अगर आपके ट्विटर एकाउंट से एक या सवा करोड़ लोग जुड़े हों तो आपके एक ट्वीट पर एवरेज कितने रिट्वीट आने चाहिए? बारह से पंद्रह हज़ार? लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिन चैनलों के करोड़-सवा करोड़ फ़ॉलोवर हैं, उनके एक ट्वीट पर एवरेज 9 रिट्वीट आते हैं। जानिए क्या है राज़ #फॉलोवर_घोटाला
यह जानने के लिये हमने दो सबसे बड़े भारतीय चैनलों आज तक और एबीपी न्यूज के 1200 ट्वीट के आँकड़े जुटाए। नतीजा इस तरह रहा। आज तक को एक ट्वीट पर एवरेज 5 कमेंट, 11 रिट्वीट और 38 लाइक मिले। एबीपी को एवरेज 3 कमेंट, 7 रिट्वीट और 31 लाइक्स मिले... #फोलोवर_घोटाला
यह रहस्य समझ पाना मुश्किल था कि जिन चैनलों के फ़ॉलोवर एक करोड़ से ऊपर हों, उनके ट्वीट पर इतना कम इंगेजमेंट क्यों है। लोग इन ट्वीट पर आ क्यों नहीं रहे हैं और इंगेज क्यों नहीं हो रहे हैं। मेरे जैसे हैंडल, 1.5 लाख फॉलोवर पर इससे पचास गुना ज़्यादा रिएक्शन आता है... #फॉलोवर_घोटाला
इस रहस्य को समझने के लिए हम रिसर्च के दूसरे चरण में पहुँचे और ये जानने की कोशिश की कि ये फ़ॉलोवर कौन हैं जो इन चैनलों के हैंडल पर आते ही नहीं हैं। इसके लिए हमने रैंडम सैंपलिंग मैथड अपनाया ताकि अनबायस्ड क्वांटिटेटिव डाटा मिल सके... #फॉलोवर_घोटाला
हमने रैंडम तरीक़े से इनके 2000 फ़ॉलोवर्स की प्रोफ़ाइल का अध्ययन किया। हमने दो सवाल के हिसाब से डाटा इकट्ठा किया। प्रोफ़ाइल कब बनी और आख़िरी ट्वीट कब किया गया। हमारे शोध के नतीजे जानकर आप चौंक जाएँगे। #फॉलोवर_घोटाला
इन चैनलों के ख़ासकर 2015 से पहले के जो भी फॉलोवर हैं, उनमें 90% डेड यानी मरे पड़े हैं और उनसे पिछले पाँच साल में कोई ट्वीट नहीं हुआ। 2018 से पहले के भी 60% हैंडल डेड हैं। अब जो कमेंट, लाइक और रिट्वीट कर रहे हैं, वे ज़्यादातर नए हैंडल हैं। ... #फॉलोवर_घोटाला
इन्हें फ़ॉलो करने वाले और अब डेड पड़े कई हैंडल ऐसे हैं, जिन्होंने सिर्फ़ दो या तीन बार रिट्वीट करने के अलावा कभी कुछ नहीं किया है। ये रिसर्च कुछ सवालों के जवाब तो दे रहा है, लेकिन कई सवाल अनुत्तरित हैं। #फॉलोवर_घोटाला
क्या ये प्रोफ़ाइल बॉट हैं? यानी मशीनी हैंडल। जो ख़ास मक़सद से आए और चले गए। जिन लोगों का कोई भी पोस्ट हिंदी या इंग्लिश या किसी भारतीय भाषा में नहीं हैं, वे इन चैनलों को क्यों फ़ॉलो करते हैं। डेड प्रोफ़ाइल का क्या राज है? #फॉलोवर_घोटाला
हमने इस सिलसिले में जब जानकारों से बात की तो उनका कहना है कि यह निश्चित रूप से रहस्यमय है। इससे लाखों-करोड़ों फॉलोवर वाले सभी ट्विटर हैंडल की विश्वसनीयता संदिग्ध हो जाती है। लेकिन इस खेल को समझ पाना उनके लिए संभव नहीं था... #फॉलोवर_घोटाला
एक शोधकर्ता के नाते मेरा निष्कर्ष है कि इन चैनलों के ज़्यादातर फॉलोवर डेड हैं। यही वजह है कि इनके ट्विटर पर रिएक्शन नहीं आते। लेकिन फॉलोवर की बड़ी संख्या एक ऐसा राज है जिसे समझ पाना सिर्फ़ ट्वीटर के वश में है। ट्विटर को अपनी विश्वसनीयता के लिए ये जाँच करानी चाहिए। #फॉलोवर_घोटाला
ये जांच ट्विटर ही कर सकता है, क्योंकि ये डाटा सिर्फ़ ट्विटर के पास है। कहीं कुछ तो गड़बड़ है! #फॉलोवर_घोटाला
Thus said Dr. B.R. Ambedkar- “The Hindus claim to be a very tolerant people. In my opinion this is a mistake. On many occasions they can be intolerant, and if on some occasions they are tolerant, that is because they are too weak to oppose or too indifferent to oppose. This...
... indifference of the Hindus has become so much a part of their nature that a Hindu will quite meekly tolerate an insult as well as a wrong. You see amongst them, to use the words of Morris, "The great treading down the little, the strong beating down the weak...
... cruel men fearing not, kind men daring not and wise men caring not." With the Hindu Gods all-forbearing, it is not difficult to imagine the pitiable condition of the wronged and the oppressed among the Hindus. Indifferentism is the worst kind of disease...
वैक्सीन का आविष्कार ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने किया। ब्रिटेन/स्वीडन की एक कंपनी के पास इसका पेटेंट हैं। उसने दुनिया के 15 देशों में उसे बनाने का ठेका दिया। भारत का सीरम इंस्टीट्यूट उनमें एक है। यह वैक्सीन उतना ही भारतीय है जितना भारत में पैक हुआ पेप्सी का बोतल।
दवा कंपनी @AstraZeneca का कहना है कि वैक्सीन को गरीब देशों तक भी पहुँचाना उसका लक्ष्य है। यही मानवता है। इसलिए उसने कम मुनाफ़ा होने के बावजूद भारत में भी इसका प्रोडक्शन करने का फ़ैसला किया। भारत समेत कोई गरीब देशों में यही सप्लाई जाएगी।
वैक्सीन राष्ट्रवाद की कोई गुंजाइश नहीं है। यह भारतीय वैक्सीन नहीं है।
6 Chatur (intelligent) Brahmins are running Finance Ministry.
Minister - Nirmala Sitharaman
Economic Adviser- K. Subramanian
Finance Sec. - A. B. Pandey
Revenue Sec. - T.V. Somnathan
RBI Director- S. Gurumurthy
ED chief - Sanjay Mishra
If anything goes wrong, don’t blame me!
This team well sell India and then go to the world bank on deputation. For repentance they can do some puja and Ganga Snana.
Dear @meenaharris , Your claim of being Hindu is false and irreligious. According to Agama, Smritis and Shastras you have to have a caste to be a Hindu. Your grand father, father and husband all are black. Like MLK, you are “untouchable.” Don’t interfere in our internal matters.
Caste is endogenous & hereditary transmitted. You just can’t acquire a caste. You born in it. It’s based on patriarchal linage. We are not interested in your grand mother’s caste. That’s inconsequential. As we can’t place you in any caste groups, hence you are not Hindu. Period.
भारत के टेस्ट क्रिकेट इतिहास का सबसे अच्छा एवरेज आज भी विनोद कांबली के नाम है। लेकिन एक ख़राब फ़ॉर्म के बाद उसे मौक़ा नहीं मिला। 17 मैच खेले और ज़िंदगी भर के लिए आउट। सचिन की ज़िंदगी में नौ ऐसे मौक़े आए जब वह बुरी तरह आउट ऑफ़ फ़ॉर्म हुआ और हर बार उसे मौक़ा मिला। मेरिट का मिथ
मनुस्मृति के मुताबिक मेरिट क्या है?
एक के बाद 21 फिल्मों में पापा ली़ड रोल दिलाएँ और सभी फिल्म फ्लॉप होने के बाद भी 22वीं फिल्म मिले, तब जाकर पहली और आखिरी सफलता मिले और फिर कई असफल फिल्मों के बाद धूम सिरीज का मनरेगा मिले, तो इसे ही शास्त्रों में मेरिट कहा गया है.
अर्जुन तेंदुलकर को भी उसके पापा क्रिकेट का मनरेगा दिला रहे हैं। कई बार फेल होगा, लेकिन मौक़ा मिलता रहेगा। कितना भी गधा हो, कभी तो कुछ कर ही लेगा।
केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव है। स्थगित हो चुके कृषि क़ानूनों को दो साल तक सिर्फ़ बिहार में सख़्ती से लागू किया जाए। विरोध करने वालों की हड्डियाँ चटका दी जाएँ। दो साल बाद जब बाक़ी किसान देखेंगे कि बिहार के किसान मालामाल हो गए हैं तो वे क़ानून को खुद ही लागू कर लेंगे!
ठीक है?
बिहार की खेती को दो साल के लिए अडाणी भाई और अंबानी भाई को सौंप दिया जाए। सरकार उनके लिए लठैत की भूमिका निभाए। नए क़ानून के तहत कॉरपोरेट घराने दो साल में बिहार के किसानों को मालामाल करके दिखाएं। बाक़ी देश का किसान तो अपने आप राज़ी हो जाएगा।
बिहार का किसान देश में सबसे गरीब है। उसे ठोक-पीटकर अमीर बनाने का इससे अच्छा मौक़ा नहीं मिलेगा। किसान क़ानून के माध्यम से उन्हें ज़बर्दस्ती अमीर बनाया जाए। अडानी और अंबानी ये कर सकते हैं। सरकार डंडे की ताक़त से बिहारियों को अमीर बनाए।