रामायण में जब इंद्रजीत द्वारा चलाए गए शक्ति अस्त्रसे लक्ष्मण मूर्छित हो जाते हैं तब स्वयं प्रभु श्रीराम जोर जोर से विलाप करना शुरू करते हैं यह देख कर जाम्भवंत पूछते हैं कि आप स्वयं ईश्वरीय अवतार होने के बावजूद ऐसे विलाप क्यों कर रहे हो. (1/5)
आज कोरोना सारख्या जागतिक त्रासदीमुळे आपल्या सर्वांमध्ये जागलेला स्वच्छतेचा भाव, कमी झालेली व्यसनाधीनता, सामाजिक एकता, सहकार्य भावना, प्रेम, आपुलकी (3/5)