वो सुबह फिर तो आएगी
4 अप्रेल 1968 की घटना है मार्टिन लूथर किंग जूनियर की महज 39 वर्ष की उम्र में हत्या हो गई थी पूरे अमेरिका में शोक की लहर थी इस खबर से गोरे और काले लोगो के बीच बरसो से चली आ रही तनातनी और उग्र हो गई थी पूरा अमेरिका बारूद के ढेर पर बैठा था..दंगे शुरू हो गए थे
फिर अचानक से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रॉबर्ट केनेडी एक ट्रक की छत पर चढ़कर दंगों के बीच काले लोगो की बस्ती मैं जाकर घोषणा करते है “आज मैंने अपने दूसरे भाई को खोया है। उसी तरह खोया है। उसी लड़ाई में खोया है। मैं आपके साथ बैठ रोने आया हूँ। #RobertFkenneddy#JawaharlalNehruJi
आपके मन में आक्रोश होगा कि गोरे लोग इसके जिम्मेदार हैं। तो यह गोरा आपके बीच खड़ा है। आप अपना आक्रोश मुझ पर उतार लें। यह वक्त अमेरिका को एक साथ खड़े होने का है, मार्टिन लूथर किंग के वाशिंगटन में देखे स्वप्न के पूरा करने का। उस नयी सुबह देखने का...
जब एक गोरा किसी अश्वेत की मौत पर उसके कंधे पर सर रख कर साथ रोए,और एक अश्वेत एक गोरे की मौत पर।” बापू दंगे रोकने के लिए खुद उपवास पर बैठ जाते थे उन जगहों पर जाकर अहिंसा से उन दंगो को रोक पाने में सफल हो जाते थे मार्टिन लूथर किंग बापू को अपना आदर्श मानते थे #mahatmagandhi
अहिंसा और सत्याग्रह को नस्लीय हिंसा से लड़ने का प्रमुख हथियार मानते थे बापू और मार्टिन लूथर किंग की हत्या करने वाली विचारधारा एक ही थी लेकिन देश अलग अलग थे बापू की हत्या के बाद जवाहर ने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा था #JawaharlalNehru#डाटावाणी
पिछले वर्षों के दौरान इस देश में काफी जहर फैल गया है और इस जहर का लोगों के दिमाग पर असर पड़ा है । हमें इस जहर का सामना करना चाहिए, हमें इस जहर को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए लेकिन इसके लिए हमें हिंसा और नफरत को त्यागना होगा हम केवल प्रेम से ही इस नफरत के जहर को खत्म कर सकते है
केनेडी और नेहरू ने बताया की एक सच्चा नेता वो होता है जो देश को जोड़ने के लिए लोगो के बीच अपनी जान की परवाह किए बगैर जाता है ऐसी स्थिति में ही एक लोकतांत्रिक औऱ धर्मनिरपेक्ष राज्य की नींव मजबूत की जाती है जब सारी साम्प्रदायिक और विभाजनकारी शक्तियां उसे तोड़ने की साजिश रचती है
भारत का दुर्भाग्य है कि अब ऐसे नेता नही आ रहे है लेकिन मुझे पता है कोई तो केनेडी और जवाहर जब इस थ्रेड को पढ़ेगा तो वो इन शक्तियों से लड़ेगा और पूरा देश उसके साथ खड़ा हो जाएगा. इस अंधेरे में एक नई सुबह की उम्मीद किरण देख रहा हूँ..मुझे यकीन है वो सुबह फिर तो आएगी..#JawaharlalNehru
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27 साल के गुजरात मॉडल का सच लिख रहा हूँ जिसे गोदी मीडिया कभी नही दिखायेगा...
1.शिक्षा पर ज्ञान देने वाले विश्वगुरू के राज्य में 10 वी कक्षा तक हर 30 छात्र पर 1 शिक्षक होना चाहिए पर गुजरात इसमें देश के 3 सबसे पिछड़े राज्यों में आता है दो अन्य राज्य बिहार और झारखंड हैं #डाटावाणी
2.स्वच्छता का नारा देने वाले साहब के गुजरात में आज भी 32 % ग्रामीण खुले में शौच करते है और 51 % ग्रामीण महिलाए सेनेटरी नैपकिन की जगह सादे कपड़े का उपयोग करती है स्वच्छता के इन मापदंडों में गुजरात देश के अंतिम 5 राज्यों में आता है #डाटावाणी#घोरकलजुग #GujaratElections2022
3.सबको स्वास्थ्य देने का दावा करने वाला साहब के गुजरात मे आज भी 1 लाख लोगों पर 95 हॉस्पिटल बेड है जबकि पूरे देश मे इसका औसत संख्या 139 है
दूसरे गाल के लिए कलेजा चाहिए !
अंधभक्तो को पता नहीं है, एक गाल पर थप्पड़ खाने के बाद दूसरा आगे करना, कितनी बहादुरी का काम है ! थप्पड़ का जवाब थप्पड़ से देना आसान है, लेकिन दूसरा गाल आगे करना सबके बस में नहीं है, जो करता है..'महात्मा' बन जाता है ! #Gandhi
अहिंसा सिर्फ़ गांधी की नहीं,इंसानी फ़ितरत है अहिंसा के जरिए गांधी कोई नया फार्मूला लेकर नहीं आए थे, बल्कि उन्होंने आज़माएं हुए फार्मूले को लपका और उसे ताक़त दी।उनमें दम था,इसलिए अहिंसा उनका नारा बन गया, ब्रांड बन गया।
जहां इंसानियत है,वहां अहिंसा है,लेकिन जिन्हें हिंसा में दिलचस्पी है,जो मारने-काटने की बात करते हैं,वही गांधी से इंकार कर सकते हैं ! बात सिर्फ गांधी की नहीं है,वो सब जिन्होंने दुनिया को दिशा दी है,सोच दी है, फ़क़ीर ही रहे हैं,उनके पास तलवार नहीं थी, ,
सुनो भारत के युवाओ..आज आपके सबसे बड़े लीडर का जन्मदिन है आज राजीव जीवित होते तो इस देश की तस्वीर कुछ अलग ही होती लेकिन आज वो हमारे बीच में नही है आज हर तरफ झूठ है तो देश के युवाओँ को सच बताने की जिम्मेदारी हर उस व्यक्ति की है जिन्होने राजीव को पढ़ा,सुना और देखा है #RajivGandhi
राजीव ने इस देश को क्या दिया है उसका जवाब आपके हाथ में है जिससे आप यह पोस्ट पढ़ रहे है यह राजीव गांधी ही थे,जिन्होंने भारत में दूरसंचार क्रांति लाई.आज जिस डिजिटल इंडिया का जाप साहब करते रहते है उसका मूल विचार राजीव का ही था सी-डॉट से लेकर एमटीएनएल जैसी कंपनियां उनकी ही देन है
90 के दशक लाखो लोगो को रोजगार देने वाले एसटीडी पीसीओ बूथ उनकी ही देन है आज जो स्वरोजगार का मॉडल मोदी सरकार जनसेवा केंद्र के नाम कॉपी पेस्ट करके आपको परोस रही है उसकी नींव औऱ अधोसरंचना राजीव ने ही दी थी #RajivGandhi
क्या आप अशोक स्तंभ के मूल स्वरूप से हो रही छेड़छाड़ से नाराज है ? क्या आप महान अशोक की याद में खड़े हुए एक बरसो पुराने स्मारक के सम्मान के ध्वस्त होने पर दुखी है अगर हाँ तो इस #thread को सेव कर लीजिए.. थोड़ा लंबा है पर भविष्य में काम आएगा #AshokStambh#डाटावाणी#घोरकलजुग 1/n
अपराध शास्त्र शोध में किसी घटना के घटित होने के पहले यह जान लेना चाहिए आखिर वो क्यो हो रही है इससे सबसे ज्यादा लाभ या नुकसान किसे हो रहा है मतलब इस घटना का मोटिव या मकसद क्या है जब आप अशोक स्तंभ को बदलने के फैसले को इस एंगल से सोचेंगे तो आपको सारी तस्वीर समझ आ जाएगी !!! 2/n
आप पहले की घटनाओं की #क्रोनोलॉजी को समझिए 2013 में यूनिटी रन होती है घर-घर से लोहा इकट्ठा किया जाता है सलीके से सरदार पटेल जैसे संघ विरोधी को संघ का समर्थक बताया जाता है स्टेच्यू आफ लिबर्टी की तर्ज पर उनकी सबसे बड़ी मूर्ति बनाई जाती है #statueofunity 3/n
यह शाह की जीत और मोदी की हार है!!!
उद्धव ने इस्तीफा दे दिया है एकनाथ की घर वापसी हो गई है शिवसेना का घर भी सुधर गया है पूरा मीडिया फडणवीस को सबसे बड़ा चाणक्य साबित करने में लग गया है लेकिन सियासत के इस शतरंज के सबसे बड़े शातिर शाह ही साबित हुए है #AmitShah #DevendraFadnavis 1/n
जब 2019 विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित हुए थे तो अमित शाह ने युद्ध स्तर पर हरियाणा की सियासी जमावट की थी 48 घँटे के अंदर दुष्यंत को उपमुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी की सरकार बना दी थी लेकिन महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार के लिए बिलकुल भी प्रयास नही किये थे #AmitShah 2/n
उस समय उध्दव ठाकरे से एक बार भी बात नही की थी और महाराष्ट्र का एक भी बार दौरा नही किया क्यो उन्होंने लोकसभा चुनाव की तरह शिवसेना को मनाकर साथ मे क्यो नही मिलाया ?? क्योंकि अमित शाह देवेंद्र फडणवीस को कभी मुख्यमंत्री बनाना नही चाहते थे #DevendraFadnavis#डाटावाणी 3/n
2.जनसंख्या नियंत्रण: सरकार को अब जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की कोई आवश्यकता नही है क्योंकि सामान्यतः23 की उम्र में विवाह करने वाला ग्रामीण युवा 28 तक ट्रेनिंग और रोजगार तलाश में ही बिजी रहेगा,बाद में विवाहित होकर वो फेमिली प्लानिंग ही करेगा #घोरकलजुग#घोरकलजुग 2/n
3. दहेज प्रथा कम होगी: परमानेंट नौकरी और पेंशन न होने की स्थिति मे गाँव मे दहेज की डिमांड कम या बिलकुल खत्म हो सकती है उल्टा 25 -26 की उम्र तक रुकने पर वधु पक्ष को पैसा देना पड़ सकता है 🤣🤣 #घोरकलजुग#Agneepath 3/n