दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तु ते ॥
सप्ताश्वरथमारूढ़ प्रचण्ड कश्यपात्मनम् ।
श्वेतपद्मधरं देवं तं सूर्य प्रणमाम्यहम् ।।
लोहितं रथमारूढं सर्वलोकपितामहम् ।
महापापहरं देवं तं सूर्य प्रणमाम्यहम् ॥
#संस्कृतिबोध
आपको प्रणाम है,
आप मुझपर प्रसन्न हों, हे दिवाकर !
आपको नमस्कार है। हे प्रभाकर ! आपको प्रणाम है ॥
सात घोड़ोंवाले रथपर आरूढ़
....हायमें श्वेत कमल धारण किये हुए प्रचण्ड तेजस्वी कश्यपकुमार
....सूर्यको मैं प्रणाम करता हूँ॥
#वैदिकआचार
#सनातनशुद्धरूपसेविज्ञान