टॉपिक है वामपंथी हिंदू और वामपंथी इस्लामी विचारधारा और उनकी तथाकथित धर्मनिरपेक्षता

1 हिंदू वामपंथी और 1 मुस्लिम वामपंथी में क्या फर्क है? देखे

कुछ दिन पहले म जब 1 लेखक उदय शंकर जिन्होंने भारत में अवार्ड वापसी गैंग की शुरुआत की थी उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए ₹5001 का
डोनेशन दिया और डोनेशन की रसीद को अपने फेसबुक वॉल पर लगाकर कहा कि मैंने आज मंदिर निर्माण के लिए अपना डोनेशन दिया है
कमेंट देखा तो तमाम वामपंथी हिंदू उन्हें कोस रहे यहां तक कि कुत्रकार अजीत अंजुम की लेखिका पत्नी भी उन्हें खूब बुरा भला लिख रही है और राम मंदिर को खूनी मंदिर कह
रही है।
अब कुछ मुस्लिम वामपंथियों पर आते हैं

सज्जाद जहीर कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापकों में से एक थे जो बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए और उन्होंने पाकिस्तान में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ पाकिस्तान का गठन किया था
बंटवारे के पहले मुंबई में जब कम्युनिस्ट पार्टी का सम्मेलन हो रहा था
तब फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ सज्जाद जहीर और अहमद फराज ने एक हिंदू कम्युनिस्ट से पूछा कि यहां नमाज पढ़ने की जगह किधर है

उस हिंदू कम्युनिस्ट ने बाद में एक आर्टिकल में कहा था कि मैं बहुत शर्मिंदा हुआ कि मैं वामपंथी बनकर अपने धर्म अपने रीति रिवाज को समाज के लिए खतरा बताने लगा लेकिन
1 मुस्लिम वामपंथी बनकर भी अपने धार्मिक रीति रिवाज से दूर नहीं होता है

जेएनयू में आज भी मुस्लिम वामपंथी छात्र रोजा इफ्तार की पार्टी करते हैं वही हिंदू वामपंथी हिंदू धर्म को अपमानित करने वाले महोत्सव मनाते हैं
फैज अहमद फैज ने अपनी एक मशहूर ग़ज़ल लिखी थी "बस नाम रहेगा अल्लाह का सारे बूत तोड़े जाएंगे"
मतलब एक वक्त ऐसा आएगा जब इस धरती से सारी मूर्तियां तोड़ दी जाएंगी और इस धरती पर सिर्फ अल्लाह का ही नाम रहेगा
आज भी तमाम वामपंथी इसे गाते हैं तब कोई वामपंथी यह सवाल नहीं उठाता यह तो धार्मिक
बात है यह तो धर्मनिरपेक्षता के लिए खतरा है हम तो वामपंथी में विश्वास रखते हैं
या फिर जब अल्मा इकबाल ने लिखा था
"चीन-ओ-अरब हमारा हिन्दोस्ताँ हमारा
मुस्लिम हैं हम वतन है सारा जहाँ हमारा"
तभी किसी ने अल्मा एक बार पर सवाल नहीं उठाया
या फिर जब वामपंथी विचारधारा के सज्जाद जहीर
ने जन्नत की बशारत नाम से इस्लाम पर एक आर्टिकल लिखा था और मुसलमानों को इस्लामिक रीति-रिवाजों का पालन करने को कहा था तब किसी भी वामपंथी इसपे सवाल नहीं किया कि सज्जाद जी आप तो वामपंथी विचारधारा के हैं आप धार्मिक क्यों बनते जा रहे हैं
दरअसल मुस्लिम वामपंथी कुछ भी करें तो सारे वामपंथी उसका निजी मामला बताकर चुप रहते हैं लेकिन यदि कोई हिंदू वामपंथी किसी मंदिर के लिए डोनेशन भी दे तब इन वामपंथियों की धर्मनिरपेक्षता खतरे में आ जाती है
उदय प्रकाश

• • •

Missing some Tweet in this thread? You can try to force a refresh
 

Keep Current with Milind Gaikwad (देशमुख)

Milind Gaikwad (देशमुख) Profile picture

Stay in touch and get notified when new unrolls are available from this author!

Read all threads

This Thread may be Removed Anytime!

PDF

Twitter may remove this content at anytime! Save it as PDF for later use!

Try unrolling a thread yourself!

how to unroll video
  1. Follow @ThreadReaderApp to mention us!

  2. From a Twitter thread mention us with a keyword "unroll"
@threadreaderapp unroll

Practice here first or read more on our help page!

More from @MilindG11975687

6 Feb
43 साल पुराना खूनी राजनीति का वही खेल आज फिर दोहराया जा रहा है...
1977 में देश की जनता कांग्रेस को सत्ता से बुरी तरह बेदखल कर दो तिहाई बहुमत के साथ जनता पार्टी को सत्ता सौंप चुकी थी। पंजाब में भी जनता पार्टी और अकाली दल के गठबंधन ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर Image
दिया था और कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री रहे ग्यानी झैलसिंह द्वारा किये गए भयंकर भ्रष्टाचार की जांच के लिए गुरदयाल सिंह जांच आयोग बनाया था। इस आयोग की जांच की शुरूआत के साथ ही झैलसिंह का जेल जाना तय होने लगा था। इन परिस्थितियों से निजाद पाने के लिए
कांग्रेस ने एक योजना तैयार की थी। इस योजना के तहत संजय गांधी और झैलसिंह ने पंजाब से सिक्ख समुदाय के दो धार्मिक नेताओं को दिल्ली बुलाकर बात की थी। संजय गांधी और झैलसिंह की जोड़ी को उन दोनों में से 1 काम का नहीं लगा था क्योंकि वो उतना उग्र आक्रमक नहीं था
Read 20 tweets
6 Feb
क्या कोई जानता है ?जॉर्ज फ्लाईड कौन था?
क्या कोई जानता है ? ऑस्ट्रेलियायी तथाकथित किसान नवनीत को जॉर्ज फ्लाईड क्यू बनने नही दिया गया।
वे सब तडप रहे " सरकार ने गोली क्यों नहीं चलाई?

25 मई 2020, जॉर्ज फ्लायड, नशीली दवाएं रखने के कारण, मिनियापोलिस में अरेस्ट होते वक्त पुलिस के हाथों मर जाता है

याद है ? फिर अमेरिका में दंगे शुरू हो गये। पुलिस और प्रशासन अचानक गोरे, व्हाइट हो गये, और प्रशासन की एक गलती गोरों का
Read 14 tweets
6 Feb
अब फिर साबित हुआ - ये किसान आंदोलन नहीं है
इसे कहते हैं राहुल का लड़कियों के पीछे छुपना -

रफाल खरीद पर जब राहुल गाँधी पी एम् मोदी
को चोर कह रहा था, तब लोकसभा में निर्मला
सीतारमण ने 8 जनवरी, 2019 को खरीद के
वित्तीय प्रावधान समझाए थे -
राहुल गाँधी ने तब आरोप लगाया था कि 56 इंच
की छाती होने का दावा करने वाला प्रधान मंत्री
एक महिला के पीछे छुप गया और उसे कहा कि
मुझे बचा लो मगर वो मोदी को बचा नहीं सकी -

आज 26 जनवरी से 10 दिन में दूसरी बार
साबित हुआ कि ये कोई किसान आंदोलन
नहीं चल रहा बल्कि
आंतरराष्ट्रीय स्तर का
षड़यंत्र चल रहा है मोदी के खिलाफ मगर
ये भेद खुलने में देर नहीं लग रही --
26 जनवरी की हिंसा ने साबित किया कि
ये किसान आंदोलन नहीं है -

अब कल एक अंतर्राष्ट्रीय साजिश का
पर्दाफाश हुआ जब पता चला कि राहुल
गाँधी एक नहीं 3 लड़कियों के पीछे छुपा
Read 9 tweets
6 Feb
मला हे अजिबात पटत नाही
मला जे पटते आणि योग्य वाटते ते सर्वथैव सामाजिक दृष्टीने योग्य आहे
कारण ज्या पुरुषाला स्त्री मध्ये फक्त मादी च दिसते
अश्या पुरुषासमोर जर एखादी अर्धनग्न सो कॉल्ड पुढारलेली मुलगी अथवा स्त्री आली
तर त्याच्या भावना चेकाळून जाऊन एखादी असहाय मुलगी शिकार
होते .
ह्याला दोषी कोण?
ती मुलगी ?तो पुरुष?की दोघेही?
मी कोणाचेच समर्थन करणार नाही कारण दोघेही चूकच आहेत
तोकडे कपडे घालून बीभत्स दर्शन घडवणे हे कितपत योग्य हे त्या त्या मुलीने ठरवावे
त्या त्या मुलीने ठरवावे की आपल्या ह्या दर्शनाने आपण सैतान जागा करतोय
आता कोणीतरी तकलादू समर्थन
करेल त्याची तर मला कीव येईल
तो किंवा ती व्यक्ती असेही म्हणेल की लहान मुलींवर (4 ते 5 वर्षे वय)जे रेप होतात ते रेप असे कपडे बघितल्याने होतात काय?
प्रश्न साधाच आहे हा पण ह्या प्रश्नातूनच बीभत्सपणाची पाठराखण करतानाच आपल्याला भारतीय संस्कृतीचा अभिमान आहे ह्याची जाणीव करून द्यायचीय
Read 5 tweets
6 Feb
शेतकऱ्यांना कायम सतावणारी बाब म्हणजे शिंपणे
हे जर शिंपणे जर शेतकरी वेळ काढून करू लागला तर शेतात पाणी मिळून चांगले पीक येते
मी स्वतः नोकरीत ही आहे आणि मसाला शेतकरी आहे
मी शेतावर सागवान लागवड करून त्यावर मिरी चढवली आहे आणि बाकी इतरत्र मोकळ्या जागेत व चौफुल्यावर (सावली येते)वेलची,
जायफळ ,लवंग,दालचिनी अशी लागवड केली आहे
व जो काही खराबा होता तिथे वेगवेगळ्या प्रकारचा आंबा व काजू लावला आहे
प्लॉट घेतला तेव्हाच तिथे आपोआप रुजून आलेली कोकमाची झाडे तब्बल 11 होती त्यामुळे कोकमाचा प्रश्न उरलाच नव्हता
राहता राहिला लिंबू व सीताफळ आणि जाम (आम्ही विलायती काजू म्हणतो)
अशी निवडक झाडे कोपरे बघून लावली
सोलर पंप (स्वखर्चाने) बसवला प्लॉट ला लागूनच बारमाही जिवंत ओढा (40 फूट रुंद,3 फूट खोलआणि पावसात रौद्रभीषण) असल्याने विहिरीचा विषय नव्हता
रीतसर सरकारी कागद रंगवून पाणीपट्टी भरून सोलर बसवला
साग थोडा उंचीवर आल्यावर त्यावर मिरी चढवली
आणि नंतर तारांबळ
Read 13 tweets
2 Feb
हर परिवार से 1 आदमी किसान आंदोलन में चलो’ – पंजाब की पंचायतों का तुगल की फरमान, नहीं तो ₹2100 जुर्माना*

दिल्ली और आस-पास के कई राज्यों में चल रहे ‘किसान आंदोलन’ के रविवार (जनवरी 31, 2021) को 4 महीने पूरे हो गए हैं। इसके बावजूद इसमें और ईंधन झोंकने की कवायद जारी है।
पंजाब में अब पंचायतों ने फरमान जारी करना शुरू कर दिया है। कई पंचायतें अपने-अपने गाँव के प्रत्येक परिवारों को कम से कम एक सदस्य आंदोलन में दिल्ली भेजने का फरमान सुना रही है। पंजाब में ऐसी कई पंचायतें हैं।

सबसे बड़ी बात तो ये है कि ऐसे फरमान पंचायतों के आधिकारिक लेटर हेड पर
जारी किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि जिस परिवार का कोई सदस्य दिल्ली में चल रहे ‘किसान आंदोलन’ में नहीं गया तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। साथ ही जुर्माना भी भरना पड़ेगा। इससे पहले किसान एक्टिविस्ट्स को टास्क सौंपा गया था कि वो भीड़ जुटाएँ और लोगों को दिल्ली लेकर जाएँ। ”
Read 11 tweets

Did Thread Reader help you today?

Support us! We are indie developers!


This site is made by just two indie developers on a laptop doing marketing, support and development! Read more about the story.

Become a Premium Member ($3/month or $30/year) and get exclusive features!

Become Premium

Too expensive? Make a small donation by buying us coffee ($5) or help with server cost ($10)

Donate via Paypal Become our Patreon

Thank you for your support!

Follow Us on Twitter!