जिस #America में अभी भी #कोविड के
बहुतेरे मामले हैं, वहां से चार्टेड प्लेन में हजारों
की संख्या में श्रद्धालु #गुजरात पहुंच रहे हैं.
दिन रात धूम धाम से भक्ति में नाचना गाना
हो रहा है..
सिर्फ #स्वयंसेवकों की ही संख्या80हजार है.
मां सरस्वती के नाम पर बने शिशुओ के मंदिर मे पढता था। एक अचार्रजी जो बच्चों की पसंद थे, बड़े मजाकिया थे। उनके हम भी मुंहलगे थे। वो खाली टाइम मे जोक भी कर लेते थे।
तो एक दिन अचार जी ने हंसते हुए बताया- "हम हिंदू है, वो मोहम्मडन है"
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और फिर अंतर बताने शुरू किये ।
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बोले - हम कहते है, मोह(आसक्त होना)बुरा है, और मद(अहंकार)बुरा है।तो मोह से दूर रहो, और मद से दूर रहो।
वे कहते हैं- हाए मोह-मद, हाए मोह-मद
ठहाके लगे।
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अचार्रजी रौ मे थे, बता रहे थे - हम हाथ धोते है, तो पंजे से धोकर कुहनी तक जाते हैं, वो उल्टा धोते हैं। याने कुहनी से धोते है,
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पंजे तक आते है।
बात तो एकदम सच थी। दिल पे लगी एकदम।
अचार्रजी आगे बता रहे थे - और सुनो। हम प्रार्थना मे हाथ जोड़ते है, याने दोनो हाथ चिपका लेते है, तो इसका मतलब-
हम कहते है, "प्रभु .. हमे आपसे कुछ भी नही चाहिए"
और जब वो लोग प्रार्थना करते हैं, तो कहते है -
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जब संघ हाल्फ पैंट पहन कर शाखा करती थी तो शाखा मे लाठी के ताल के बाद अगर लड़कों को उसी मैदान मे फ़ुटबॉल खेला देती तो आज भारत वर्ल्ड कप विजय होता और कल कतर मे हम लोग फ़ुटबॉल के विश्वगुरू होते।
हमारे देश मे मेसी, मबाप्पे, रोनाल्डो से बडे बड
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खेलाडी पैदा हो जाते।मगर संघ ने आज तक कभी देश मे विश्व सतर का फ़ुटबॉल खेलाडी पैदा नही किया और न ही लाठी पटक कर चीन को सिमा पार खदेड़ा।केवल नारा और लाठी पर ही सारा ज्ञान लगा दिया।
#नोट: नीचे कुछ तस्वीर है, देखये कैसा कैसा जवान जवान टैलेंट देश का हाल्फ पैंट मे बरबाद हो गया
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मगर अब कुछ नही हो सकता है क्योकि अब फुलपैंट पहन लिया।
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दो दिन से किसी खान की नकली प्रोफाइल पर खूब दर्द ए डिस्को हो रहा है।ऐसा ही एक कांड दो साल पहले हुआ था। निशा जिंदल नामकी फेक आईडी से एक जोम्बी खूब फॉलोअर्स बनाया था।
उसके फ्रेंड लिस्ट में बड़े बड़ेIASअफसर और अन्य उच्च पदाधिकारी,पत्रकार,जवान बूढ़े सभी प्रकार की जनता भी थी,जिनसे
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वो इनबॉक्स मेंsqashखेला करता था।
किसी फॉर्म हाउस की तस्वीरें डालकर किसी पाकिस्तानी लड़की का फोटो रोज डालता और लोगों के अरमानों को90डिग्री पर ले जाता। 100डिग्री पर पानी उबलता है,ज्यादा कुछ मत समझना
साथही साथ वह मुस्लिम लोगोंके खिलाफ अनाप शनाप लिखता,जो इस आईडी का मूल उद्देश्य था।
एक दिन किसी अफसर के साथ स्क्वाश गेम में जीतने के बाद उसने पैसे मांग लिए,अफसर ने कुछ दिन पैसे दिए।लेकिन धीरे धीरे पता चला कई अफसर इससेsqashमें हार चुके हैं और सबसे पैसे वसूलता है।
केस सायबर विभाग में गया और मुस्लिमो के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट डालने के कारण और देश में नफरत फ़ैलाने
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नीचे अख़बार की कटिंग में दिया गया आँकड़ा भयावह है। रात दिन भोंपू की तरह बोलने वाले चैनल के लिए यह कोई ख़ास ख़बर नहीं है क्योंकि इन चैनलों ने तो आपकी सुपारी ले रखी है और क़सम खा रखी है कि आपको सिर्फ़ वो ही न्यूज़ परोसेंगे जिससे आपका कोई सरोकार नहीं होगा।हिंदू -मुस्लिम,पाकिस्तान,
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पठान ,दीपिका की ड्रेस के रंग , आमिर ख़ान जैसे इंपोर्टेंट टॉपिक ख़त्म ही नहीं होते इसलिए नशे के कारोबार की कोई रिपोर्टिंग हमारे चैनल कर नहीं पाते ।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छोटे छोटे क़स्बो में भी यह ज़हर तेज़ी से फेल रहा है । यहाँ के छुटभैये नेता यह ज़हर बेचने वालों के संरक्षक
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बने हुए हैं । आमतौर से इस ज़हर के बेचने वालों की थानो में सेटिंग होती है और अगर किसी की सेटिंग ना हो और वो पकड़ा जाए तो लोकल नेता उसको छुड़ाना अपना फ़र्ज़ समझता है और किसी भी तरह छुड़ा भी लेता है ।
निकाय चुनाव में भी ज़िंदाबाद मुर्दाबाद करवाने के लिए इन नवयुवाओं को खूब
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