भारतीय संस्कृति=हर प्रथा के पीछे सुंदर प्रसंग
फाल्गुन मास की पूर्णिमा को सूर्यास्त के पश्च्यात प्रदोष काल में, गोबर से लिपि भूमि पर कंडे,घास-फूस, लकड़ियों का विधिवत पूजन कर #होलिका_दहन करना चाहिए-नारद पुराण
प्रज्वलन केलिए बच्चों द्वारा प्रसूता स्त्री के घरसे 🔥माँगने का विधान है
होलिका दहन-
दीपयाम्यघ्ते घोर चिन्ता राक्षसी।
सत्तमहिताय सर्व जगतँ प्रीतये पार्वतीयये।।
आज हम दुःख-चिन्ता देने वाले सभी राक्षसों को जला रहे हैं, ये कार्य, भगवान शिव को प्रसन्न करने तथा समस्त संसार के कल्याण के लिए किया जा रहा है। #होलिकादहन#होलिकादहन2021
#होलिका_दहन के समय होलिका के शव की पूजा का विधान है जो आज भी होली की पिरक्रमा, अग्नि में घी, दूध, धान, निम्बू इत्यादि की आहुति के रूप में देखा जाता है
मंत्र:
अतो माँ पाहि मीतिन्यो मतिवापत्यमात्मन
आयुर्देही यशो देही शिशुनाँ करू रक्षणम
शत्रुणां च क्षयं देहि होलिके पूजिता सदा ।।
आस्याँ निशागमेंफर्थ
संरक्ष्या शिशवो ग्रहे।
होलिका की लपटों का पूर्व दिशा को जाना राष्ट्र की सुख-समृद्दी का सूचक है
होलिका से रक्षा प्रार्थना करते हुए, शरीर पर भस्म धारण करने का भी विधान है
श्रीकृष्ण ने टेसू पुष्पों से #होली खेली
ये प्रथा,कीचड़,पानी,रंग डालने में परिवर्तित हो गयी
वन्दितासि सुरेन्द्रेण ब्रहमणा शंकरेण च
अतस्तवं पाहिनो देवि विभूतिर्भूतिप्रदा भवेत्।
इंद्र, ब्रह्मा, शंकर भी जिस होलिका के प्रति सम्मान रखते हैं, मैं उसकी भस्म को शरीर पर धारण करता हूँ, हे होलिका मेरी रक्षा करो। #होलिका_दहन#होलिका
होलक स्वेदा क्या है?
होलिका दहन की रात्रि को बुझी आँच पर खटिया रख, चादर लपेट कर सोया जाता था ताकि रात भर में पसीने द्वारा इस मौसम में होने वाले सभी रोगों से शरीर मुक्त रह सके।
ये प्रक्रिया #होलक_स्वेदा कहलाती है।
#हिंदी_दिवस के उपलक्ष में, हिंदी भाषियों/ प्रेमियों के लिए विशेष, उर्दू हिंदी शब्दकोश का शेष भाग:
क़ब्ज़ा= अधिकार
क़ब्र= समाधि
क़ाबिल= समर्थ, योग्य
क़ुबूल= स्वीकार करना, स्वीकृति
क़ीमत= मूल्य, दाम
क़यामत=विनाश, मृतोत्थान
क़ायदा= रीति, नियम
क़ायम= स्थापित
क़र्ज= ऋण
क़सम= शपथ
The West selling us, Sound therapy, Voice modulation, Articulated Speech, Public speaking & blah blah.. like idiots our modern generation goes all ga ga over these tit bits taken from our very own system.. “हल्दी की गाँठ लिए अपने आप को पंसारी समझने वालों के लिए ये शृंखला: 1.
ये उस सनातन सभ्यता को क्या सिखाएँगे जिसका आधार ही नाद है!
समय, काल, गणित,भौतिक विज्ञान,खगोल शास्त्र,मनोविज्ञान व नाद का ऐसा नाता है कि उसे समझ के केवल अपने आप में उतर जाना ही सर्वोत्तम थेरेपी है!
“अथातो ब्रह्म जिज्ञासा”
आइए, इसी क्षण उस नाद रूपी परमात्मा की खोज प्रारम्भ करें।
2
सृष्टि की उत्पत्ति की प्रक्रिया आदि नाद से प्रारम्भ हुई, जिसका प्रतीक ‘ॐ नादब्रह्म है।
ना+द
ना = नकार/ प्राण
द= दकार/ अग्नि
प्राण वायु व अग्नि के संयोग से नाद की उत्पत्ति हुई।
प्रत्येक स्थान/ कण में नाद व्याप्त है, आकाश, अग्नि, नभ, पावन, मुख, अभिव्यक्ति.. 3.
How did the Tricolour become our National Flag?
The oldest continuous Civilization was not a “new nation in the making” when She got free from the Colonial clutches!
From prehistoric times, the Hindu #Bhagwa fluttered all over the land undivided by the sea- the Jambudwip.
1*
1st failed muzlem invasion occured in 635CE
Chach #Brahmin king of Sindh &his successor Dahir vanquished raiding Arabs who made 15 failed attempts to invade Bharatvarsh
711 came Bin Qasim,50000 strong
Arab platoons in Dahir's pay refused to fight muzlem’s jihad against kafirs!
*3
Ekaadasha = 11
The 11th lunar day of both lunar phases, Shukl paksh (brightening moon) & Krishna paksh (fading moon),is Ekadashi
During Shukl Paksh the moon appears 3/4 full & during Krishna paksh it appears 3/4 dark.
There’re 24 #Ekadashi s in year, 2 more in the leap year 2/n
Due to the orbital path combination of the sun,moon & the earth
the air pressure in atmosphere changes to extremes on both poornima & amavasya
as can be seen in tidal waves which are rough & high but calm on the next day indicating the decreased pressure #SwargVathilEkadashi 3/n
जहां सनातन घटा, वहाँ अशांति बढ़ी..
हमने उन अशांति बढ़ाने वालों के ख़िलाफ़, व सनातन को पुनर्जीवित करने के लिए क्या ठोस निर्णय लिए?
इतिहास का सत्य ये है:
635 से आक्रमण प्रारम्भ हुए
सिंध 15अरबी हमले विफल करने के बाद 712 में गिरा
भारतवर्ष पर पहले ३ विफल आक्रमण समुद्री मार्ग से हुए
१-मुंबई के निकट ठाणे पर 635 में ख़लीफ उमर के समय में
२- भरूच
३-सिंध पर हुआ
सिंध पर लूट पाट के हमले,पहले खलिफ, आइशा के पिता अबुबक्र के समय से ही प्रारम्भ हो गए थे
643 में खुरासन/पूर्वी ईरान पर अरबी क़ब्ज़ा होते ही काबुल व ज़बूल (अफ़ग़ानिस्तान) पर इस्लामी आक्रमण गति पकड़ गए। (2)
624 से सम्पूर्ण विश्व पर इस्लामी आक्रमण प्रारम्भ हुए
अनेक सभ्यताएँ आक्रांताओं के आगे 1-17 या 20 वर्षों में गिर के इस्लामिक हो गयीं
भारत के उत्तर पश्चिमी राज्य ज़बूल,काबुल,सिंध के वीर हिंदूओं ने ३०० वर्षों तक उन्हें 🇮🇳की सीमाओं में प्रवेश तक नहीं करने दिया
Steve Jobs was so influenced by Paramahans Yoganand that he instructed to gift a copy of Autobiography of a Yogi to visitors in his memory
He visited ISKCON temples during college days
Followed Neem Karoli Baba whom he met in Kainchi in 1974
He attended Kumbh Mela in Haridwar.
The same west that ensured that the Hindus were driven away from #SanatanDharma , keeps coming back to our Gurus, Traditions & Rituals. #ReviveTraditions Start Today!