धीरे धीरे वह काफी बुजुर्ग हो चला था इसीलिए एक कमरे मे ही पड़ा रहता था ।
जब भी उसे शौच; स्नान आदि के लिये जाना होता था; वह अपने बेटो को आवाज लगाता था और बेटे ले जाते थे ।
#consciousness #innerwork
इस दौरान वे कभी-कभी गंदे बिस्तर पर ही रात बिता दिया करते थे
#karma #enlightenment
लेकिन ये तो आवाज लगाते ही दूसरे क्षण आ जाता है और बडे कोमल स्पर्श से सब निवृत्त करवा देता है ।
मेरे बेटे तो ऐसे नही हैं ।
अभी अंधेरे कमरे में एक अलौकिक उजाला हुआऔर उस लड़के रूपी ईश्वर ने अपना वास्तविक रूप दिखाया।
प्रभु कहते है कि जो आप भुगत रहे है वो आपके प्रारब्ध है ।
व्यक्ति कहता है कि क्या मेरे प्रारब्ध आपकी कृपा से भी बडे है; क्या आपकी कृपा, मेरे प्रारब्ध नही काट सकती है
ये अवश्य आपके प्रारब्ध काट सकती है;
लेकिन फिर अगले जन्म मे आपको ये प्रारब्ध भुगतने फिर से आना होगा ।
यही कर्म नियम है ।
इसलिए आपके प्रारब्ध मैं स्वयं अपने हाथो से कटवा कर इस जन्म-मरण से आपको मुक्ति देना चाहता हूँ
मन्द,
तीव्र, तथा
तीव्रतम
मन्द प्रारब्ध मेरा नाम जपने से कट जाते है ।
तीव्र प्रारब्ध किसी सच्चे संत का संग करके श्रद्धा और विश्वास से मेरा नाम जपने पर कट जाते है
लेकिन जो हर समय श्रद्धा और विश्वास से मुझे जपते हैं;
उनके प्रारब्ध मैं स्वयं साथ रहकर कटवाता हूँ और तीव्रता का अहसास नहीं होने देता हूँ ।
पीछे रचा शरीर ।
तुलसी चिन्ता क्यों करे
भज ले श्री रघुबीर।।