो BJP सीधा उसके घर पर रेड डलवा दे, उसे जेल में ठूँस दे और उसे रातोंरात नेस्तनाबूत कर दे। संयोग से,...
2/ ...लोकतंत्र में ऐसा नहीं होता है। और कभी-कभार हो भी जाता है तो चलता है लेकिन बराबर होने लगे तो यही जनता फिर गाली देने लगती है, जो ऐसा करने बोल रही थी। इसके लिए 2 ऐसे लोग हमने बिठा रखे हैं, जो समझता है कि कैसे करना है।
3/ साथ चुनाव लड़ के शिवसेना ने धोखा दिया। फिर विरोधियों कॉन्ग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बना कर सबसे ज्यादा सीटों वाली पार्टी को विपक्ष में बैठने को मजबूर कर दिया। फड़नवीस ने तड़के सुबह शपथ ली, उसमें बेइज्जती हुई सो अलग। दशकों से PM बनने के सपने देख रहे एक से बढ़ कर एक घाघ...
1/ 22: आइए, आपको एक कहानी सुनाता हूँ। जिस सपनों की नगरी में लोग दशकों हाथ-पाँव मार कर कुछ नहीं कर पाते, वहाँ एक पहाड़न ने 19 की उम्र में ऐसा डेब्यू किया, जिसकी चर्चा पूरे देश मे हुई। लेकिन, वो लड़की इस फ़िल्म के कारण खुद अवसादग्रस्त हो गई। ऊपर से एक ऐसी ट्रेजेडी हुई कि...
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