• Place = देलवाडा near Mt. Abu (#Rajasthan)
• Patronage = King वीर धवल of #Gujarat (13th c. CE)
1st line of #Inscription (1267 विक्रम. सं.) has सरस्वती स्तुति while 2nd has गणेश स्तुति
Reproduced text of the both in Pic 3
1) सरस्वती स्तुति
ॐ वन्दे सरस्वतीं देवीं याति या कविमानसम् ।
नीयमाना निजेनेव यानमानसवासिना ।।
भावार्थ
सरस्वती देवी को वन्दन, जो कवियों के मानस में मानसरोवर के हंसरूपी यान से भ्रमण करती है ।
Simple yet beautiful
यः शान्तिमानप्यरुणः प्रकोपे
शान्तोऽपि दीप्तः स्मरनिग्रहाय ।
निमीलिताक्षोऽपि समग्रदर्शी
स वः शिवायास्तु शिवातनुजः ।।
शांत होते हुए भी कुपित होने पर रक्तवर्णी और बुद्धि से दीप्त, नेत्र निमील (बन्द) होते हुए भी सर्वदर्शी ऐसे पार्वतीपुत्र हमारा कल्याण करे ।