केहि विधि एक सरूप, श्रीवलुवर अचरज करैं
छंद सोरठा
#तिरुक्कुरल #छंदभावानुवाद
#Thirukkural 1071
(Thread header: #தமிழ்हिन्दी translations)
कहिये वे तो भलि करैं, जो नहिं मांगैं खायँ
उनसे अच्छी वे करैं, अनुचित जो न कमायँ
अतुलित पर वे वीर हैं, धन्यधन्य कहिलायँ
ग्रास न छीनैं दीन का, भूखे ही मरि जायँ
#दोहा युग्म
#छंदभावानुवाद:
सभ्य सुसंस्कृत वर्ग में, आदर अरु सम्मान
#Thirukkural 922
#तिरुक्कुरल #छंदभावानुवाद #दोहा
अहित द्वेषवश करें अप्रीती,
उत्तम उन्हें दण्ड यह नीती
प्रतिउत्तर करिये उपकारा,
झेंप उठें निज कर्म विचारा
(चौपाई)
#तिरुक्कुरल #छंदभावानुवाद
#Thirukkural 314
दुष्ट द्वेषवश करें बुराई, उत्तम उन्हें दण्ड यह भाई
कर डालें उन पर उपकार, झेंप उठें निज कर्म विचार
#तिरुक्कुरल #छंदभावानुवाद (चौपाई)
(Retort of the wife -)
“बाँस बरेली बेचने, बड़े चले तुम भाट!
सौत-सदन से स्वामि की, सीधी बोलो बात!”
#दोहा
#छंदभावानुवाद
The Hindi idiom of bringing bamboos to sell in Bareilly where bamboos are abundant may remotely answer the Tamil idiom-
तिनसा देखा नाहि, क्रूर कोइ इस विश्व में
धर्म न अन्तर माहि, सन्यासी छलरूप धरैं
(छन्द: सोरठा)
जग में जोगी बन फिरैं, मन में नहिं उपराम
निष्ठुर तिनसा कौन है, वंचक तिनहि समान?
(छन्द: दोहा)
#तिरुक्कुरल #छंदभावानुवाद