सात्विक सूचना:
अयं निज: परोवेति गणना लघु चेतसाम् ।
उदार चरितानाम् तु वसुधैव कुटुंबकम्।।
@DharmikSonal
रसिका को अपने पति से चरमसुख नहीं मिला तो उसने नौकर से सहयोग लिया तथा उसके ससुर ने उसको सहयोग दिया।
अब आप विचार कीजिए, एक मानव मस्तिष्क यदि सिर्फ दूसरी सूचना ले और उसे कोई ये ना बताए की ये काफी गलत विचार है ग्रहण करने योग्य तो वो उसे ही सही मानेगा।
@saket71
@gopugoswami
@mahan_saria
लेकिन आपको ये तय करना है कि क्या आपका समाज कलियुग की परिभाषा को सार्थक करेगा या उसका पुरजोर विरोध करेगा। @sickularhunterr @chandan1sharma

