1. #जीवन ....
#महात्माबुद्ध का जब #दुखः से पहली बार परिचय हुआ तो वो बेहद दुखी हुए,
लेकिन बाद में जब उन्होंने जाना कि जीवन दुखः का ही दूसरा नाम है, तो वो फिर ऐसे शांत हो गए कि उनकी प्रतिमा को देखकर आज भी लोग एक अनन्त शांति का अनुभव करते हैं😌
👉 हाल ही में अभी तीन...
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2.
#आत्महत्याएँ नजर में आई,
🔶एक बेटे ने अपनी कनपटी पर गोली मार ली क्योंकि उसके पिता को चार दिन से #पुलिस ने एक हत्या के शक में अवैध कस्टडी में लिया हुआ था,
वो अपने पिता को पुलिस द्वारा मिल रही थर्ड डिग्री की #कल्पना करके इतना टूट गया था कि उस दुखः को झेल पाना उसके लिए...
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3.
#असंभव हो गया....
🔶 दूसरी आत्महत्या एक पति ने की,
उसने अपने #सुसाइड नोट में लिखा कि साबिया तुम मेरे प्यार को समझ नहीं पाई, मैंने तुम्हारे लिए क्या नहीं किया फिर भी तुम मुझे छोडकर अपने घर चली गई😓
🔶 तीसरी आत्महत्या कल #महंत_नरेन्द्र_गिरि जी की बताई जा रही है....🤔
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4.
जिसकी #जांच होना बाकी है कि वो #आत्महत्या है या #हत्या,
अपने सुसाइड नोट में वो लिखते हैं कि मैं जीवन भर सम्मान के साथ जिया,
अपमान के साथ मेरे लिए जीना संभव नहीं है😴
👉 हालांकि मेरा मानना ये है कि आत्महत्या किसी भी मसले का हल नहीं, किसी भी समस्या में, आत्महत्या के...
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5.
बजाये, अन्य विकल्प निश्चित रूप से आत्महत्या से बेहतर साबित हो सकते हैं😔
👉 फिर भी पहला और दूसरा प्रकरण जो कि पिता/पत्नी से अत्यधिक प्रेम/आसक्ति के कारण घटित हुआ वो तो समझ आता है
लेकिन एक #आध्यात्मिक गुरू का अपमान मिलने के कारण आत्महत्या करना बिल्कुल ही समझ से परे...
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6.
...लगा मुझे,
और मुझे भी यही लगता है कि ये आत्महत्या नहीं बल्कि एक हत्या है😌
👉मुझ जैसे #साधारण लोग भी जानते हैं कि अपमान यहाँ सबको मिलता ही मिलता है, जीवन मिला है तो #अपमान भी मिलना ही मिलना है,
🔶बुद्ध जैसे परम ज्ञानी ने ऐसे ही नहीं कह दिया था कि जीवन दुखः है...
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7.
आप बुरे हैं, तो अच्छे लोग आपको हिकारत की दृष्टि से देखेंगे!
और आप अच्छे हैं तो बुरे लोग आपका कदम-कदम पर अपमान करने के बहाने खोजेंगे,
क्योंकि उन्हें लगता है कि आप उनके कारण बुरे कहे/माने जाते हैं😊
क्योंकि #अच्छाई है तभी तो #बुराई को पहचान पाते हैं लोग...
@Anuj_Singh34
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8.
अच्छे लोगों का होना बुरे लोगों के लिए उतनी ही बड़ी समस्या है जितनी कि अच्छे लोगों के लिए बुरे लोगों का होना😏
🔶एक आध्यात्मिक व्यक्ति अथवा सन्त इस बात को हमसे बेहतर जानता है कि हमारा अपमान होना हमेशा हमारे गलत होने की पहचान नहीं होता, बल्कि दूसरे के गलत होने की पहचान
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9.
भी हो सकता है😐
👉अब सोचने वाली बात ये है कि दूसरे के गलत होने के कारण हुआ अपमान अगर महन्त नरेंद्र गिरी को पीड़ा पहुँचा सकता होता तो वो इतने वर्षों से महन्त ही नहीं रह पाते,
और अपनी गलती के कारण भी हुआ तो भी ज्यादा से ज्यादा अखाड़े से पलायन ही कर जाते आवश्यक धन लेकर🤔
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Last...
🔶 अतः अगर ये हत्या है तो बेहद #दुखदः है और अगर आत्महत्या है तो बेहद #अफसोसजनक 😢
लेख – अमिताभ राजी
फेसबुक से साभार 🙏
@

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21 Sep
1.
#कड़वा_है_मगर_सच_है 🙏
सहमत या असहमत होने से पहले कृपया पूरा थ्रेड पढें😌
🔶यह कोई नई घटना नहीं है !
#महंत_नरेंद्र_गिरी बड़े पद पर थे तो पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई!
संतों की अकूत #संपदा ही उनकी बर्बादी का सबब बन गई!
👉 इस संत जगत को जो करीब से जानते हैं...
Cont....👇🏻
2.
उन्हें पता है कि #ज्ञानमार्ग के ये पथिक कितने अकेले हैं!
क्यों हैं, इसका कारण वे भी जानते हैं और समाज भी!
🔶लेकिन समाज पर #भक्ति का ऐसा आवरण चढ़ा है कि लोग विराट #आश्रमों और #मठों के भीतर बसे अंधेरे को देखना ही नहीं चाहते !
महंत गिरी सुसाइड नोट छोड़ गए हैं और काफी ...
Cont..👇🏻
3.
कुछ साफ कर गए हैं!
🔶पर सवाल हैं कि उठेंगे और उठते रहेंगे!
सच कहें तो सवालों का उठना #60के दशक में शुरू हो गया था।
यह वह #दौर था जब #ओशो जैसे अनेक संतों ने #भारत की गरीब और पीड़ित जनता को #ज्ञान बांटने के बजाय, पश्चिम की समृद्धि को ज्ञान देने के लिए चुना था...😌
Cont...👇🏻
Read 12 tweets
20 Sep
1.
#जन्मकुंडली में #पितृदोष निवारण का उत्तम समय है 👉 #श्राद्ध_पक्ष
#वैदिक_परंपरा और हिन्दू मान्यताओं के अनुसार एक पुत्र का जीवन तभी सार्थक माना जाता है जब वह अपने जीवन काल में जीवित माता-पिता की सेवा करें और उनके मरने के बाद उनका विधिवत श्राद्ध करें🙏
#ज्योतिष और ...
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2.
#धर्मशास्त्र कहते हैं कि #श्राद्ध पक्ष वर्ष के सोलह ऐसे दिन हैं, जब पितरों के लिए तर्पण, श्राद्ध, दान करके पितृ दोष को शांत किया जा सकता है।
"श्राद्ध महिमा में कहा गया है"
🔶आयुः पूजां धनं विद्यां स्वर्ग मोक्ष सुखानि च। प्रयच्छति तथा राज्यं पितरः श्राद्ध तर्पिता...
Cont.3👇
3.
#श्राद्ध_पक्ष वास्तव में पितरों को याद करके उनके प्रति श्रद्धा भाव प्रदर्शित करने और नयी पीढी को समृद्ध भारत देश की प्राचीन वैदिक और पौराणिक संस्कृति से अवगत करवाने का पर्व है!
श्राद्ध करने से कर्ता #पितृ_ऋण से मुक्त हो जाता है तथा पितर संतुष्ट रहते हैं जिससे...
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Read 19 tweets
19 Sep
1.
एक बार अवश्य पढ़ें🙏
जब #टाईटेनिक जहाज समुद्र में डूब रहा था,
उस समय उसके आस पास तीन ऐसे जहाज़ मौजूद थे जो टाईटेनिक के मुसाफिरों को आसानी से बचा सकते थे😴
सबसे करीब जो जहाज़ मौजूद था उसका नाम #SAMSON था और वो हादसे के वक्त टाईटेनिक से सिर्फ सात मील की दूरी पर था...
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2.
SAMSON के #कैप्टन ने, न सिर्फ टाईटेनिक की ओर से #फायर किए गए सफेद शोले (जो बेहद खतरे में फायर किये जाते हैं ) देखे थे, बल्कि टाईटेनिक के मुसाफिरों के चिल्लाने के #आवाज़ को भी सुना था!
लेकिन उस वक़्त सैमसन के लोग गैर कानूनी तौर पर बेशकीमती समुद्री जीव का शिकार....
Cont....3👇
3.
कर रहे थे और नहीं चाहते थे कि पकड़े जाएं,
लिहाज़ा वे अपने #जहाज़ को दूसरी तरफ़ मोड़ कर चले गए।
🔶 यह जहाज़ हम में से, उन लोगों की तरह है जो अपनी #गुनाहों भरी #जिंदगी में इतने मग़न हो जाते हैं कि उनके अंदर से #इंसानियत खत्म हो जाती है😊
दूसरा जहाज़ जो करीब मौजूद था...
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Read 10 tweets
17 Sep
1.
#स्वयं_के_बच्चों_को बांहों में लेकर दुलारते पुचकारते लोगों को जब #जानवरों_के_बच्चों को पका कर खाते देखता हूँ तो सोचता हूँ कि इनके #दिमाग_की_जगह खाली छूट गई है क्या?
#सामाजिक_न्याय_की_दुहाई_देने_वाले, और सम्पत्ति पर समान अधिकार की बात करने वाले लोग जब कहते हैं कि #आदमी ...
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2.
को छोड़कर सब कुछ खाने की आजादी होनी चाहिए,
तब वो #स्वार्थी इन मासूम प्राणियों के अधिकार की बात #क्यूँ_नहीं_सोच_पाते ?
🔶दरअसल जो लोग जानवरों को सब्जी की तरह कटते, देखते हुए ही बड़े हुए हैं!
स्वाभाविक ही है कि उन्हें जानवर, फल, फूल, सब्जी जैसे ही नजर आएंगे!
🔶गाय भैंस का..
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3.
अपने बच्चों को चाटना,
🔶अपने बछड़ों को देखे बगैर दूध न देना,
बछड़ों का अपनी माँ की ओर दौड़ लगाना और बेतहाशा एक-दूसरे को चाटना-दुलारना तो कभी महसूस ही नहीं कर पाते वो😓
🔶कोई उनसे पूछे कि फल फूल सब्जी को भी काटने से पहले बांधना पडता है क्या?
क्या वो भी छुट छुट कर भागते हैं?
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