कविताएं भावनाओं सी होतीं
शब्दों को पद्यों में पिरोतीं
सपनों का यथार्थ रूप
कविता अंधकार में धूप

क्रांति लाती कविताएं
हास्य से मन मोह जाएं
गंभीरता से भरे कुछ शब्द
सोचने को मनुष्य विवश

आहट ये विश्वास सा
भूत भविष्य आज का
समाज का सटीक चित्रण
कविता कामनाओं का उदाहरण
#Kवी #youthday
छत ये मिट्टी की
सोने नहीं देती
बारिश का डर तो
हर वक़्त बना रहता

निश्चल है ये मन
मस्तिष्क मगर फिर भी
जाने क्यों मचलता सा
होनी से डरता सा

एक दिन अपने छत को
पक्का मैं बनाऊँगा
पर मिट्टी तो फिर भी
वो साथ में आएगी

#Kवी
From Mundeshwari Devi Temple, Bhabhua, the oldest functional temple in the world, India is land of mystical temples, usually elaborated structures & are our most valuable assets. These temples remind us of architectural brilliance those days. My words for majestic temples.

#Kवी Describing the beauty of Ol...Image
आगे बढ़ो अब ठान लो
श्री राम का बस नाम लो
धाम अयोध्या नगरी में
भव्य मंदिर का निर्माण हो

हो आपके योगदान से
मन में हरी के नाम से
प्रभु राम पहचान राष्ट्र के
होंगें स्थापित जन्मभूमि में

मन दर्शन को व्याकुल सा
होने को समाप्त शुन्य अब
पुरुषोत्तम की राह पर
चलता रहा सदा देश यह

#Kवी ImageImageImage
आसमान के उस पार
एक दुनियाँ सितारों की
विस्तृत अनंत अपार
संग असंख्य सहचर
समेटे हुए कई भेद
कितनी रहस्यमय होतीं

विचरण करें प्रत्यक्ष
उन्मुक्तता में दक्ष
न होने का दर्प
न खोने का डर
न कोई क्लेश
रहते सदा मुखर

#Kवी #SpaceX #UNIVERSE #astronomy
#thoughtoftheday #fridayquotes Image
स्वप्न के बीच
इच्छा समेटे
चाँद से गुफ्तगू
की कल रात

चाँदनी संग
बताई कई बात
क्यों है दरार
चमकता क्यों सारी रात

छुपता बादलों में क्यों
अमावस क्यों, क्यों पूनम रात
क्यों निहारे धरती को
नीला क्यों है गात

खुशियाँ गम सारे
बयाँ कर गया
चाँद उस रात
मन अपना हल्का कर गया

#Kavita250
#Kवी
वो दृश्य बड़ा मनोरम था
जब राम अयोध्या आए थे
हर चेहरे पर बस खुशियाँ थीं
हर मन बस मुस्काए थे

आंसू भी थे हंसी भी थी
भावनाओं का वो सागर था
श्री राम का अयोध्या आगमन
नव जीवन से कम न था

मान पिता के शब्दों का
आदेश शिरोधार्य रखा
यातनाएं कई सहीं
पर धर्म सत्य पर अडिग रहे

#Kवी #रामायण Image
मेरे सपने अब तेरे हैं
तुम मेरे सच की राह बनो
निराशा जब हो जीवन में
तुम आ मेरी उत्साह बनो

संग कदम मिलाकर साथ चलो
मंज़िल की मुझको आस रहे
कुछ कर जाने की लगन बने
मुझको खुदपर विश्वास रहे

ये साथ तुम्हारा हो ऐसा
जैसे भानु संग धरा का
मैं तुझसे रहूँ उज्जवल
बन रौशनी तू साथ रहे

#Kवी
शिव विवाह से फैली खुशियाँ
मौसम नें बदली करवट
माहौल मस्त सा छाने लगा
आ जाए अब होली बस

फागुन अपने पूरे जोर पर
इन फ़िज़ाओं पर गौर कर
मौसम हो रहा मनमोहक
सब चिंताओं को दूर रख

आने वाला होली का त्योहार
रंग भर लो जीवन में अपार
कर दो घृणा इस होली तार-तार
प्रेम रंग से सजा लो घर-बार

#Kवी ImageImage
यूँ जाना तेरा गवारा नहीं
कोई और मेरा सहारा नहीं
तू सपना था तू अपना था
हिम्मत था तू जन्नत था

तेरी याद हमेशा आएगी
ये दर्द तबाह कर जाएगी
कब तक होंगें यूँ शहीद जवान
कब रुकेगा ये इनका बिछड़ना

मृत्यु एक नहीं होती
उजड़ जाते परिवार कई
अब इन चीज़ों का अंत करो
विलंब नहीं तुरंत करो

#Kवी Image
एकांत में जलती चिताएं
न पास कोई जाने पाए
कैसा ये अंतिम दर्शन
क्या यहीं रहेगा स्मरण

कुछ प्रतीक्षा की कतार में
परिजनों बिन जाने को विवश
ये कैसी अंतिम यात्रा
ये हो क्या रहा संसार में

समझें गंभीरता बात की
बात समझें साथ की
सुरक्षित रहें सुरक्षित रखें
गाँठ लें बस बात ये
#Kवी #COVID19
Second wave of COVID is spreading unexpectedly much faster across the country. What contributed is complacency. The situation is dire and we have to fight it together to overcome it. Good to see twitterati helping people. Plz keep on continuing the good work.

#Kवी #COVID19 Image
तुम्हारे आराधना में मन
हाथों में पूजा की थाली
रखें विश्वास हैं तुमपर
हरो दुःख कृष्ण मुरारी

विचलित चिंतित हम सब
विपत्ति है घर कर बैठी
"ॐ शांति" बहुत हुआ यह शब्द
ख़त्म करो ये परेशानी

ख़ुशी से झोली भर दो
दुःखों का अंत कर दो
मचा हाहाकार राष्ट्र में जो
हे कृष्ण इससे मुक्ति दो
#Kवी ImageImage
वक़्त कभी न ठहरा
ये वक़्त भी गुज़र जाएगा
कठिनाइयां हुईं माना
कुछ अपनें गए, कुछ सपनें टूटे

बेरहम, कब तक तड़पाएगा
अंत हुआ हर काल का
आशाएं, बस कुछ दिन में
सब अच्छा हो जाएगा

न रोकें कदम, न मानें हार
होगा सकारात्मकता का
जीवन में पुनः संचार
ये कठिन वक़्त भी बीत जाएगा

#Kavita250
#Kवी
दर्द को भी राजनीति में झोंक दिया
कारोबार लाशों से किया
साथ मिलकर था चलना जब
वक्त को था बदलना जब

नियत नहीं बदली गई
असलियत वहीं रही
गिद्ध का काम तो अस्तित्व का है
इंसान क्यों कुछ गिद्ध बन गए

सहारा सबको बनना था जब
घृणा-पैसों से बढ़
शायद उनके लिए कुछ नहीं
अंततः यह सिद्ध कर गए
#Kवी
माना कठिन है राह
परंतु छोड़ना न चाह
लक्ष्य प्राप्ति का आनंद तब
जब पाओगे तोड़ बाधाएं

लगन परिश्रम साथ हो
ध्येय की कर दिखाना बस
हो प्रयोजन चाहे कोई भी
न रुकना, न थक जाना अब

बस विश्वास रख, निश्चय रहे
हो चाह यूँ, स्वयं राह कहे
बढ़े चलो, रुको नहीं
थको नहीं, झुको नहीं

#Kavita250
#Kवी

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