1/ 15: कुछ महीनों पहले मैं जब भी कोरोना की बातें करता था तो मेरे डिजाइनर दोस्त तुरंत केरल की बातें करने लगते थे। कुछ भी बोलो तो 'केरला मॉडल'। मोदी ने इतने करोड़ लोगों को अनाज दिया तो 'केरला मॉडल'.. अमेरिका जैसे देशों के मुकाबले लॉकडाउन सही समय पर सही सख्ती के साथ...
2/ ...लगाया तो 'केरला मॉडल'। जबकि मैं शुरुआत से ही कहता आ रहा था कि ये झूठा 'केरला मॉडल' कुछ है ही नहीं। कोरोना वायरस से निपटने का दुनिया के सबसे सटीक नमूनों में से एक है यूपी मॉडल। जी हाँ, मैं अभी आँकड़े देता हूँ।
3/ असल में कोई ये मानने को तैयार ही नहीं था कि यूपी मॉडल हो भी सकता है क्योंकि ये यूपी ' बीमारू राज्य' मानते हैं (जो कि ये नहीं है) और चूँकि वहाँ एक मठाधीश भगवा पहन कर शासन कर रहा है, इसीलिए वो कभी कुछ ऐसा कर ही नहीं सकता कि उसकी तारीफ हो। भाई, कुछ 'कूल' होना चाहिए,...
4/ ...इसीलिए मुँह में एक ही नाम और वो है 'केरला मॉडल'। योगी? "योगी..डैट मोंक? ओह खम ऑन मैन.. ही ऑलवेज डज हिन्दू-मुस्लिम ऑनली.." यार न्यूजीलैंड की बातें करो। यार चिल्ला-चिल्ला कर गला और ___ फाड़ कर दहाड़ लगाओ - 'फकिंग केरला मॉडल बिच'
5/ आइए, अभी तुलना करते हैं, फिर समझेंगे कि ये कैसे संभव हुआ होगा। अगर आप आँकड़े देखेंगे तो पाएँगे कि केरल अभी भारत में कोरोना के मामले में दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। पहले नंबर पर लिबरल जमात का नया बाप उद्धव है। जी हाँ, इन दोनों राज्यों के आँकड़े मिला दें तो...
6/ ...फिलहाल देश के 35% सक्रिय कोरोना मामले इन्हीं राज्यों में हैं। इसके बाद केजरीवाल की दिल्ली का नंबर आता है। तत्पश्चात ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल को ले लीजिए। लेकिन, नहीं। इन चारों राज्यों में भाजपा की विपक्षी दलों की सरकार है न? इसीलिए ये मान्य नहीं होगा।
7/ केरल की जनसंख्या कितनी है? 3.5 करोड़ के आसपास। लेकिन, वहाँ फिलहाल कोरोना के 81,824 मामले हैं। उत्तर प्रदेश की जनसंख्या कितनी है? 21 करोड़ के लगभग। 6 गुना से भी ज्यादा जनसंख्या लेकिन केस मात्र 23,249 ही हैं। क्या इतने बड़े राज्य में कोरोना को इतने अच्छे तरीके से...
8/ ...नियंत्रित करने का श्रेय योगी आदित्यनाथ को सिर्फ इसीलिए नहीं दिया जाएगा क्योंकि वो मठाधीश हैं और भगवा पहनते हैं? ये कैसा 'केरला मॉडल' है, जहाँ सबसे ज्यादा मामले हैं? ये कैसा 'केरला मॉडल' है, जिसने बताया ही नहीं कि उसने कोरोना को नियंत्रित करने के लिए क्या किया।
9/ लेकिन, केरल में सिर्फ और सिर्फ वामपंथी सरकार होने और भाजपा को गाली देने वाले नेताओं के सत्ता में होने के कारण डिजाइनर लोगों ने उसके तथाकथित मॉडल का बढ़ा-चढ़ा कर उसका प्रचार किया। भाजपा शासित राज्यों को नीचा दिखाने के लिए ऐसा किया गया। केरल के कचरे मॉडल को जानबूझ कर...
10/ ...सर्वश्रेष्ठ बताया गया, जबकि वहाँ की सरकार भारत में कोरोना को नियंत्रित करने के मामले में सबसे ज्यादा फेल रही। और हाँ, 'टेस्टिंग नहीं हुई' वाला बहाना नहीं चलेगा, क्योंकि यूपी में रिकॉर्ड संख्या में टेस्टिंग हुई है। क्या अब ये 'कूल' लोग योगी मॉडल को स्वीकारेंगे?
11/ उत्तर प्रदेश में अक्टूबर से पहले ही एक करोड़ कोरोना टेस्टिंग हो चुकी थी। अब तक पौने 2 करोड़ टेस्टिंग हुई है। सबसे ज्यादा! वहाँ खुद मुख्यमंत्री ने जमीन पर उत्तर कर क्वारंटाइन सेंटर्स का निरीक्षण किया, अस्पतालों का जायजा लिया। जब दिल्ली और मुंबई से मजदूरों को भगाया...
12/ ...गया और वो यूपी आए तो आशंका थी कि वहाँ कोरोना का प्रबंधन सबसे यदा गड़बड़ होगा, लेकिन मजदूरों के लिए मुफ्त बसों की व्यवस्था से लेकर उन्हें भोजन-पानी और रहने की व्यवस्था देने तक, यूपी टॉप रहा। वहीं दिल्ली में मजदूर या तो भगा दिए गए, या फिर यमुना के पानी में सोने को...
13/ ...विवश किए गए। कौन ये 'बला' अपने सर ले? ये आदमी थोड़े हैं, कीड़े-मकोड़े हैं न उनकी नजर में?
14/ इसी तरह महाराष्ट्र से लाखों मजदूरों को भगा दिया गया। इसका कारण ये था कि कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण ये चाहते थे कि 'बाहरियों' के चले जाने से उन्हें आसानी होगी। लेकिन, योगी के रामराज्य में सबको शरण मिली। उत्तर प्रदेश इतिहास लिख रहा है क्योंकि वहाँ देश की सबसे...
15/ ...बड़ी जनसंख्या होने के बावजूद सबसे कुशल प्रबंधन हुआ। जहाँ जरूरत पड़ी, वहाँ सख्ती भी अपनाई गई। अब 'केरला मॉडल' वाले बिलों में दुबके पड़े हुए हैं और उनकी समझ में नहीं आ रहा कि टॉप-4 राज्यों में एक भी भाजपा शासित क्यों नहीं है?
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1/ 25: कहते हैं कि नेता जो अच्छा होता है, उसके किए कार्यों को जनता तक पार्टी के अन्य रणनीतिकार और नेतागण कैसे पहुँचाते हैं, ये मायने रखता है। वाजपेयी काल में तमाम ताम-झाम के बावजूद BJP ऐसा नहीं कर पाई थी। बिहार में जब भूपेंद्र यादव को प्रभारी बना कर भेजा गया था, तब...
2/ ...सभी को लगा था कि पता नहीं राजस्थान से आया ये व्यक्ति कितनी जल्दी राजनीतिक रूप से जटिल इस राज्य को समझ पाएगा। लेकिन, उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव और 2020 विधानसभा चुनाव में दिखा दिया कि वो राम माधव, धर्मेंद्र प्रधान और कैलाश विजयवर्गीय के साथ BJP के रणनीतिकारों की...
1/ 19: कुछ लोग ऐसे हैं जो #ArnabGoswami की गिरफ़्तारी का जश्न मना रहे हैं। उनमें वही लोग हैं जो दिन भर बैठ कर हिन्दू देवी-देवताओं को गाली देने वाला ह₹।मखोर पंकज कनौजिया पर एक FIR भी दर्ज हो जाती है तो नरेंद्र मोदी को फासिस्ट बता कर अपना रोना चालू कर देते हैं। सफूरा...
2/ ...जरगर और उमर खालिद जैसे दंगाइयों के लिए आँसू बहाने वाले आज अर्णब गोस्वामी के लिए ठहाके लगा रहे हैं। ये वही लोग हैं, जो कुछ महीनों पहले तक शिवसेना को गाली देते नहीं थकते थे। असली फासिज्म पर ताली पीटने वाले दंगाइयों पर कार्रवाई को फासिज्म बताते हैं।
3/ जिस तरह से एक पुराने केस को खोला गया, वो भी उसी पुलिस द्वारा जिसने इसे बंद किया था - यही ये दिखाने के लिए काफी है कि 'आत्महत्या के लिए उकसाने' का मामला बनाने के लिए हड़बड़ी में सब कुछ किया गया। भाजपा और मोदी को फासिस्ट बताने वालो, तुम्हारे बाप की महाराष्ट्र सरकार...
लालू यादव चुनावी जनसभाओं में अपनी ताकत झोंकने के लिए जाने जाते थे। 2015 विधानसभा चुनाव में लड़खड़ाते हुए, किसी तरह माइक पकड़ कर बोलते 68 वर्षीय 'जंगलराज के मसीहा' ने रोज 7-8 रैलियाँ की..
पर तेजस्वी यादव का 24 घण्टे में 19 जनसभाएँ करना बड़ी बात है..उन्होंने पूरा जोर लगा दिया है।
बिहार भाजपा के नेताओं को डूब मरना चाहिए। न किसी का जनाधार है न कोई मेहनत करना चाहता है। साधारण नेता भी 'राम मंदिर' के नाम पर वोट माँग रहे हैं।
एक बात याद रखो निकम्मों, भले अबकी मोदी तुम्हें बचा ले लेकिन हर चुनाव में जंगलराज का डर काम नहीं आएगा।
धो देगा तेजस्वी किसी दिन तुम्हें।
नरेंद्र मोदी की चुनावी जनसभाओं में भी तेजस्वी यादव ही निशाना हैं। नीतीश उन्हें ही ललकार रहे।
तेजस्वी ज्यादा से ज्यादा जनता से कनेक्ट होने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकतर भाषण भोजपुरी में होते हैं।
उनका हमला नीतीश पर होता है, उन्होंने 'रोजगार' को हथियार बनाया है। अब देखते जाइए...
1/ 21: हिमाचल प्रदेश में दुर्गाष्टमी के दिन दिन एक IAS अधिकारी #RitikaJindal सलोन स्थित माँ शूलिनी देवी के मंदिर में आ धमकती है। वो मंदिर में 'निरीक्षण' करने गई थी और 'व्यवस्थाओं का जायजा' भी लेना था। जाए भी क्यों ना, आखिर IAS-IPS अधिकारियों के बाप-दादाओं के ही तो...
2/ ...गुलाम हैं हिन्दू और और ये सारी सम्पत्तियाँ उनकी ही तो है। वहाँ IAS अधिकारी मंदिर में घुस कर पंडितो से बहस करती है और जबरन हवन में बैठ जाती है। फिर मीडिया में आकर Patriarchy और हिन्दुओं के 'रूढ़िवाद' पर ज्ञान देती है। जनता वाह-वाह कर उठती है।
3/ क्या उस IAS अधिकारी ने ये जानने का प्रयास किया कि अगर उन्हें महिला होने के कारण हवन में बैठने से रोका गया है, जैसा कि उनका दावा है, तो इसके पीछे का कारण क्या रहा होगा? शूलिनी देवी मंदिर में तो महिलाओं के प्रवेश या पूजा-पाठ पर कोई पाबन्दी तो हक़ी ही नहीं। फिर बात का...
1/ 14: हिन्दू पर्व-त्यौहारों पर ज्ञान देने का सिलसिला कम तो हुआ है लेकिन रुका नहीं है। अब दीवाली आ रही है। जल्द ही पटाखों का रोना शुरू होगा। फिलहाल नवरात्रि चल रही है। रेप की बातें चलाई जा रही हैं कि जिस देश में देवी की 9 दिन पूजा होती है, वहाँ बाकी दिन लड़कियों का...
2/ ...बलात्कार किया जाता है। दशहरा आते रावण को न जलाने की बातें की जाती हैं। नवरात्रि में महिषासुर को मूलनिवासी बताया जाता है। होली में रंगों को लेकर और पानी की बर्बादी का ज्ञान दिया जाता है। न्यू ईयर में सारे ज्ञान कहीं और घुस जाते हैं।
3/ ये वही बात हुई कि जब स्पेन में 1 ही घण्टे में 40 मीट्रिक टन टमाटर को फेंक-फेंक कर बर्बाद कर दिया जाता है तो बड़ा कूल लगता है और यहाँ शिवलिंग पर जल चढ़ाने में उन्हें दूध की बर्बादी दिखती है। गाय को हम खिलाते हैं, दूध लेते हैं और चढ़ाते हैं। क्या ये शरीर मे बम बाँध कर...
1/ 23: अधीर होकर काम करने से न तो काम बनता है और न ही इच्छानुसार परिणाम प्राप्त होते हैं। जनता है। गुस्सा होती है। गुस्सा होकर चाहती है कि फलाँ पार्टी ने धोखा किया तो BJP सीधा उसके घर पर रेड डलवा दे, उसे जेल में ठूँस दे और उसे रातोंरात नेस्तनाबूत कर दे। संयोग से,...
2/ ...लोकतंत्र में ऐसा नहीं होता है। और कभी-कभार हो भी जाता है तो चलता है लेकिन बराबर होने लगे तो यही जनता फिर गाली देने लगती है, जो ऐसा करने बोल रही थी। इसके लिए 2 ऐसे लोग हमने बिठा रखे हैं, जो समझता है कि कैसे करना है।
3/ साथ चुनाव लड़ के शिवसेना ने धोखा दिया। फिर विरोधियों कॉन्ग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बना कर सबसे ज्यादा सीटों वाली पार्टी को विपक्ष में बैठने को मजबूर कर दिया। फड़नवीस ने तड़के सुबह शपथ ली, उसमें बेइज्जती हुई सो अलग। दशकों से PM बनने के सपने देख रहे एक से बढ़ कर एक घाघ...