#Balasore उड़ीसा में हुई रेल दुर्घटना भा.रे. के इतिहास की सबसे बड़ी दुर्घटनाओं में से एक है! इस हादसे के मात्र 24 घंटे पहले रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कसीदे पढ़ रहे थे! ये 1 जून की खबर का स्क्रीन शॉट है! देख लें!
हालांकि रेलमंत्री ने जो कहा वह जमीनी..
हकीकत से कोसों दूर है! न ट्रेनें समय से चल रही हैं,न जनरल पैसेंजर्स को कोई राहत मिली है! टॉयलेट ही केवल बायो नहीं बना, पूरा कोच बायो टॉयलेट बन गया! डर्टी लिनेन, डर्टी कैटरिंग और डर्टीनेस से यात्रियों का बुरा हाल है! हजारों स्टापेज खत्म, हजारों क्षेत्रीय ट्रेनें रिस्टोर नहीं हुईं!
और अब जब नैतिक जिम्मेदारी लेने की बात है तो ट्रेनों को झंडी दिखाकर इवेंट रचने वाले आत्ममुग्ध फोटो और क्रेडिटजीवी गायब हैं!
और हां, किसी के भी इस्तीफे की बात बेमानी है... 2014 में सत्ता में आने के बाद राजनाथ सिंह ने तो कह ही दिया था- 'ये NDA सरकार है इसमें इस्तीफे नहीं होते!'
इस्तीफे नहीं होते, मतलब यहां न किसी की "जिम्मेदारी" तय होनी है और न ही किसी में कोई "नैतिकता" बची है! #साभार: सोशल मीडिया
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The recent #BalasoreTrainTragedy in #Odisha has shocked & saddened many people,including those who have served in senior operational positions in the #IndianRailways.
Some feedback we received:
One retired senior board officer said, "I am ashamed of what happened.. @RailMinIndia
We had made so much progress in reducing accidents in recent years, but it seems like we have let our guard down. We need to get back to basics & focus on safety."
Another retired officer said, “Last major accident was in MaldaDivn ERly in Jan 2022.The #Malda derailment showed.. twitter.com/i/web/status/1…
that there were cracks in our strategy. We need to be more vigilant & make sure that all safety procedures are followed. Malda happened becoz basics of planning were ignored-while extending run of electric loco, neither Divn, nor Zone nor RlyBd ensured that locomotives will not..
Time #MR resigns & #PM restores some sanity in Rlys.
Trn no.12841 Coromandal Exp & Trn no.12864 Sir MV-HWH SF Exp got derailed near Bahanaga Rly stn at around 18.55hrs on 02.06.23. As of now, near about 50 casualties & more than 350 injured passengers are reported. @RailMinIndiatwitter.com/i/web/status/1…
Protection of #Railway_officers who do business with #IndianRailway as #vendors on #IREPS shows brazenness of very top in #RailBhawan.
Lakhs of crores spent, lakhs of crores wasted by competence poverty of #Tendernan. And so many innocent passengers died today. #MR should resign!
@RailMinIndia पता चला है कि आज 3 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंस में रेलमंत्री @AshwiniVaishnaw ने रेलवे विजिलेंस के कार्यकालाप पर गंभीर प्रश्न उठाए। कहा कि विजिलेंस विभाग केवल प्रोसीजरल लेप्स या त्रुटि पर केस बनाना बंद करे। यह देखना ज़रूरी है कि किसी निर्णय के पीछे मंशा क्या थी..
अनाप-शनाप विजिलेंस मामलों के कारण कई बड़े प्रोजेक्ट्स में देरी हुई है और बोल्ड निर्णय लेने वाले अधिकारियों की अनावश्यक प्रताड़ना हुई है।
अधिकारियों का कहना है कि सुनने में तो मंत्री जी का यह वक्तव्य बहुत अच्छा लगता है, पर ख़ाली भाषण देने से व्यवस्था में सुधार हो सकता तो आज..
रेलवे की छवि और दक्षता कुछ और ही होती। उनका कहना है कि आवश्यकता है कि विजिलेंस अधिकारियों और इंस्पेक्टरों की छापामार और फाइल उठा ले जाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाया जाए। जिस बात की शिकायत हो, या जिस पर शंका हो, उसी की जॉंच की जाए, न कि 500 पृष्ठों की फाइल में से कॉमा-फुलस्टॉप..
#अधिकारी_वेंडर_नेक्सस का नया स्वरूप-अधिकारी स्वयं बना वेंडर!
हालांकि जानकारी वेरीफाइड है,तथापि व्यक्तियों और कंपनियों के नाम रिडेक्ट किए गए हैं,सूचना कुछ इस प्रकार है-
2. He invested huge corrupt money in the firm M/s ###/Haridwar whose owner is Mr S# ##. This firm is approved vendor for supplying electric locomotive items and electrical coaching items.
3. Mr ### opened a firm R###/Okhla industrial Area, Delhi whose real owner is his son Mr M### with joint partnership with S### owner of M/s ###/Haridwar.
4. M/s R### used to supply and do turnkey projects of Signalling work/items.