#अक्षय_तृतीया को विष्णुजी दो ऋषियों
नर नारायण के रूप में अवतरित हुए जिनकी तपस्या से संसार में सुख शांति का विस्तार हुआ
द्वापर में दोनों ने #श्रीकृष्ण व अर्जुन बन लीला रची
केदार-बदरीवन में उन्होंने जिन पार्थिव लिंग की पूजा की, वह शिव रूपी केदारेश्वर ज्योतिर्लिंग हुए- शिव पुराण
नर-नारायण ने घोर तपस्या से केदारेश्वर व बदरीकाश्रम में विष्णु के विग्रहरूप की स्थापना की- महाभारत
केदारेश्वर ज्योतिर्लिंग के आसपास पांडवों ने मंदिर निर्माण किया, #आदि_शंकराचार्य ने मंदिर का पुनर्निर्माण किया,
आगे चलकर राजा भोज ने भव्य मंदिर का निर्माण कराया। #Kedarnath
#अक्षय_तृतीया को ही विष्णु जी के हयग्रीव रूप का अवतरण हुआ
श्रीगणेश व वेद व्यास द्वारा महाभारत ग्रन्थ का लेखन भी इसी तिथि को प्रारंभ हुआ
Do you know why every mauzie on this earth is taught to hate #Jews ?
The richest #Jewish tribe Banu Qaynuqa, who were craftsmen, goldsmiths, money lenders & traders lived in two fortresses in the south-western part of Yathrib, now called Medina. 1/n
These #Jews were in close contact with Meccan merchants, supported pre izlamic Arab tribe Khazraj & others in Yathrib in their conflicts with their Arab rivals & hence resented Mohmmad’s attack on the Quraishs of Mecca in December 623, on 17th day of Ramadan (battle of badr)
2/n
To get rid of opposing #Jews , Prophet in 624, raided & besieged fortesses of Banu Qaynuqa for 15 days & expelled them from Yathrib…confiscated & divided their property, arms & tools etc among his followers & took for himself, 1/5 share of the spoils.. “
- Ibn Hisham. 3/n
भारतीय संस्कृति=हर प्रथा के पीछे सुंदर प्रसंग
फाल्गुन मास की पूर्णिमा को सूर्यास्त के पश्च्यात प्रदोष काल में, गोबर से लिपि भूमि पर कंडे,घास-फूस, लकड़ियों का विधिवत पूजन कर #होलिका_दहन करना चाहिए-नारद पुराण
प्रज्वलन केलिए बच्चों द्वारा प्रसूता स्त्री के घरसे 🔥माँगने का विधान है
होलिका दहन-
दीपयाम्यघ्ते घोर चिन्ता राक्षसी।
सत्तमहिताय सर्व जगतँ प्रीतये पार्वतीयये।।
आज हम दुःख-चिन्ता देने वाले सभी राक्षसों को जला रहे हैं, ये कार्य, भगवान शिव को प्रसन्न करने तथा समस्त संसार के कल्याण के लिए किया जा रहा है। #होलिकादहन#होलिकादहन2021
#होलिका_दहन के समय होलिका के शव की पूजा का विधान है जो आज भी होली की पिरक्रमा, अग्नि में घी, दूध, धान, निम्बू इत्यादि की आहुति के रूप में देखा जाता है
मंत्र:
अतो माँ पाहि मीतिन्यो मतिवापत्यमात्मन
आयुर्देही यशो देही शिशुनाँ करू रक्षणम
शत्रुणां च क्षयं देहि होलिके पूजिता सदा ।।
#हिंदी_दिवस के उपलक्ष में, हिंदी भाषियों/ प्रेमियों के लिए विशेष, उर्दू हिंदी शब्दकोश का शेष भाग:
क़ब्ज़ा= अधिकार
क़ब्र= समाधि
क़ाबिल= समर्थ, योग्य
क़ुबूल= स्वीकार करना, स्वीकृति
क़ीमत= मूल्य, दाम
क़यामत=विनाश, मृतोत्थान
क़ायदा= रीति, नियम
क़ायम= स्थापित
क़र्ज= ऋण
क़सम= शपथ
The West selling us, Sound therapy, Voice modulation, Articulated Speech, Public speaking & blah blah.. like idiots our modern generation goes all ga ga over these tit bits taken from our very own system.. “हल्दी की गाँठ लिए अपने आप को पंसारी समझने वालों के लिए ये शृंखला: 1.
ये उस सनातन सभ्यता को क्या सिखाएँगे जिसका आधार ही नाद है!
समय, काल, गणित,भौतिक विज्ञान,खगोल शास्त्र,मनोविज्ञान व नाद का ऐसा नाता है कि उसे समझ के केवल अपने आप में उतर जाना ही सर्वोत्तम थेरेपी है!
“अथातो ब्रह्म जिज्ञासा”
आइए, इसी क्षण उस नाद रूपी परमात्मा की खोज प्रारम्भ करें।
2
सृष्टि की उत्पत्ति की प्रक्रिया आदि नाद से प्रारम्भ हुई, जिसका प्रतीक ‘ॐ नादब्रह्म है।
ना+द
ना = नकार/ प्राण
द= दकार/ अग्नि
प्राण वायु व अग्नि के संयोग से नाद की उत्पत्ति हुई।
प्रत्येक स्थान/ कण में नाद व्याप्त है, आकाश, अग्नि, नभ, पावन, मुख, अभिव्यक्ति.. 3.
How did the Tricolour become our National Flag?
The oldest continuous Civilization was not a “new nation in the making” when She got free from the Colonial clutches!
From prehistoric times, the Hindu #Bhagwa fluttered all over the land undivided by the sea- the Jambudwip.
1*
1st failed muzlem invasion occured in 635CE
Chach #Brahmin king of Sindh &his successor Dahir vanquished raiding Arabs who made 15 failed attempts to invade Bharatvarsh
711 came Bin Qasim,50000 strong
Arab platoons in Dahir's pay refused to fight muzlem’s jihad against kafirs!
*3
Ekaadasha = 11
The 11th lunar day of both lunar phases, Shukl paksh (brightening moon) & Krishna paksh (fading moon),is Ekadashi
During Shukl Paksh the moon appears 3/4 full & during Krishna paksh it appears 3/4 dark.
There’re 24 #Ekadashi s in year, 2 more in the leap year 2/n
Due to the orbital path combination of the sun,moon & the earth
the air pressure in atmosphere changes to extremes on both poornima & amavasya
as can be seen in tidal waves which are rough & high but calm on the next day indicating the decreased pressure #SwargVathilEkadashi 3/n